रेवाड़ी विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार Chiranjeev Rao दोबारा चुनावी मैदान में हैं। चिरंजीव राव वर्ष 2019 में रेवाड़ी के विधायक चुने गए थे। इस बार भी वे जीत के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे हालांकि अब वह चुनाव हार चुके हैं। उनके पिता कैप्टन अजय सिंह यादव रेवाड़ी सीट से छह बार विधायक रह चुके हैं और उनके दादा राव अभय सिंह रेवाड़ी के प्रथम विधायक रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। रेवाड़ी विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चिरंजीव राव (Chiranjeev Rao) दोबारा चुनावी मैदान में थे लेकिन इस बार उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। शुरुआती रुझानों में पिछड़ने के बाद चिरंजीव राव फिर आगे नहीं बढ़ सके।
लक्ष्मण रेखा नहीं पार कर पाए चिरंजीव राव
रेवाड़ी सीट से वर्ष 2019 में जीतकर विधायक बने चिरंजीव राव को इस बार करारी हार मिली है। कोसली की सीट छोड़कर रेवाड़ी से उतरे लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार को 28909 मत से हराया।
पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के पुत्र तथा आरजेडी प्रमुख लालू यादव के दामाद चिरंजीव पहले राउंड के बाद अन्य सभी राउंड में पिछड़ते चले गए।
चिरंजीव राव ने वर्ष 2019 में जीता था चुनाव
चिरंजीव राव वर्ष 2019 में रेवाड़ी के विधायक चुने गए थे। बता दें कि रेवाड़ी विधानसभा सीट से पांच प्रत्याशियों ने आवेदन किया था जिसमें से रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव को पार्टी ने दोबारा मौका दिया।
वर्ष 2019 के चुनाव में चिरंजीव राव ने भाजपा के प्रत्याशी सुनील मूसेपुर को 1300 से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया था। चिरंजीव के पिता कैप्टन अजय सिंह यादव रेवाड़ी सीट से छह बार विधायक रह चुके एवं उनके दादा राव अभय सिंह रेवाड़ी के प्रथम विधायक रहे हैं। चिरंजीव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद है।
रेवाड़ी विधानसभा से दादा और पिता रहे विधायक
कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव राव (38) के राजनीतिक अनुभव की बात करें तो रेवाड़ी विधानसभा से दादा राव अभय सिंह एक बार, पिता कैप्टन अजय सिंह यादव छह बार और स्वयं एक बार विधायक रह चुके है। उन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई की है। चिरंजीव राव से बातचीत के प्रमुख अंश:
आपकी जीत का आधार क्या है?
नेक नियत साफ सुथरी छवि पिछले तीन पीढ़ी से हम रेवाड़ी की जनता की सेवा कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के शासनकाल के दौरान मेरे पिताजी ने रेवाड़ी में अनेको कार्य करवाए। मैंने विधायक रहते हुए विधानसभा में इलाके की सभी समस्याओं को उठाया और विधायक की ग्रांट को पूरे हल्के में पाई -पाई लगवाई। लोगों के बीच सदैव रहे। कोई घटना होती तुरंत पहुंचते हैं। कोरोना काल में लोगों की सेवा की
आप किन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं?
मुद्दे तो बहुत हैं महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था विकास कार्य नहीं होना तथा रेवाड़ी के साथ प्रदेश सरकार द्वारा पांच साल में भेदभाव करना है।
आपकी नजरों में क्षेत्र की पांच बड़ी प्रमुख समस्या कौन सी है?
शहर में जल भराव की समस्या, पीने के पानी की समस्या, बेसहारा पशुओं की समस्या, जाम की समस्या, बस स्टैंड नहीं बनाया, लड़कों के कोलेज की बिल्डिंग नहीं बनी, धारूहेड़ा में अरे केमिकल युक्त पानी की समस्या, मसानी बराज में डाले जा रहे गंदे पानी की समस्या, रेवाड़ी में बढ़ रही नशा खोरी।
इन समस्याओं का आप समाधान कैसे कराएंगे?
सरकार बनने पर सभी समस्याओं का समाधान करवाया जाएगा भाजपा के दौरान उदासीन रवैये चलते इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ
किस वजह से मतदाता आपको वोट दें?
कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में मेरे पिताजी द्वारा किए गए कार्य इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी, पालिटेक्निक कालेज लिसाना, खरखड़ा आईटीआई व कॉलेज, टामा सेंटर, हर बिरादरी की धर्मशाला, पीएचसी सीएचसी, सड़कों का जाल, नहरों का जाल बिछाया गया।
कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में द्वारा किए गए कार्य, बीजेपी के 10 साल में कुछ नहीं हुआ, भाजपा का उम्मीदवार बाहरी, इसलिए 50 साल से हमारे परिवार का समर्पित भाव, बेदाग और साफ सुथरी छवि।
आपके प्रतिद्वंद्वी को लोग वोट क्यों न दें?
भाजपा से कोसली से विधायक रहे। वहां कुछ करा नहीं सकें तो पार्टी ने रेवाड़ी से इसलिए खड़ा किया की कोसली क्षेत्र के लोग नाराज हैं और वहां उनकी हार तय थी। वहीं यहां पर भी होने वाला है। हमारा तो मुकाबला ही किसी पार्टी से नहीं है। एकतरफा जीत होगी।
पार्टी में गुटबाजी से कैसे लड़ रहे हैं ?
पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है रेवाड़ी में कोई भी कांग्रेसी नाराज नहीं है। मेरे लिए चुनाव प्रचार में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दीपेंद्र सिंह हुड्डा सचिन पायलट भूपेश बघेल, तेज प्रताप यादव ,राजबब्बर, टीकाराम जूली, योगेंद्र यादव सभी नेता आए हैं। अशोक गहलोत तथा संसद में नेता विपक्ष राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं।
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