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Haryana: छह माह पहले हुई थी रोहतक के अंकित की शादी, परिवार के थे पहले फौजी; लद्दाख हादसे में बलिदान

24 वर्षीय अंकित का छोटा भाई दीपक खेतीबाड़ी करता है जबकि मां सुदेश गृहिणी हैं। पिता जसवीर की करीब दो साल पहले मौत हो गई थी। दादी फूलपति ने बताया कि करीब तीन माह पहले अंकित घर से ड्यूटी पर गया था। प्रीति की शनिवार को दो बजे बातचीत हुई थी। दोनों ने राजी-खुशी की बातचीत की सुबह अंकित के बलिदान होने की सूचना मिली।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Mon, 21 Aug 2023 07:00 AM (IST)
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अंकित परिवार के थे पहले फौजी, लद्दाख हादसे में बलिदान (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, रोहतक: गद्दी खेड़ी गांव निवासी अंकित कुंडू परिवार में पहले फौजी बने थे। लद्दाख में उनके बलिदान होने से परिवार व ग्रामीणों में शोक की लहर है। अंकित के चाचा व सरपंच सेवा सिंह व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि करीब छह माह पहले अंकित की शादी नरेला निवासी प्रीति से हुई थी। अंकित ने गांव के सरकारी स्कूल में 12वीं तक की पढ़ाई की और चार साल पहले फौजी बने।

वह 311 मीडियम आर्टिलरी रेजिमेंट में तैनात थे। सरपंच ने बताया कि सुबह छह बजे उनके पास सूबेदार का फोन आया और उन्होंने पूर्वी लद्दाख में हुए सड़क हादसे में अंकित के बलिदान होने की सूचना दी। अंकित का पार्थिव शरीर सोमवार को गांव में पहुंचेगा। ग्रामीणों ने बताया कि सेना में बलिदान होने वाले अंकित कुंडू गद्दी खेड़ी गांव के दूसरे बलिदानी हैं। उनसे पहले इसी गांव के मेजर राजीव जून में बलिदान हुए थे।

दादी बोली- दोपहर दो बजे आया था अंकित का काल, राजी-खुशी हुई थी बातचीत 

24 वर्षीय अंकित का छोटा भाई दीपक खेतीबाड़ी करता है जबकि मां सुदेश गृहिणी हैं। पिता जसवीर की करीब दो साल पहले मौत हो गई थी। दादी फूलपति ने बताया कि करीब तीन माह पहले अंकित घर से ड्यूटी पर गया था। प्रीति की शनिवार को दो बजे बातचीत हुई थी। दोनों ने राजी-खुशी की बातचीत की, सुबह अंकित के बलिदान होने की सूचना मिली।

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