Rohtak: कोचिंग सेंटर संचालक को महंगी पड़ी ऑनलाइन कमाई की चाह, शातिरों ने लाखों का चूना; ठगे 11.21 लाख
रोहतक के कोचिंग सेंटर संचालक साइबर ठगों के जाल में फंसकर 11.21 लाख रुपये गंवा बैठे। कोचिंग सेंटर संचालक एक एप के माध्यम से इन शातिरों के संपर्क में आए थे। ऑनलाइन वर्क के जरिए ज्यादा कमाई की चाह में वो शातिरों के जाल में फंस गए। मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने शहर के परधाना मुहल्ला निवासी अनिल भाटिया की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया।
रोहतक, जागरण संवाददाता। शहर के एक कोचिंग सेंटर संचालक ने साइबर ठगों के जाल में फंसकर 11.21 लाख रुपये गंवाए हैं। कोचिंग सेंटर संचालक एक एप के माध्यम से इन शातिरों के संपर्क में आए थे। ऑनलाइन वर्क के जरिए ज्यादा कमाई की चाह में वो शातिरों के जाल में फंस गए।
मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने शहर के परधाना मुहल्ला निवासी अनिल भाटिया की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में अनिल भाटिया ने बताया कि वो शहर में एक कोचिंग सेंटर चलाते हैं और उसमें एक टीचर के तौर पर पढ़ाते भी हैं।
इस तरह ऑनलाइन स्कैम में फंसे कोचिंग सेंटर संचालक
उनका कहना है कि कुछ दिनों पहले उनके पास व्हाट्सएप पर एक मैसेज टेलीग्राम एप इंस्टॉल करने के लिए आया था। उन्होंने ये एप इंस्टाल कर ली।
फिर उनके पास एक लिंक आया जिमसें विभिन्न टास्क दिए गए थे। इन टास्क में होटल व ढाबों को रेटिंग देनी थी। सुबह से लेकर शाम तक आने वाले इस लेवल के टास्क से उसे प्रत्येक रिव्यू पर 50 रुपये दिए गए। इसके बाद उसका इस लिंक पर भरोसा बढ़ गया।
फ्री टास्क के बाद दिए निवेश जरूरी वाले चैलेंज, उन्हीं में फंस गए मास्टर जी
कोचिंग सेंटर संचालक अनिल भाटिया ने बताया कि जिस लिंक पर उन्हें रिव्यू के बदले पैसे वाले टास्क मिले थे। उसी पर उन्हें टास्क 20 लेवल तक मिले। इसमें चार नंबर लेवल में निवेश करना जरूरी किया गया। लिंक पर उन्हें भरोसा हो गया था, इसलिए उन्होंने पांच हजार रुपये से शुरूआत कर दी।
आरोप है कि उनके पांच हजार रुपये के निवेश पर उन्हें कुछ ही दिनों में एक लाख तक का फायदा दिखाया गया। लेकिन उन्हें गेम से न तो निकलने दिए न पैसे विड्रो करने दिए। इसी तरह वो झांसे में फंसा आरोपितों ने उनसे 11.21 लाख रुपये निवेश करा लिए। बाद में उन्हें कोई रिस्पांस नहीं दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।