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विधानसभा में राठी को श्रद्धांजलि, विवादों से जुड़ा रहा नाम; इस किसान नेता ने नफे सिंह की हत्या के पीछे बताई वजह

हरियाणा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी को अपनी श्रद्धांजलि दी। कल बहदुरगढ़ में राछी की गोलियों से भून हत्या कर दी गई थी। किसान नेता रमेश दलाल ने हत्या के पीछे बड़ी वजह बताते हुए कहा है कि बिना राजनैतिक संरक्षण के बदमाश इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सकते हैं।

By Pardeep Bhardwaj Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Mon, 26 Feb 2024 12:26 PM (IST)
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विवादों से भी जुड़ा रहा नफे सिंह राठी का नाम, कार्यकर्ताओं में बड़े हमदर्द की थी छवि
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। हरियाणा विधानसभा (Haryana Assembly) में मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष (INLD News) और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi Murder Case) को श्रद्धांजलि दी। पूर्व विधायक की कल बहदुरगढ़ (Bahadurgarh News) में हत्या कर दी गई थी।

किसान नेता रमेश दलाल ने हत्या के पीछे बताई बड़ी साजिश

2000 के हरियाणा विधान सभा में नफे सिंह राठी को कड़ी टक्कर देने वाले उस समय कांग्रेस के प्रत्याशी रहे और राष्ट्रीय किसान नेता रमेश दलाल (Ramesh Dalal) ने आशंका जाहिर की है कि नफे सिंह राठी की हत्या के पीछे कोई बड़ी सुनियोजित साजिश अवश्य है।

नफे राठी के घर के बाहर खड़ी महिलाएं

जिस प्रकार घटना को अंजाम दिया गया और ट्रेंड शार्प शुटर्स को इस घृणित कांड में लगाया गया।उससे साफ जाहिर होता है कि हत्या के पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक साजिश भी हो सकती है। चुनाव के नजदीक सरे आम जनता के बीच एक राजनैतिक नेता की हत्या बिना प्रभावशाली राजनैतिक नेताओं के संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकती।

दलाल ने कहा कि हत्यारों के बेखौफ होने के पीछे ये है बड़ी वजह

रमेश दलाल ने कहा कि घटना के समय और स्थान से एक गहरी साजिश की बू आ रही है। दलाल के अनुसार हत्यारे इतने बेखौफ तभी हो सकते हैं जब उनके पीछे कोई बड़ी शक्तिशाली और प्रभावशाली मदद का भरोसा हो।

घटना के बाद घर के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात

रमेश दलाल ने कहा कि पुलिस हत्या के पीछे की साजिश को तुरंत बेनकाब करे क्योंकि राजनेतिक नेता की इस तरह सारे आम बेखौफ तरीके से की गई हत्या से पूरे हरियाणा में असुरक्षा का डर फेल गया है।

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यदि हत्या के पीछे साजिश को जल्दी ही बेनकाब नही किया गया तो अपराधियों के हरियाणा प्रांत में होशले बुलंद होंगे। रमेश दलाल ने कहा की वे इस दुख की घड़ी में नफे सिंह राठी के परिवार के साथ खड़े है और निजी रूप से मेरे लिए आघात है क्योंकि मेने अपने एक कॉलेज के साथी को खोया है।

सरेआम की गई हत्या से स्तब्ध है पूरा बहादुरगढ़

परिवार के सदस्यों और पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग है कि नफे सिंह राठी के हत्यारों को पुलिस तुरंत गिरफ्तार करे। परिवार बोला जब तक हत्यारे व आरोपीयों को गिरफ्तार नहीं करेंगे, तब तक पोस्ट मार्टम नहीं कराएंगे।

परिवार का कहना है कि हमने हमेशा बहादुरगढ़ की हिफाजत की आवाज उठाई। आज राठी परिवार को बहादुरगढ़ के साथ की जरूरत है।

विवादों से जुड़ा रहा नाम

पूर्व विधायक नफे सिंह राठी का विवादों से भी नाम जुड़ा रहा। हालांकि उनकी छवि कार्यकर्ताओं के बीच बड़े हमदर्द की भी रही है। यही वजह है कि लंबे समय से उनसे जुड़े कार्यकर्ता आज भी उनके परिवार के साथ हैं। दूसरी ओर नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी और मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी के साथ नफे सिंह के परिवार का जमीनी विवाद चल रहा है।

इसमें केस दर्ज भी हुआ था, जिसमें उनके पार्षद पुत्र की गिरफ्तारी हुई। जबकि जनवरी 2023 में पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र जगदीश नंबरदार की आत्महत्या मामले में नफे सिहं पर मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में उनको कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी।

इसी मामले में नफे सिंह राठी और उनके पुत्र पार्षद जितेंद्र राठी का पुलिस ने शस्त्र लाइसेंस भी निलंबित कर दिया था। पुलिस के अनुसार कुछ साल पहले भी उनका एक आपरााधिक मामले में नाम आया था। हालांकि बाद में कोर्ट से वे बरी हो गए थे।

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