मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की घोषणा, रेवाड़ी में इस साल शुरू होगा माजरा एम्स का निर्माण
AIIMS Majra एम्स की घोषणा वर्ष 2014 में हुई थी। उसके बाद से ही किन्हीं न किन्हीं कारणों से प्रोजेक्ट अटका हुआ है। पहले मनेठी गांव में एम्स बनना था लेकिन वहां की जमीन को पर्यावरणीय समिति ने अरावली क्षेत्र की जमीन बताकर रिजेक्ट कर दिया था।
रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा विधानसभा में बजट पेश करते हुए बड़ी घोषणा की है। सीएम ने कहा कि माजरा एम्स की भूमि को पट्टे पर देने का काम लगभग पूरा हो गया है तथा एम्स के निर्माण का काम इसी साल शुरू होने की पूरी संभावना है।
एम्स को लेकर प्रदेश व केंद्र सरकार पर पूरे दक्षिणी हरियाणा की निगाह टिकी हुई है। एम्स के लिए ग्रामीण भी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी लगातार इस प्रोजेक्ट को लेकर मोर्चा संभाले हुए हैं।
तीन एकड़ जमीन की होनी है रजिस्ट्री
एम्स की घोषणा वर्ष 2014 में हुई थी। उसके बाद से ही किन्हीं न किन्हीं कारणों से प्रोजेक्ट अटका हुआ है। पहले मनेठी गांव में एम्स बनना था लेकिन वहां की जमीन को पर्यावरणीय समिति ने अरावली क्षेत्र की जमीन बताकर रिजेक्ट कर दिया था। इसके बाद माजरा गांव के लोगों ने पहल करते हुए एम्स के लिए 203 एकड़ जमीन देने का जिम्मा उठाया।
प्रदेश सरकार की तरफ से एम्स के लिए जमीन का अधिग्रहण नहीं किया गया बल्कि ग्रामीणों से जमीन खरीदी गई है। 203 एकड़ में से 200 एकड़ से अधिक जमीन सरकार खरीद चुकी है। वहीं हरियाणा सरकार खरीदी गई जमीन का पट्टानामा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नाम पर करा रहा है।
149 एकड़ जमीन का पट्टानामा कराया जा चुका है लेकिन 54 एकड़ जमीन का पट्टानामा होना अभी बाकी है। पूरी जमीन का पट्टानामा होने के बाद शिलान्यास की प्रक्रिया आरंभ होगी। अब सीएम की घोषणा के बाद इसी साल एम्स के शिलान्यास की उम्मीद बंधी है।
राव ने की थी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात
केंद्रीय राज्य मंत्री व एम्स को लेकर लगातार प्रयास कर रहे राव इंद्रजीत सिंह ने एम्स शिलान्यास को लेकर बीस दिन पूर्व ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया से संसद परिसर में मुलाकात की थी। राव ने केंद्रीय मंत्री से शीघ्र शिलान्यास करने की मांग की थी। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी वादा किया है कि कि पूरी जमीन का पट्टानामा होने के पश्चात एक माह के भीतर एम्स निर्माण की टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाएगा।