बाबा मुक्तेश्वरपुरी की गौरव गाथा का प्रकाशन
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : गांव कान्हड़वास निवासी मास्टर मंगतराम यादव ने कोसली एवं कोसलिया
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : गांव कान्हड़वास निवासी मास्टर मंगतराम यादव ने कोसली एवं कोसलिया गोत्र का इतिहास एवं बाबा मुक्तेश्वर पुरी की गौरव गाथा पुस्तक लिखी है। उनकी इस रचना को क्षेत्र के लोगों ने सराहा है। सेवानिवृत्त शिक्षक मास्टर मंगतराम यादव ने बताया कि उनकी इस किताब में विभिन्न स्त्रोतों से जानकारियां संग्रहित कर इसका संपादन किया गया है। इस किताब के पद में से यादव समाज एवं 36 बिरादरी और विशेष रूप से कोसलिया गोत्र के लोगों को अपने पूर्वजों के कृत्यों पर गौरव का अनुभव होगा। उन्होंने बताया कि बाबा मुक्तेश्वर पुरी महाजन की महिमा का महत्व जानकर उनके प्रति आस्था और श्रद्धा भावना प्रगाढ़ होगी। उन्होंने बताया कि किताब लिखने में संग्रहकर्ता के रूप में कप्तान जयलाल ने विभिन्न साक्ष्य संग्रहित कर किताब लिखने में सहयोग किया। उन्होंने बताया कि किताब लिखने का उद्देश्य लोगों को जिस कस्बे या गांव में रहने वाले हैं वह कब बसा,किसने किन परिस्थतियों में बसाया आदि की जानकारी देना है। करीब 5-6 वर्ष के अथक प्रयास से जिस जगह से जो तथ्य प्राप्त हुए जैसे पृथ्वीराज रासौ, सुधानंद योगी द्वारा लिखित यादव इतिहास, राजबली पाण्डेय का प्रचीन इतिहास, शोध संस्थान जबलपुर, अंग्रेज इतिहासकार डबल्यू ई हरबर्ट चार्ल्स फान्स्वे, हरियाणा गजेटियर, राजस्थान के चारणों, जागाओं, भाटों व बेदियों द्वारा हस्तलिखित रजिस्टर, कोसली निवासी स्व. सूबेदार डॉ. शिवधन ¨सह द्वारा लिखित यादव परिवार, स्व. मास्टर इंद्रजीत द्वारा हस्तलिखित रजिस्टर आदि से उपलब्ध सामग्री को संग्रहित करके पुस्तक के रूप में लिखकर बाबा मुक्तेश्वर पुरी मठ आदर्श समिति की सेवा में प्रकाशनार्थ प्रस्तुत कर दिया। उन्होंने बताया कि सितंबर माह में बाबा मुक्तेश्वरपुरी मठ कोसली के महंत बाबा शिवपुरी से विमोचन कराया जाएगा। यह पुस्तक मठ आदर्श समिति कार्यालय कोसली में उपलब्ध है।