कम उम्र का प्यार खतरे हजार, किशोर छत से कूदा, किशोरी ने घरवालों के सामने रखी ये शर्त
पानीपत में नादान उम्र का प्यार दो परिवारों के लिए आफत बन गया। जब लड़का लड़की स्कूल चेंज होने के कारण अलग हुए तो दोनों से ये जुदाई बर्दाश्त नहीं हुई। किशोर शराब पीकर छत से कूदा किशोरी हुई घर में कैद।
By Rajesh KumarEdited By: Updated: Fri, 22 Jul 2022 08:59 PM (IST)
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में नादान उम्र का प्यार दो परिवारों के लिए मुसीबत बन गया है। कक्षा नौ की छात्रा उसी स्कूल में एडमिशन की जिद कर रही थी, जिसमें उसका प्रेमी (कक्षा नौ का छात्र) पढ़ता है। ऐसा नहीं हुआ तो वीरवार की रात्रि किशोर शराब पीकर छत से कूद गया।
घटना का पता लगा तो किशोरी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और स्वजनों को आत्महत्या की धमकी देने लगी। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) और चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्य किशोरी 45 मिनट तक किशोरी को समझाते रहे।
अस्पताल में भर्ती प्रेमी से मिलवाने की शर्त पर ही किशोरी ने दरवाजा खोला। मामला तहसील कैंप एरिया स्थित एक कालोनी का है। सीडब्ल्यूसी सदस्य डा. मुकेश आर्य ने बताया कि लड़का-लड़की कक्षा आठ तक एक ही निजी स्कूल में पढ़ते थे। लड़की एक बार घर छोड़कर जा चुकी थी। ई-रिक्शा चालक पिता ने उसका दाखिला सरकारी स्कूल में करा दिया। दोनों को अलग होना बर्दाश्त न हुआ तो लड़के की तबियत खराब रहने लगी। तीन-चार दिन पहले लड़के के स्वजनों ने स्कूल फीस जमा कराने के लिए उसे 2000 रुपये दिए थे। उसने फीस तो जमा नहीं की, शराब खरीद लाया।
पिता ने डांटा तो छत से नीचे कूद गयावीरवार की रात्रि उसने जमकर शराब पी। पिता घर पहुंचा तो उसे जमकर फटकार लगाई। इसी दौरान वह घर की पहली मंजिल से नीचे कूद गया। उसे सिर व नाक की हड्डी में चोट आई। स्वजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। डा.आर्य के मुताबिक लड़का छत से गिर गया है, यह सूचना मिलते ही लड़की ने खुद को कमरे में बंद कर लिया।
45 मिनट समझाने के बाद खोला दरवाजा
माता-पिता की मिन्नतों के बाद भी उसने दरवाजा न खोला। पिता की सूचना पर टीम वहां पहुंची। करीब 45 मिनट समझाने के बाद उसने दरवाजा खोला। टीम लड़की को लेकर निजी अस्पताल पहुंची। वहां खिड़की से लड़के का चेहरा देखने के बाद वह नार्मल हुई। सोमवार को फालोअप के लिए लड़की व उसके स्वजनों को बुलाया गया है।
प्रकार लिए हुए थी लड़कीडा. आर्य के मुताबिक कमरे में बंद लड़की पसीने से लथपथ थी। वह हाथ में प्रकार (ज्यामिति बाक्स का एक नुकीला टूल) लिए हुए थी। वह बार-बार उसे अपनी गर्दन व कलाई में मारने की धमकी दे रही थी। वह मुझ पर भी हमला कर सकती थी। बड़ी मुश्किल से उसे समझाया गया।
18 साल से पहले शादी नहींडा. आर्य के मुताबिक नाबालिग प्रेमियों की उम्र 16-16 साल है। लड़का अस्पताल में बेहोशी की हालत में है। लड़की काे बाल विवाह निषेध कानून की जानकारी देकर बताया कि शादी लायक लड़की की आयु 18 साल, लड़के की 21 होनी चाहिए। अभी कई साल बाकी हैं, शिक्षा व करियर पर फोकस करें।
आब्सेसिव लव डिसआर्डरसिविल अस्पताल की मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. मोना नागपाल ने बताया कि यह आब्सेसिव लव डिसआर्डर यानि एक तरह की साइकोलाजिकल कंडीशन है। इसे विपरीत लिंग वाले व्यक्ति के प्रति आकर्षण भी कह सकते हैं। इस स्थिति में लड़का या लड़की किसी एक पर असामान्य रूप से मुग्ध हो जाते हैं। काउंसलिंग के जरिए ऐसी परिस्थितियों से बच्चों को बाहर निकाला जा सकता है। स्वजनों का व्यवहार भी बच्चों के प्रति सरल रहना चाहिए।
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