Rewari News: धोखाधड़ी करने वालों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो सचिवालय के बाहर धरने पर बैठी 75 साल की बुजुर्ग महिला
Rewari News पांच साल के दौरान ढाई से तीन करोड़ रुपये का लेन-देन करने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को आसलवास गांव की रहने वाली एक 75 वर्षीय महिला जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठ गई।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Fri, 16 Jun 2023 03:36 PM (IST)
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। Rewari News: रेवाड़ी में एक बुजुर्ग महिला को कोई कार्रवाई न होने पर जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठना पड़ा। पांच साल के दौरान ढाई से तीन करोड़ रुपये का लेन-देन करने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को आसलवास गांव की रहने वाली एक 75 वर्षीय महिला जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठ गई।
खाते में करोड़ो का लेनदेन
महिला द्वारा बार-बार गुहार लगाए जाने के बाद भी पुलिस आरोपितों तक नहीं पहुंच पाई है। मामला वर्ष 2010 से 2015 के बीच का है। इनकम टैक्स विभाग द्वारा नोटिस भेजने के बाद महिला के खाते में करोड़ों रुपये का लेन-देन के बारे में पता लगा था। पुलिस ने सात साल बाद 15 फरवरी को अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।
कैंप में खोल गया था खाता
पुलिस को दी शिकायत में आसलवास गांव की रहने वाली मल्ही देवी ने कहा था कि एचएसआईआईडीसी द्वारा उनकी जमीन का अधिग्रहण किया गया था। वर्ष 2009 में आईसीआईसीआई बैंक की ब्रास मार्केट ब्रांच द्वारा गांव में कैंप लगा कर खाते खोले गए थे। उनके पति रोहताश ने ज्वाइंट खाता खुलवाया था। पांच हजार रुपये जमा कर रोहताश ने बैंक में खाता खुलवाया था।इस खाते से उन्होंने अभी तक सिर्फ पांच हजार रुपये ही जमा कराए थे। इसके अतिरिक्त कभी भी कोई ट्रांजेक्शन नहीं की गई। 15 सितंबर 2012 में उनके पति रोहताश की मौत हो गई थी।
नोटिस आने पर लगा था पता
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि वर्ष 2015 में उनके घर पर बैंक खाते से ढाई से तीन करोड़ की ट्रांजेक्शन होने का इनकम टैक्स का नोटिस पहुंचा था। नोटिस के बाद पता लगा कि महिला के खाते को कोई और व्यक्ति लेन-देने के लिए प्रयोग कर रहा था।नोटिस मिलने के बाद उन्होंने अपने बेटे कंवर सिंह के जरिए बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और ट्रांजेक्शन से संबंधित जानकारी मांगी। बैंक अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं दी।कंवर सिंह लंबे समय से रिजर्व बैंक आफ इंडिया, आईसीआईसीआई मुख्यालय, पुलिस महानिदेशक, सीएम विंडो व पुलिस अधीक्षक को शिकायत देते रहे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।