Corona महामारी से बच्चों को बचाने की तैयारी, शिक्षा विभाग ने यमुनानगर में भेजे 3902 आक्सीमीटर
Corona third wave हरियाणा में कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग अलर्ट है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बच्चों के लिए आक्सीमीटर भेजे हैं। यमुनानगर में 3902 आक्सीमीटर भेजे गए हैं।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर बच्चों के लिए हानिकारक बताई जा रही है। हालांकि इस समय कोरोना के केस जिला में न के बराबर हैं। फिर भी शिक्षा विभाग अपनी तरफ से राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता। पहले सभी राजकीय स्कूलों में बच्चों के शरीर का तापमान जांचने को थर्मल स्कैनर खरीदने के लिए फंड दिया गया। अब 3902 आक्सीमीटर विभाग द्वारा जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दिए गए हैं। यह आक्सीमीटर पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए प्रत्येक कक्षा में दिए जाएंगे।
40 बच्चों पर होंगे दो आक्सीमीटर
इस समय विभाग ने 3902 आक्सीमीटर डीईईओ कार्यालय में भेजे हैं। जबकि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी इतने ही आक्सीमीटर स्कूलों में दिए गए थे। अब नई खेप आने के बाद स्कूलों में 40 विद्यार्थियों पर दो आक्सीमीटर हो जाएंगे। जल्द ही इन्हें कार्यालय से छात्रों की संख्या के आधार पर स्कूलों में भेज दिया जाएगा। प्रदेश के सभी स्कूलों के लिए विभाग ने करीब 64 हजार आक्सीमीटर भेजे हैं।
तुरंत उपचार में होंगे लाभदायक
आक्सीमीटर से विद्यार्थी की तबीयत खराब हाेने का पता लगने पर शीघ्र चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। रीडिंग की जांच से अध्यापकों व अभिभावकों को संतुष्टि रहेगी कि विद्यार्थी कोरोना महामारी से सुरक्षित है। स्कूलों में रोजाना विद्यार्थियों के आक्सीमीटर से चेक किया जाएगा। जिससे सभी विद्यार्थी कोरोना महामारी में सुरक्षित तरीके से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। पल्स आक्सीमीटर से हृदय की गति व रक्त में आक्सीजन की मात्रा का पता चलता है।
रीडिंग 95 से 100 फीसद सामान्य
सामान्य पल्स आक्सीमीटर रीडिंग 95 से 100 फीसद तक होती है। यदि किसी का आक्सीजन का स्तर 93 या 94 फीसद है, तो जल्द से जल्द चिकित्सा सलाह लें। यदि का आक्सीजन स्तर 92 फीसद या उससे कम है, तो आपातकालीन चिकित्सा सहायता लें।
जल्द स्कूलों में भेजे जाएंगे : पिरथी सैनी
उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी पिरथी सैनी ने बताया कि स्कूलों के लिए विभाग ने 3902 आक्सीमीटर भेजे गए हैं। जल्द ही इन्हें छात्र संख्या के आधार पर स्कूलों में भेज दिया जाएगा।