हरियाणा में भारतमाला परियोजना के तहत बनेगा रिंग रोड, 23 गांवों से होकर गुजरेगा
हरियाणा के करनाल में भारतमाला परियोजना के तहत बनेगा रिंग रोड। रिंग रोड 23 गांवों से होकर गुजरेगा। NHAI से टैंडर डाक्यूमेंट के ड्राफ्ट को जल्द मिल सकती है मंजूरी। पिछले साल दिसंबर माह में शुरू होना था कार्य।
By Rajesh KumarEdited By: Updated: Wed, 20 Jul 2022 05:29 PM (IST)
करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल जिले में प्रस्तावित रिंग रोड को लेकर अच्छा समाचार सामने आ रहा
है। इस रोड के टैंडर डाक्टयूमेंट ड्राफ को जल्द ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से मंजूरी मिल सकती है। कुछ माह पहले ही यह ड्राफ्ट प्राधिकरण के पास गया था। अब जानकारी आ रही है कि इसके मंजूर होने के साथही रिंग रोड बनाने की दिशा में कार्य तेजी से आगे बढ़ जाएगा। इसके साथ ही यूटिलिटी शिफ्टिंग, फोरेस्ट प्रपोजल व स्ट्रक्चर वेल्यूएशन का कार्य जारी है। हालांकि इस रोड का कार्य पिछले साल दिसंबर माह में शुरू होना था, लेकिन अभी से यह काम अपने निर्धारित समय से देरी से चल रहा है।
दावा किया गया था कि टैंडर लगने के बाद 30 माह में रिंग रोड पर वाहन दौड़ने शुरू हो जाएंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत बनने वाले इस रिंग की डीपीआर पहले ही तैयार हो चुकी है। अब विभिन्न विभाग रिंग रोड से संबंधित अपने अपने महकमे के काम पूरा करने के कार्य के अंतिम चरण पर पहुंच चुके हैं।
क्या है करनाल रिंग रोड परियोजना
करनाल रिंग रोड साढे 34 किलोमीटर लंबा होगा और यह जिले के 23 गांवों से होता हुआ जाएगा। इसके लिए 219 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो गया है। इसके बाद नवम्बर माह में अवार्ड किए जाएंगे और 2021 के अंत तक प्रोजेक्ट के निर्माण का काम शुरू होकर 24 से 30 महीनो में मुकम्मल हो सकता है। इसकी अलाइन्मेंट यानि मार्गरेखा लगभग फाइनल है। भूमि अधिग्रहण और यूटिलिटि शिफ्टिंग के कार्यों पर जितना खर्च आएगा, वह केन्द्र व राज्य सरकार दोनों की तरफ से आधा-आधा होगा।
कहां से कहां तक होगा करनाल रिंग रोडकरनाल रिंग रोड छह लेन का बनेगा, जिसकी चौड़ाई करीब 60 मीटर होगी। करनाल के पश्चिम में शामगढ़ के साथ लगते विवान होटल के आस-पास से यह मार्ग शुरू होकर गांव दरड़ से नेवल, शेखपुरा, गंजोगढ़ी से होते कुटेल के पास टोल प्लाजा तक जाएगा। रिंग रोड की दूसरी अलाइन्मेंट नेशनल हादवे से गुजरती पश्चिमी यमुना नहर की पटरी पर बनी सड़क जो कैथल रोड को क्रास करती आगे बड़ौता गांव तक जाएगी और वहां से खरकाली, झिमरहेड़ी होते एनएच-44 को क्रास करते रिंग रोड को मिलेगी।
यह गांव रिंग रोड के इंतजार मेंइस परियोजना के तहत 23 गांव की जमीन आएगी। इस रोड की शुरूआत को लेकर यह सभी गांव इंतजार में है। इन गांवों में नीलोखेड़ी खंड का गांव गांव शामगढ़, दादूपर, झंझाड़ी, कुराली, दरड़, सलारू, टपराना, दनियालपुर व नेवल तथा करनाल का गांव कुंजपुरा, सुभरी, छपराखेड़ा, सुहाना, शेखपुरा, रांवर, गंजोगढ़ी, बड़ौता, कुटेल व ऊंचा समाना व घरौंडा का गांव खरकाली, झिमरहेड़ी, समालखा व बिजना सहित 23 गांव शामिल है।
रिंग रोड प्रोजेक्ट में शामिल है लाजिस्टिक पार्कइस परियोजना में करीब 50 हेक्टेयर क्षेत्र में गंजोगढ़ी गांव के पास एक लाजिस्टिक पार्क बनाया जाना प्रस्तावित है, जिसमें मैकेनाइज्ड वेयर हाउस और कोल्ड स्टोर बनेंगे।
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