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रोहतक के आश्रम में लड़कियों को बेरहमी से पीटने का मामला, रस्सी से भी बांधा; रिकॉर्ड खंगालने पर हुए बड़े खुलासे

रोहतक के एक आश्रम में लड़कियों के साथ मारपीट करने और उन्हें जबरन रस्सियों से बांधने के आरोप लगे हैं। इस आश्रम को बाल भवन की कमेटी द्वारा संचालित किया जाता है। जांच में कई बड़े खुलासे भी हुए हैं। इस पूरे मामले में आश्रम की इंचार्ज मंजू और एजुकेटर सुशीला के खिलाफ पुरानी सब्जी मंडी थाना में केस दर्ज किया गया है।

By Gurpreet CheemaEdited By: Gurpreet CheemaUpdated: Tue, 12 Sep 2023 03:13 PM (IST)
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रोहतक के एक आश्रम में लड़कियों के साथ मारपीट की घटना (फाइल फोटो)

रोहतक, राहुल रापड़िया। Rohtak News: जिले में प्रशासन के सहयोग से चल रहे लड़कियों के एक आश्रम पर बड़े गंभीर आरोप लगे हैं। इस आश्रम में विशेष श्रेणी के बच्चों और अनाथ लड़कियों को रखा जाता है। बाल भवन की कमेटी इसका संचालन करती है। आरोप है कि आश्रम में लड़कियों की पिटाई की जाती है और उन्हें रस्सियों तक से बांध कर रखा जाता है।

इस बारे में जिला बाल कल्याण अधिकारी (Child Welfare Officer) की अध्यक्षता में आरोपों की जांच करने वाली कमेटी की शिकायत पर आश्रम की इंचार्ज मंजू और एजुकेटर सुशीला के खिलाफ पुरानी सब्जी मंडी थाना में केस दर्ज हुआ है। दोनों पर जेजे एक्ट और बालकों के विरुद्ध अपराध की धाराओं में कार्रवाई हुई है। हालांकि, दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

ये है पूरा मामला

जुलाई माह में जिला उपायुक्त अजय कुमार (DC Ajay Kumar) के पास एक शिकायत पहुंची थी। इसमें जगन्नाथ आश्रम में रहने वाली 17 वर्षीय विशेष श्रेणी की लड़की के साथ प्रताड़ना के आरोप लगाए गए थे। इस शिकायत पर जिला उपायुक्त ने जिला बाल कल्याण अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई। इसमें बाल कल्याण समिति, एसपी आफिस की सीएलजी यूनिट व बाल सरंक्षण अधिकारी आयोग के मेंबर को शामिल किया गया। जुलाई में इस कमेटी ने आश्रम का दौरा कर वहां की व्यवस्थाएं जांची थी।

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रजिस्टर में लिखा था बच्चों ने दर्द

कमेटी ने आश्रम का रिकॉर्ड जांचा तो पता चला कि बाल समिति के रजिस्टर के अंदर संस्था के बच्चों ने लिखा था कि वे इंचार्ज मन्जू और चौकीदार रानी के व्यवहार से बहुत ज्यादा परेशान हैं। इंचार्ज मंजू ने 17 साल की लड़की को थप्पड़ मारा, जो कि एक स्पेशल श्रेणी की लड़की है। लड़की की सिविल अस्पताल में नियुक्त बाल मनोचिकित्सक से काउंसलिंग कराई गई तो उसने बताया कि दोनों ने उसके साथ कई बार मारपीट की है, यहां तक कि उसे रस्सियों से भी बांधा जाता था।

चौकीदार पर भी मारपीट के आरोप, नौकरी से हटाने की सिफारिश

कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में कई बच्चों से बातचीत कर उनके आरोप जाने हैं। इन बच्चों का कहना है कि आश्रम की चौकीदार रानी भी उनके साथ मारपीट करती है। कमेटी ने यह भी पाया कि आश्रम में इस समय जो आरोपित कार्यरत हैं वो नियमों के तहत शैक्षणिक योग्यता भी पूरी नहीं करते हैं। इन सभी को नौकरी से हटाने की सिफारिश की गई है।

दो के खिलाफ केस दर्ज

वहीं, इस पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए जांच अधिकारी एसआई अंकिता जो कि थाना पुरानी सब्जी मंडी में कार्यरत हैं, उन्होंने बताया कि आश्रम में दो कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे हैं। जो तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।

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