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Panipat News: शिक्षक ने बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर की चेक में हेराफेरी, अकाउंट से साफ किए 7.50 लाख रुपये

पानीपत के समालखा थाना के गांव जौरासी के एक युवक ने राजकीय शिक्षक और एक बैंक कर्मचारी पर चेक में कटिंग करके हेराफेरी करने का आरोप लगाया है। युवक का कहना है कि राजकीय स्कूल में तैनात शिक्षक ने महिला बैंक कर्मी की मदद से 2.5 लाख की जगह चेक में कटिंग करके 7.5 लाख रुपये निकाल लिए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

By Ram kumarEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Thu, 12 Oct 2023 03:53 PM (IST)
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शिक्षक ने बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर की चेक में हेराफेरी (कॉन्सेप्ट इमेज)।

जागरण संवाददाता, पानीपत। समालखा थाना के गांव जौरासी खालसा निवासी नरेंद्र ने पड़ोस के गांव जौरासी सर्फ खास निवासी अपने ही दोस्त राजकीय स्कूल में तैनात शिक्षक और महिला बैंक कर्मचारी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। आरोप है कि आरोपित शिक्षक ने उसके द्वारा दिए गए चेक में कटिंग करके खात में से ज्यादा धनराशि की निकासी कर ली है।

पीड़ित ने आरोप लगाया है कि आरोपी शिक्षक ने बैंक में तैनात रिश्ते में भाभी लगने वाली महिला कर्मचारी के साथ मिलीभगत करके 2.50 लाख की जगह 7.50 लाख की राशि निकलवा ली। वहीं, पीड़ित ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। थाना पुलिस ने गृहमंत्री के निर्देश पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

अंकों में फेरबदल करके की गई धोखाधड़ी

गांव जौरासी खालसा निवासी नरेंद्र ने गृहमंत्री को दी शिकायत में बताया कि उसने एक चेक अपने पंजाब नेशनल बैंक समालखा के खाता का 2.50 लाख रुपये की राशि केवल अंकों में भरवाकर दिया था। जो मेरे दोस्त रविंदर निवासी गांव जौरासी सर्फ खास ने अंकों में भरा था। आरोप है कि रविन्द्र ने चैक में जालसाजी करते हुए 30 अगस्त को मेरे चैक के अंकों वाले हिस्से में दो नंबर की जगह छेड़छाड़ और कटिंग करके सात नंबर कर दिया और खाते से 7.50 लाख रुपये निकाल लिए।

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बैंक ने बताया कि महिला कर्मचारी ने पास कराया चेक

जबकि, बैंक के नियम के अनुसार कटिंग वाले चैक को बगैर खाता मालिक की अनुमति लिए पास नही किया जा सकता। इसके साथ ही 50 हजार रुपये से अधिक की रकम से चेक की पेमेंट करने से पहले बैंक खाता धारक को फोन करके सूचना देना अनिवार्य है। लेकिन बैंक द्वारा ना तो इस बारे उसे फोन करके अनुमति ली गई और ना ही उसे इस बारे कोई सूचना दी गई। पता लगने पर जब उसने इस बारे बैंक के मैनेजर को अपनी शिकायत दी तो उसने बताया कि यह चैक बैंक की महिला कर्मचारी पूनम ने पास करवाकर खाते से राशि को निकलवाया है।

आरोपित की रिश्ते में भाभी है बैंक की महिला कर्मचारी

नरेंद्र के मुताबिक, बैंक में कार्यरत उक्त महिला कर्मचारी दोषी के परिवार से है और रिश्ते में उसकी भाभी लगती है। उसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आरोपित के साथ फर्जीवाड़े में शामिल हो मिलीभगत करते हुए गलत तरीके से अंक संख्या में कटिंग कर चेक से पैसे निकलवा कर दिए है। नरेंद्र के मुताबिक, आरोपित रविन्द्र एक राजकीय स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। उसने जानबूझकर इस फर्जीवाड़े को अपनी भाभी की मदद से अंजाम दिया है।

उसका कहना है कि आरोपित ब्याज पर पैसे देकर अवैध रूप से मनी लांड्रिंग का काम भी करता है। उसने आरोपित शिक्षक के साथ बैंक में तैनात महिला कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग के साथ खाते से निकाले पैसे वापस दिलाने की गुहार लगाई है। वहीं, गृहमंत्री के आदेश पर समालखा थाना पुलिस ने आरोपित शिक्षक व महिला बैंक कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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