अपनी कौम में करनी चाहिए शादी: कैप्टन
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: सरकारी स्तर पर बेशक अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने के प्रयास हो रहे हैं, ले
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: सरकारी स्तर पर बेशक अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने के प्रयास हो रहे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव सोमवार को रेवाड़ी में श्रीकृष्ण भवन के शिलान्यास समारोह में विरोधी पक्ष के वरिष्ठ नेता पर कटाक्ष करने के चक्कर में विवादित भाषण दे बैठे। कैप्टन ने कहा दिया शादी अपनी कौम (जाति) में ही करनी चाहिए।
श्रीकृष्ण भवन का शिलान्यास करने के बाद जैसे ही रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह समारोह से गए, वैसे ही कैप्टन यादव मंच पर पहुंच गए। जब कैप्टन ने राव का नाम लिए बिना सामाजिक कार्यक्रम से जल्दी चले जाने पर कटाक्ष किया तो राव के कुछ समर्थक बेहद उग्र हो गए। कार्यक्रम स्थल पर महाभारत शुरू हो गया। कुछ लोगों के बीच बचाव के बाद कैप्टन ने सामाजिक मुद्दों पर भाषण देना शुरू कर दिया, लेकिन कैप्टन के कटाक्ष जारी रहे। कटाक्ष के चक्कर में कैप्टन ये भूल गए कि मौजूदा सरकार ही नहीं बल्कि उनकी सरकार ने भी अपने समय पर अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने की पहल की थी।
कैप्टन ने कहा कि हमने अपने बेटे-बेटी का विवाह समाज में किया है। न तो लालू प्रसाद की बेटी से अपने बेटे के विवाह में दहेज लिया और न अपनी बेटी के विवाह में दहेज दिया। शादियां अपनी बिरादरी में कीं और उनको देखो..। इन लोगों को समाज का ज्ञान नहीं है। कैप्टन ने मांस व अंडों की बिक्री की गांवों तक पहुंच को भी अच्छा नहीं माना।
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बाद में यूं दी सफाई
मेरा कहने का मतलब ये था कि आजकल के युवा अंतरजातीय विवाह कर रहे हैं, लेकिन हमारी जाति में लड़कियों की कमी नहीं है। मैं ये कहना चाह रहा था कि अंतरजातीय विवाह की बजाय अपनी कौम में विवाह करना अच्छा है, लेकिन मैं अंतरजातीय विवाह करने वालों के विरोध में नहीं हूं।
-कैप्टन अजय सिंह यादव।