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किसान को बड़ा नुकसान, बरसात से अलेवा खंड में 3 हजार एकड़ कपास की फसल हुई खराब

बारिश की वजह से अलेवा में कपास की खेती को काफी नुकसान हुआ है। खेतों में जलभराव की वजह से कपास की फसल भी बर्बाद हो रही है। वहीं किसान अब गिरदावरी की मांग कर रहे हैं। लोगों में प्रशासन के खिलाफ रोष है।

By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Wed, 04 Aug 2021 05:56 PM (IST)
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कपास के खेत में बारिश की वजह से जलभराव।
अलेवा (जींद), संवाद सहयोगी। बरसात के बाद हुए जलभराव के बाद अलेवा एरिया में तीन हजार एकड़ कपास की फसल बर्बाद हो गई है। खेतों में कई-कई फुट पानी खड़ा होने के चलते किसान अब धान की रोपाई भी इसमें नहीं कर सकते है। किसान लगातार खराब हुई फसल की गिरदावरी करवा मुआवजे दिए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है।

खंड के बधाना, नगूरां, अलेवा, थुआ, संडील, दुड़ाना के लोगों ने बताया कि बरसात के कहर के चलते कपास की फसल पूरी तरह से खराब हो गई। कपास की फसल के खराब होने से किसानों को कर्ज के बोझ का शिकार होना पड़ रहा है। कपास की फसल की कई-कई फुट पानी भरा होने के बावजूद भी जिला प्रशासन के आलाधिकारी किसी प्रकार का ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण किसानों में सरकार तथा जिला प्रशासन के प्रति रोष है।

गिरदावरी को लेकर एसडीएम से मिलेंगे

किसान सभा के जिला प्रधान रोहतास नगूरां ने कहा कि बरसात के चलते खंड के अधिकतर गांव की कपास की फसल बिलकुल खराब हो गई। इसके लिए किसान एसडीएम उचाना से गिरदावरी की मांग को लेकर मिलने के लिए गए थे, लेकिन एसडीएम के छुट्टी पर होने के चलते किसाना दोबारा से एसडीएम के कार्यालय आने पर मिलेंगे और गिरदावरी की मांग करेंगे।

कपास की फसल हुई खराब

खंड कृषि अधिकारी विमल कुमार ने बताया कि खंड में तीन हजार एकड़ फसल खराब होने की शिकायत उनको मिली है। बर्बाद हुई फसल की रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। विभाग के उच्चाधिकारियों व सरकार के निर्देशानुसार जो हिदायत मिलेगी उसी के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।

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