भाजपा ने रेवाड़ी और कोसली सीट से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन पार्टी के इस फैसले से असंतुष्ट नेताओं ने बगावत कर दी है। पूर्व मंत्री विक्रम यादव पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव और पूर्व पार्षद प्रशांत यादव उर्फ सन्नी ने अपने-अपने समर्थकों के साथ बैठक कर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। भाजपा हाईकमान बागी नेताओं को मनाने की कोशिश कर रहा है।
प्रीतम सिंह, रेवाड़ी। रेवाड़ी और काेसली विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा के साथ शुरू हुआ विरोध थम नहीं रहा है। भाजपा ने कोसली के विधायक लक्ष्मण यादव को रेवाड़ी व अनिल डहीना को कोसली उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस ने विधायक चिरंजीव राव को दोबारा मौका दिया है। टिकट वितरण के बाद रेवाड़ी व कोसली सीट पर भाजपा के नेताओं ने बगावत कर दी है। बगावत करने वाले नेताओं ने चुनाव लड़ने की हुंकार भर दी है।
विक्रम यादव ने पार्टी के निर्णय का किया विरोध
कोसली में पूर्व मंत्री विक्रम यादव ने पार्टी के निर्णय का विरोध किया। हालांकि रेवाड़ी में भाजपा ने परिवार पहचान पत्र के प्रदेश संयोजक डॉ. सतीश खोला को मना लिया है, लेकिन अन्य नेताओं को राजी नहीं कर सकी है।रविवार को पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव व पूर्व पार्षद प्रशांत यादव उर्फ सन्नी ने अपने-अपने समर्थकों के साथ बैठक की। उधर, पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास व पर्यटन निगम के चेयरमैन अरविंद यादव ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
चर्चा है कि दोनों नेता कहीं न कहीं सतीश यादव के संपर्क में है। भाजपा के उम्मीदवार के लिए चुनावों में बड़ी परेशानी खड़ी कर सकते हैं। भाजपा हाईकमान दोनों नेताओं को मनाने का प्रयास भी कर रहा है।
सतीश यादव बोले- जनता के आर्शीवाद से लड़ेंगे चुनाव
पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने कोनसीवास रोड पर अपने समर्थकों के साथ बैठक की। समर्थकों से रायसुमारी के बाद उन्होंने कहा कि भाजपा ने कोसली विधायक को रेवाड़ी से उम्मीदवार बनाकर यहां के कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है इससे रोष है।
अभी तक के जन प्रतिनिधियों ने रेवाड़ी की समस्याओं के समाधान की ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे, लेकिन किसी पार्टी के सिंबल पर लडेंगे या नहीं इसके लिए कमेटी बनाई है, जो तय करेगी। उन्होंने कहा कि 11 सितंबर को अपना नामाकंन करेंगे।
प्रशांत यादव बोले- युवाओं का दंभ भरने वाली भाजपा ने अनदेखी की
पूर्व जिला पार्षद प्रशांत यादव सन्नी ने कहा कि प्रत्याशियों के पैनल में उनका नाम शामिल था, लेकिन पार्टी ने युवाओं की अनदेखी कर पैरासूट उम्मीदवार को रेवाड़ी सीट पर भेज दिया। पार्टी के निर्णय से कार्यकर्ताओं में रोष है। लोगों के आर्शीवाद की बदौलत वह विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी टिकट को कुछ नेताओं ने जानबूझकर कटवा दिया। सन्नी ने कहा कुछ राजघराने दशकों से राजनीति करते आ रहे हैं, लेकिन इन्होंने खुद के भले के सिवाए आम जनता के लिए कुछ नहीं किया। वह 11 सितंबर को जनता की टिकट पर नामांकन दाखिल करेंगे।
कोसली में पूर्व मंत्री विक्रम यादव ने किया विरोध
कोसली सीट पर भाजपा की टिकट वितरण के बाद पूर्व मंत्री विक्रम यादव ने विरोध जताया है। अपने आवास पर समर्थकों की बैठक कर कहा कि पार्टी ने निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है, जिससे रोष है।
बिक्रम ने कहा कि मैंने विधायक रहते हुए विधानसभा में रागनी और चुटकुले सुनाने की बजाए क्षेत्र के काम कराने में रुचि दिखाई। उन्होंने कहा कि समर्थकों से रायसुमारी के बाद दो दिन बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।विस चुनावों में पार्टी को कार्यकर्ताओं की अनदेखी भारी पड़ सकती है। विक्रम यादव 2014 में भाजपा के विधायक चुने गए थे, लेकिन उसके बाद केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत सिंह से दूरियां बन गई थी, जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा।
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