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बर्मिघम में चले अमित के पंच, मायना में झूमा परिवार

भारतीय बाक्सर अमित पंघाल राष्टमंडल खेलों में पदक की उम्मीद बन गए हैं। पहले मुकाबले में बाई मिलने के बाद सोमवार को दूसरे मैच में वानुआटू देश के बाक्सर नाम्री बेरी को आसानी से 5-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। बर्मिघम में अमित रिग में प्रतिद्वंद्वी बाक्सर पर पंच पर पंच बरसा रहे थे। उधर परिवार के सदस्य टीवी पर मैच देखने लिए खड़े रहे ताकि कोई उलटफेर न हो लेकिन अमित ने परिवार व देशवासियों को निराश नहीं किया और 5-0 के अंतर से मैच अपने पक्ष में किया। अब चार अगस्त को क्वार्टर फाइनल मैच में स्काटलैंड के बाक्सर से मुकाबला होगा।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 02 Aug 2022 12:27 AM (IST)
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बर्मिघम में चले अमित के पंच, मायना में झूमा परिवार

जागरण संवाददाता, रोहतक : भारतीय बाक्सर अमित पंघाल राष्टमंडल खेलों में पदक की उम्मीद बन गए हैं। पहले मुकाबले में बाई मिलने के बाद सोमवार को दूसरे मैच में वानुआटू देश के बाक्सर नाम्री बेरी को आसानी से 5-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। बर्मिघम में अमित रिग में प्रतिद्वंद्वी बाक्सर पर पंच पर पंच बरसा रहे थे। उधर, परिवार के सदस्य टीवी पर मैच देखने लिए खड़े रहे ताकि कोई उलटफेर न हो, लेकिन अमित ने परिवार व देशवासियों को निराश नहीं किया और 5-0 के अंतर से मैच अपने पक्ष में किया। अब चार अगस्त को क्वार्टर फाइनल मैच में स्काटलैंड के बाक्सर से मुकाबला होगा।

रोहतक के मायना गांव निवासी बाक्सर अमित पंघाल 51 किग्रा भार में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सोमवार को अमित का वानुआटू के बाक्सर नाम्री बेरी के साथ मुकाबला हुआ। अमित का मैच देखने के लिए परिवार के सदस्यों ने एलईडी पर पहले ही तैयारी कर ली थी। जैसे ही मैच शुरू हुआ तो सभी सदस्य एक साथ बैठकर मैच देखने लगे। अमित के पिता विजेंद्र सिंह पंघाल ने पूरा मैच खड़े होकर देखा। मैच जीतने के बाद परिवार के सदस्य खुशी के मारे उछल पड़े। ग्रामीणों ने भी अमित की जीत पर परिवार को बधाई दी। मां उषा बोली- गोल्ड मेडल लेकर आएगा बेटा

मैच जीतने के बाद मां उषा देवी काफी खुश नजर आई। उन्होंने कहा कि अमित इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर लाएगा। टोक्यो ओलिपिक में उससे पदक की उम्मीद थी, लेकिन प्रदर्शन खास नहीं रहा। लेकिन ओलिपिक के खराब प्रदर्शन की राष्ट्रमंडल खेलों में कमी को दूर करेंगे, ऐसी अपेक्षा अमित के कर रहे हैं। पहले मैच में बाई मिली। दूसरे मैच में अच्छा खेले हैं। उधर, पिता विजेंद्र ने कहा कि जिस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद थी, उससे कहीं बेहतर अमित खेला है। इसलिए देश के लिए पदक जीतने में कोई बाधा नहीं दिख रही है। बर्मिघम में भी हरियाणवियों में खुशी की लहर

अमित पंघाल का मैच देखने के लिए यूके में रह रहे हरियाणवी भी पहुंचे। हरियाणवी समुदाय के लोगों ने अमित की जीत पर खुशी मनाई। यूके इन हरियाणा एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप अहलावत ने अन्य हरियाणा के लोगों के साथ मिलकर अमित का स्वागत किया। कुलदीप ने बताया कि यूके में हरियाणा के खिलाड़ियों की जीत पर गर्व की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि पंघाल देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर देशवासियों को तोहफा देंगे। लंदन में रह रहे नरेश जाखड़ ने भी अमित को जीत की बधाई दी। अमित के चाचा अधिवक्ता राजनारायण पंघाल भी उनके साथ राष्ट्रमंडल खेलों में गए हुए हैं। 2018 गोल्ड कोस्ट में जीत चुके हैं सिल्वर

अमित पंघाल 2018 में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए रजत पदक जीत चुके हैं। इसके अलाव व‌र्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर भी अमित पंघाल जीत चुके हैं। इस बार पदक का रंग बदलने के उद्देश्य के साथ अमित बर्मिघम पहुंचे हैं।

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