Haryana Result: हरियाणा की हॉट सीटों पर कांग्रेस का सूपड़ा साफ; बावल में 33 साल से नहीं खुला खाता
Kosli Chunav Result 2024 हरियाणा की रेवाड़ी कोसली और बावल सीट पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। खास बात यह है कि बावल सीट पर पिछले 33 साल से कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला है। अब बावल से भाजपा के डॉ. कृष्ण कुमार ने कांग्रेस के डॉ. एमएल रंगा एवं कोसली से भाजपा के अनिल यादव ने कांग्रेस के जगदीश यादव को हराया है।
प्रीतम सिंह, जागरण, रेवाड़ी। Rewari Chunav Result 2024 विधानसभा चुनाव में एक जिले में भाजपा की लहर चली है। विपक्षियों के सारे दांव-पेंच को दरकिनार करते हुए रेवाड़ी, बावल व कोसली में भाजपा कमल खिलाने में कामयाबी मिली है। कांग्रेस, आप, बसपा-इनेलो कोई खास करिश्मा नहीं दिखा पाए।
Haryana Chunav Result 2024 बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दामाद एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे रेवाड़ी से कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव राव भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। रेवाड़ी से भाजपा प्रत्याशी एवं कोसली के निवर्तमान विधायक लक्ष्मण यादव विजयी हुई, बावल से भाजपा के डॉ. कृष्ण कुमार ने कांग्रेस के डॉ. एमएल रंगा एवं कोसली से भाजपा के अनिल यादव ने कांग्रेस के जगदीश यादव को हराया है।
बता दें कि रेवाड़ी Rewari Chunav Result 2024 व बावल सीट की मतगणना राजकीय कन्या कॉलेज व कोसली सीट की जैन स्कूल में संपन्न हुई। मतगणना के दौरान जैसे-जैसे परिणाम आ रहे थे। हारने वाले प्रत्याशी दबे कदमों से अपने घर लोटने लगे। वहीं प्रत्याशियों के जीत की घोषणा होते ही उनके समर्थकों ने ढोल व नगाड़ों के साथ खुशी का इजहार शुरू कर दिया।
उधर, भाजपा कार्यालय से लेकर शहर के चौक-चौराहों पर लड्डू वितरित करने के साथ जमकर पटाखें चलाए गए। हारे हुए प्रत्याशियों के कार्यालयों व आवास पर सन्नाटा पसर गया।
चाक-चौबंद रही सुरक्षा
मतगणना के दौरान कन्या कॉलेज व जैन स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद रही। मतगणना केंद्रों पर धारा 163 लागू की गई थी। केंद्रों में प्रवेश करने वालों की गहनता से जांच की गई। ईवीएम को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया था। पुलिस, बीएसपी व आरपीएफ के करीब 600 सुरक्षा कर्मी तैनात रहे।33 साल से जीत के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस को नहीं सफलता
Bawal Chunav Result 2024 जिले की एकमात्र आरक्षित सीट बावल से भाजपा को लगातार तीसरी बार सफलता मिली हैं। यहां से कांग्रेस का वनवास खत्म नहीं हो रहा है। वर्ष 1991 में बावल से कांग्रेस की शकुंतला भगवाड़िया को जीत मिली थी। उसके बाद से पार्टी इस सीट पर संघर्ष कर रही है। इस चुनाव में कांग्रेस ने डॉ. एमएल रंगा पर दांव खेला था। हालांकि, यहां से 52 दावेदार टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने पूर्व विधायक रहे डॉ. रंगा को प्रत्याशी बनाया था। इसके बावजूद भी डॉ. रंगा चुनाव नहीं जीत पाए है।
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