कांग्रेस को बडा़ झटका, हुड्डा ने पकड़ी अलग राह, बोले- अतीत से हुआ मुक्त, पहले वाली कांग्रेस नहीं रही, भटकी राह
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हु्ड्डा आज कांग्रेस नेतृत्व को अपनी सियासी ताकत दिखाएंगे। अब आरपार के मूड में नजर आ रहे हुड्डा आज अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Mon, 19 Aug 2019 09:02 AM (IST)
रोहतक, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पहले वाली नहीं रही और अब भटक गई है। मैं यहां सारी चीजों से मुक्त होकर अपनी बात कहने आया हूं। हरियाणा में कांग्रेस से अलग होने का साफ संकेेत देते हुए कहा आज खुद को अतीत से मुक्त करता हूं। मुझे नेताओं व रैली में मौजूद लोगों द्वारा कोई भी फैसला लेने का जो अधिकार दिया है उसके लिए मैं एक कमेटी का गठन करुंगा। कमेटी की सलाह पर इस बारे में कोई भी फैसला लूंगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस थोड़ी राह भटक गई है।
कहा- कांग्रेस अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर कुछ राह भटक गई , हमने देशहित के इस फैसले का समर्थन कियाराेहतक में आयोजित महापरिवर्तन रैली में कहा कि आज हर चीज से मुक्त होकर यहां आया हूं। मैं आज अतीत से मुक्त होकर इस मंच पर आया हूं। उन्होंने कहा अपने परिवार की चार पीढि़यों के पार्टी से जुड़ाव और इसके लिए योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि अब कांग्रेस पहले वाली नहीं रही।
बता दें कि महापरिवर्तन रैली में नेताओं के तेवर तीखे दिखे। करण सिंह दलाल ने साफ कहा कि कांग्रेस नेतृत्व यदि हरियाणा में पार्टी की कमान हुड्डा को नहीं दे तो अलग राह अपनाई जाए। पर्व स्पीकर रघुबीर कादियान ने एक लाइन का प्रस्ताव रखा कि हुड्डा जो भी फैसला करेंगे उसके साथ हम सभी खड़े हैं। उन्होंने जनसभा लोगों से हाथ उठवाकर इसका समर्थन कराया।
बाेले- उसूलों के लिए टकराना भी जरूरी है, चाहे वह कोई भी हो
हुड्डा ने कहा, मैं 72 साल का हो गया हूं और रिटायर होना चाहता था, लेकिन हरियाणा की हालत देखकर संघर्ष का फैसला किया। उन्हाेंने कहा कि देशहित से ऊपर कुछ नहीं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद हटाने का हमारे (कांग्रेस) कु्छ नेताओं ने विरोध किया, यह सही नहीं था। मैंने देशहित के इस निर्णय का समर्थन किया। उन्होंने कहा, मेरे परिवार की चार पीढि़यों कांग्रेस से जुड़ी रही है। हमने कांग्रेस के लिए जी जान से मेहतन की, लेकिन अब कांग्रेस पहले वाली नहीं रही। 370 पर कांग्रेस कुछ भटक गई, लेकिन देशभक्ति और स्वाभिमान का मैं किसी से समझौता नहीं करूंगा, इसीलिए मैंने 370 हटाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा, उसूलों के लिए टकराना भी जरूरी है, जिंदा हो तो जिंदा दिखना जरूरी है।
हुड्डा ने नौकरियों में पारदर्शिता के मनोहरलाल सरकार के दावे पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि नौकरियों कैसी दी जा रही है, एमए पास युवाओं को चपरासी की नौकरी दी जा रही है। नौकरियां बेची जा रही है।रैली में हुड्डा ने जमकर चुनावी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि अगर मेरी सरकार बनी तो सबसे पहले अपराधियों का सफाया करूंगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिलकुल चौपट हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि किसानों का कर्जा माफ किया जाएगा। इसमें भूमिहीन किसानों को भी शामिल किया जाएगा। कर्मचारी सबसे ज्यादा तकलीफ में हैं। आंगनबाड़ी, आशा वर्कर का भत्ता बढ़ाया जाएगा। पंजाब के समान कर्मचारियों को वेतनमान दिया जाएगा, पुरानी पेंशन लागू होगा। सातवां वेतन आयोग पूर्ण रूप से लागू होगा। 1 फरवरी 2016 से उनको एचआरए दिया जाएगा। जितने भी पढ़े लिखे चतुर्थ श्रेणी में भर्ती हुए हैं उन्हें क्लास बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गरीब महिलाओं के खाते में हर महीने दो हजार रुपये डाले जाएंगे। बीपीएल को 300 यूनिट तक बिजली फ्री, विवाह शगुन योजना एक लाख रुपये, गरीब आदमी को दो रुपये किलो चावल व गेहूं देंगे। फसल बीमा योजना की किश्त हरियाणा सरकार भरेगी। रोजगार के लिए ऐसी स्कीम बनाएंगे कि हर परिवार में योग्यता के आधार पर एक व्यक्ति को नौकरी देंगे। जब तक नौकरी नहीं मिलेगी योग्यता भत्ता देंगे। 75 प्रतिशत नौकरी हरियाणा के युवाओं को मिले इसके लिए कानून बनाएंगे।उन्होंने कहा कि बुढ़ापा पेंशन पांच हजार रुपये महीना देंगे। हरियाणा रोडवेज में महिलाओं की यात्रा फ्री करेंगे। गरीबों के लिए चार लाख घर बनाकर देंगे। दलित बच्चों को आठवीं तक 500, 12वीं तक 1000 व उससे ऊपर 1500 रुपये देंगे। हुड्डा ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो चार उपमुख्यमंत्री बनाएंगे। एक ओबीसी, एक अनुसूचित जाति , एक ब्राह्मण व एक अन्य किसी वर्ग से। उन्होेंने कहा कि आज अतीत आज हरियाणा बर्बादी की ओर है। आज किसान तबाही की ओर है और बेरोजगारी बढ़ रही है।रघुवीर कादियान ने रैली में एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित कराया, हुड्डा के हर फैसले के साथअन्य नेताओं ने भी अपने संबोधन में कहा कि हुड्डा अब मजबूत फैसला करें, हम उसके साथ हैं। विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कहा कि कांग्रेस कहां है। कमरों में बैठे कुछ नेता कांग्रेस की दशा नहीं बदल सकते। यदि कांग्रेस की हालत सुधरना था तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कमान देनी चाहिए थी। दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा की राजनीति दोहरे पर है।करण सिंह दलाल ने कहा- आलाकमान हुड्डा को कमान न सौपे तो जल्द अलग राह अपनाओरैली को विधायक करण सिंह दलाल ने भी संबोधित किया। उन्होंने हरियाणा में गुटबाजी पर जमकर हमले किए। उन्होेंने कहा कि हम कोई भी जनहित के मुद्दे को उठाते थे हमारी पार्टी के नेता ही इसका विरोध किया। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुखातिब होते हुए कहा, अब समय आ गया है कि हुड्डा जी आप फैसला करें। कांग्रेस आलाकमान से साफ बात करें कि वह आपके नेतृत्व मेें हरियाणा में कांग्रेस को एकजुट कर आगे की राह तय करे। अन्यथा, अलग राह चुनें और तय करें किे अलग पार्टी बनानी है या मंच, किसी दल से गठजोड़ करना है इस पर फैसला करें। आपके नेतृत्व में सभी आगे बढ़ने को तैयार है।दीपेंद्र हुड्डा बोले- अनुच्छेद 370 को हटाना राष्ट्रहित का फैसला, इसलिए किया समर्थनपूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विकास की राजनीति और भाजपा के राजनीति के दोहारे पर खड़़ा है। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की चर्चा करते हुए कहा कि हमने देशहित को समर्थन किया। इसे हटाने का तरीका सही नहीं था, लेकिन यह राष्ट्रहित में था। उन्होंने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि उस समय हरियाणा नंबर वन था और हर क्षेत्र में पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में परिवर्तन के लिए बिगुल बज गया है।रैली के मंच पर नेताओं के साथ रैली के मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा।कुलदीप शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख पर भी इशारों में हमला किया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अनुच्छेद 370 को अस्थायी बताया था, इसलिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अनुच्छेद 370 को हटाने का समर्थन कर जनभावनाओं का सम्मान किया। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को समझना चाहिए कि हरियाणा में केवल भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही बीजेपी को सत्ता से बाहर निकाल सकते हैं।यह भी पढ़ें: ASI बेटी को फोन करके बोला- DSP ने मुझे कुत्ता कहा मरने जा रहा हूं, फिर बेटी ने ऐसे बचायारैली को नेताओं ने कहा कि हुड्डा जो भी फैसला करेंगे हम उनके साथ हैं। मंच संचालन पूर्व मंत्री गीता भुक्कल कर रही हैं। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जिलेराम शर्मा ने कहा कि हुड्डा ने हरियाणा में अभूतपूर्व कार्य किया। रैली को जयवीर वाल्मीकी ने भी संबोधित किया। कांग्रेस विधासक आनंद सिंह दांगी ने कहा कि देश में जो भी परिवर्तन जनता के माध्यम से होता है। आज जितनी संख्या में लोग आए हैं वह परिवर्तन का संकेत दिया है। रैली को विधायक ललित नागर ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता अब परिवर्तन चाहती है। यह परिवर्तन भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हो सकता है। हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में अगली सरकार बनानी है।रैली में हुड्डा समर्थक करीब 13 विधायक, कई पूर्व विधायक सहित हरियाणा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। रैली से पहले ही कयास लगाए जा रहे थे हुड्डा कांग्रेस से अलग राह की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। यह भी चर्चा थी कि अभी वह अलग पार्टी की जगह एक कमेटी के गठन की घोषणा कर सकते हैं। पूरे रैली स्थल पर कहीं भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का फोटो व कांग्रेस का चुनाव चिन्ह नजर नहीं आया।रैली स्थल पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की तस्वीरें व कांग्रेस का चुनाव चिन्ह नहींरैली का आयोजन मेला ग्राउंड पर किया गया था और रैली के लिए बनाया गए पंडाल में काफी संख्या में हुड्डा समर्थक गुलाबी पगड़ी पहनकर बैठे हुए थे। रैली स्थल पर कहीं भी कांग्रेस का झंडा नहीं लगे होने से कयासबाजी तेज हो गई।बता दें कि उनकी बीती रात कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी और इसके बाद यह अनुमान लगाया जा रहा था कि वह फिलहाल अलग पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे। इसके बाद हुड्डा ने रैली में एक कमेटी के गठन का ऐलान किया। यह कमेटी कांग्रेस से अलग होने के बारे में एक हफ़्ते में अपनी रिपोर्ट देगी और भविष्य की राजनीति पर जनता की भावना जानेगी। कांग्रेस विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा कमेटी के अध्यक्ष हो सकते हैं। यह भी पढ़ें: 50 की उम्र में मां शादी के लिए ऑनलाइन साइट पर तलाशने लगी दूल्हा, फिर बेटे ने उठाया बड़ा कदमरैली मेें मंच पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना, पूर्व मंत्री धर्मपाल मलिक, पूर्व विधायक जगवीर वाल्मीकि, ललित नागर, जिले सिंह शर्मा, जयतीर्थ दहिया, करण सिंह दलाल, रणबीर महेंद्रा, शकुंतला खटक, आनंद सिंह दांगी, श्रीकृष्ण हुड्डा, कृष्णमूर्ति हुड्डा, जगबीर मलिक, भारत भूषण बतरा, धर्मसिंह छोकर मौजूद थे। पूर्व मंत्री संपत सिंह, धर्मबीर गोयत, पूर्व मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रघुवीर कादियान, एडवोकेट संतकुमार, गीता भुक्कल, निर्मल सिंह, राव धर्मपाल सहित काफी संख्या में पूर्व मंत्री और विधायक मंच पर थे। हुड्डा ने अपनी रैली मेें पार्टी के प्रतिद्वंद्वी नेताओं को निमंत्रण तक नहीं दिया था। इतना ही नहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं को भी इस रैली में नहीं बुलाया गया।हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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