Rohtak News: स्नातक पास किसान ने शुरू की बागवानी, सालाना हो रही लाखों की आमदनी; उपराष्ट्रपति भी कर चुके सम्मानित
Rohtak स्नातक पास करने के बाद ज्यादातर युवा नौकरी की तलाश में जुटे रहे हैं लेकिन लाखनमाजरा के युवा किसान अमित राठी नौकरी की बजाय मालिक बनकर खेती को महत्व दिया। तीन साल पहले उन्होंने तीन एकड़ में अलग अलग सब्जियां लगाना शुरू किया। बागवानी विभाग के अधिकारियों का मार्गदर्शन मिला और योजनाओं का लाभ उठाया। आज अमित सालाना लाखों रुपये की आमदनी कर रहे हैं।
रतन चंदेल, रोहतक। स्नातक पास करने के बाद ज्यादातर युवा नौकरी की तलाश में जुटे रहे हैं लेकिन लाखनमाजरा के युवा किसान अमित राठी नौकरी(Amit Rathi) की बजाय मालिक बनकर खेती को महत्व दिया। तीन साल पहले उन्होंने तीन एकड़ में अलग अलग सब्जियां लगाना शुरू किया। बागवानी विभाग के अधिकारियों का मार्गदर्शन मिला और योजनाओं का लाभ उठाया।
किसान अमित में सालाना लाखों रुपये की आमदनी कर रहे हैं। रोहतक के लाखनमाजरा निवासी प्रगतिशील किसान अमित राठी तीन साल में ही प्रदेश भर में विख्यात हुए। जिसके चलते उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल के हाथों भी वे सम्मानित हो चुके हैं।
प्रगतिशील किसान अमित बताते हैं कि स्नातक पास करने के बाद उन्होंने नौकरी नहीं की। बल्कि खेती करने का उनका शौक था, जिसे उन्होंने पूरा किया। वे तीन साल से सब्जियों की खेती करते हैं।
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तीन एकड़ फूल गोभी, पत्ता गोभी, घीया, तोरी, करेला, टमाटर, तरबूज, खीरा, बैंगन, पालक, मैथी, धनिया आदि अलग अलग सब्जियों की मिश्रित खेती करते हैं। उन्होंने खेत में ही सोलर नलकूप भी लगाया। वे प्रति एकड़ सालाना साढ़े तीन लाख रुपये तक आमदनी कर रहे हैं।
पिछले साल हुए सम्मानित
अमित को पिछले साल नवंबर माह में हिसार कृषि मेले में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सम्मानित किया। प्रगतिशील किसान हैं अमित को इससे पहले फरवरी माह में प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने करनाल में सम्मानित किया है। उन्हें अलग अलग संगठनों की ओर से भी सम्मानित किया गया है।
विभागीय योजनाओं का उठाया लाभ
अमित कहना है कि बागवानी विभाग के जिला अधिकारी डा. कमल सैनी ने उन्होंने सब्जी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया। जिसके बाद ही वे सब्जी की खेती करने लगे। अधिकारियों का मार्गदर्शन उन्हें मिलता रहा है। उन्होंने मल्चिंग, बांस विधि, टपका सिंचाई, लो टनल व मेरा पानी मेरी विरासत योजनाओं का लाभ उठाया और सब्सिडी ली।
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