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Panipat Case: दरिंदों को पकड़ने के लिए दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पुलिस दे रही दबिश, नतीजा शून्य

सीआइए की दो टीमें एसटीएफ की एक टीम उत्तर प्रदेश के बागपत मुजफ्फरनगर मेरठ शामली राजस्थान के कई जिलों में दबिश दे रही हैं। इसके अलावा 30 टीमें जींद रोहतक व आसपास जिलों की टीमों सहित करीब 250 पुलिसकर्मी डेरे के आसपास के गांवों के चार संदिग्ध युवकों की तलाश में दबिश दे रहे हैं। 3500 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।

By Edited By: Jeet KumarUpdated: Fri, 29 Sep 2023 07:00 AM (IST)
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दरिंदगी के नौ दिन बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई, अब जांच का दायरा बढ़ाया
जागरण संवाददाता, पानीपत : मतलौडा थाना क्षेत्र में मछली फार्म में महिला की हत्या और डेरे पर तीन महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म की वारदात की पुलिस के लिए पहेली बनकर रह गई। इस गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। पुलिस की जांच जहां से शुरू हुई थी, नौ दिन बाद भी वहीं है। पुलिस को अंदेशा है कि बदमाश वारदात को अंजाम देकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब या फिर मध्य प्रदेश भाग गए हैं।

सीआइए की दो टीमें, एसटीएफ की एक टीम उत्तर प्रदेश के बागपत, मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली, राजस्थान के कई जिलों में दबिश दे रही हैं। इसके अलावा 30 टीमें, जींद, रोहतक व आसपास जिलों की टीमों सहित करीब 250 पुलिसकर्मी डेरे के आसपास के गांवों के चार संदिग्ध युवकों की तलाश में दबिश दे रहे हैं। 3500 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। पुलिस की सारी भाग दौड़ का नतीजा अभी तक शून्य निकला है।

पुलिस स्थानीय बदमाशों की कुंडली खंगाल रही

वारदात वाली रात 20 सितंबर को डेरे व उसके आसपास के नजदीक के गांवों में करीब 550 मोबाइल फोन एक्टिव थे। पुलिस इन्हीं मोबाइल फोन की काल डिटेल खंगाल कर चार बदमाशों का पता लगा रही है। 250 काल डिटेल खंगाली गई है, लेकिन अहम सुराग नहीं मिले हैं। पुलिस स्थानीय बदमाशों की कुंडली खंगाल रही है।

एसपी अजीत सिंह शेखावत कई बार वहीं बात दोहरा चुके हैं कि बदमाशों का अहम सुराग मिला है। इसके बावजूद पुलिस बदमाशों तक नहीं पहुंच पाई है। स्कैच तक नहीं बनवा पाई पुलिस पुलिस अधिकारी दावा करते रहे कि पीड़ित महिलाओं व पुरुषों की ओर से बताए गए हुलिए के आधार पर तीन बदमाशों के स्कैच बनवाए जाएंगे।

100 से ज्यादा बार पीड़िताओं से पूछताछ की गई

अभी तक 100 से ज्यादा बार पीड़िताओं से पूछताछ की गई। जल्द ही स्कैच जारी करने की बात भी कही गई थी। अभी तक स्कैच जारी नहीं किए गए हैं। ढाई साल पहले उप्र में हुई थी घटना बताया गया है कि करीब ढाई साल पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर क्षेत्र में ऐसी ही वारदात हुई थी। कहीं वे बदमाशों तो मछली फार्म व डेरे पर वारदात तो नहीं कर गए। इस एंगिल से भी पुलिस की जांच कर रही है। स्थानीय पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस का भी सहयोग मांगा है।

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मुखबिर, नंबरदारों व सरपंचों का सहारा पुलिस के हाथ खाली है। अब पुलिस बदमाशों का सुराग लगाने के लिए परंपरागत तरीका यानि मुखबिरों का सहारा ले रही है। वारदात क्षेत्र के आसपास के 15 गांवों में पुलिस ने चौकीदार व सरपंचों को भी अलर्ट किया है। यह पूछा जा रहा है कि वारदात वाली रात को गांव से बाहर कौन-कौन गया था। बाद में कौन गांव में आया है।

चार डेरे खाली कराए

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने बुधवार को पीड़ित महिलाओं से पूछताछ की थी। इसके बाद एसपी को निर्देश दिए थे कि अन्य डेरों पर रहने वाले कामगार डरे हुए हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसलिए वीरवार को पुलिस की टीमों ने चार डेरे पर रहने वाले महिला, पुरुष व बच्चों की सूची तैयार की है। रात को बच्चे व महिलाएं डेरों पर नहीं रहेंगे। डेरों को खाली करवा दिया है। डेरा मालिक उनके ठहरने की व्यवस्था करेंगे।

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