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CRSU Jind में बदले नियम से होंगी परीक्षाएं, एक जुलाई से यूजी-पीजी अंतिम वर्ष का पेपर

सीआरएसयू एक जुलाई से लेगा यूजी-पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं। कमरे में एक बेंच छोड़ कर बैठेंगे 15 से 16 विद्यार्थी। परीक्षा से पहले सेंटर को किया जाएगा सैनिटाइज।

By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Wed, 20 May 2020 05:21 PM (IST)
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CRSU Jind में बदले नियम से होंगी परीक्षाएं, एक जुलाई से यूजी-पीजी अंतिम वर्ष का पेपर

पानीपत/जींद, जेएनएन। चौ. रणबीर विश्वविद्यालय और उससे जुड़े जिले के डिग्री कालेजों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं एक जुलाई से होंगी और अंतिम सप्ताह में खत्म होंगी। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सेंटर पर भीड़ ना हो। इसके लिए जींद, नरवाना व सफीदों तीन बड़े राजकीय कॉलेजों में अधिकतम 300 विद्यार्थियों का सेंटर बनेगा और बाकी कॉलेजों में 200 विद्यार्थियों का सेंटर बनेगा। सुबह के सत्र में परीक्षा 9.30 से 12.30 बजे तक होगी।

दूसरे सत्र में दो से पांच बजे तक परीक्षा होगी। जिसमें एक कमरे में 15 से 16 विद्यार्थी परीक्षा में बैठेंगे, फिजिकल डिस्टेंस बनाने के लिए विद्यार्थियों के बीच में एक बेंच खाली रहेगा। बगैर मास्क के विद्यार्थियों की परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं होगी और प्रत्येक परीक्षा से पहले सेंटर को सैनिटाइज किया जाएगा। विद्यार्थी अपने साथ पानी की बोतल और सैनिटाइजर ला सकते हैं। अंतिम वर्ष की रेगुलर विद्यार्थियों की परीक्षाएं खत्म होने के बाद रि-अपीयर की परीक्षाएं ली जाएंगी। जबकि प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा और अगस्त में या स्थिति सामान्य होने पर इन कक्षाओं की परीक्षाएं ली जाएंगी।  

पांच हजार रेगुलर व नौ हजार रि-अपीयर विद्यार्थी देंगे परीक्षा 

सीआरएसयू और इससे जुड़े 16 सरकारी व गैर सरकारी कॉलेजों के यूजी (अंडर ग्रेजुएट) व पीजी (पोस्ट ग्रेजुएट) फाइनल वर्ष के करीब पांच हजार रेगुलर विद्यार्थी परीक्षा में बैठेंगे। वहीं नौ हजार विद्यार्थी अलग-अलग सेमेस्टर की रि-अपीयर विद्यार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजेश बंसल ने बताया कि परीक्षाओं के लिए पांच जून तक बिना लेट फीस के फार्म भरे जाएंगे। उसके बाद लेट फीस लगेगी। रेगुलर विद्यार्थी संबंधित कॉलेज के माध्यम से और रि-अपीयर वाले ऑनलाइन फार्म भर सकते हैं।

नौ में से कोई भी पांच प्रश्न हल करने की छूट 

लॉकडाउन के दौरान विश्वविद्यालय और कॉलेज बंद रहे। विश्वविद्यालय में पांच मार्च से छुट्टियां शुरू हुई थी। विश्वविद्यालय स्टाफ के अनुसार छुट्टियों से पहले 60 से 70 प्रतिशत सिलेबस कवर हो गया था और बाकी सिलेबस ऑनलाइन कराया गया। फिर भी किन्हीं कारणों से बहुत से विद्यार्थी अच्छे से पूरा सिलेबस नहीं कर पाए। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पेपर में बदलाव किया है। पेपर में दिए जाने वाले कुल नौ प्रश्नों में से पांच प्रश्न हल करने होते हैं। जिनमें से चार यूनिट में पहला व नौवां प्रश्न करना अनिवार्य होता था। लेकिन इस बार नौ प्रश्नों में विद्यार्थी कोई भी पांच प्रश्न हल कर सकते हैं।

सामान्य हालात होने पर रेगुलर भर्तियां 

वीसी प्रो. आरबी सोलंकी ने बताया कि अगले सप्ताह से परीक्षाओं का शेड्यूल विश्वविद्यालय की साइट पर डाल दिया जाएगा। लॉकडाउन की वजह से किसी विद्यार्थी का नुकसान नहीं हो इस बात को ध्यान में रखते हुए परीक्षा पेपर में भी प्रश्नों में कुछ छूट दी गई है।  वहीं सोमवार को फाइनेंस कमेटी की मीङ्क्षटग हुई थी। जिसमें प्रदेश सरकार के आह्वान पर खर्चों में कटौती का फैसला किया गया है। नए निर्माण कार्यों पर रोक के साथ स्थिति सामान्य होने तक रेगुलर भर्तियों पर रोक रहेगी।

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