Haryana News: उठान के लिए आज मंडियां बंद, किसानों को ना हो नुकसान मुख्य सचिव ने दिए ये आदेश
इस समय खेतों में कटाई का सीजन चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ बेमौसम की मार ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। उठान की रफ्तार धीमी होने के कारण मुख्य सचिव ने आदेश दिया है कि अगले 24 घंटे में 50 प्रतिशत गेहूं व सरसों को मंडियों में रखवाया जाए। वहीं एक और आदेश में कहा गया है कि ओलावृष्टि से खराब फसलों का तुरंत सर्वे किया जाए।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। (Haryana Hindi News) मंडियों में बहुत धीमी गति से उठान होने के कारण मंडियों में गेहूं डालने की जगह नहीं बची है। अभी तक 30 प्रतिशत ही उठान हो पाया है, जबकि गेहूं इससे अधिक पहुंच रहा है। हालात ये बन गए हैं कि किसानों को गेहूं रास्तों पर डालना पड़ रहा है। उठान के लिए रविवार को प्रदेशभर की सभी छोटी-बड़ी मंडियां बंद रहेंगी।
दैनिक जागरण ने कई दिनों से सभी जिलों में मंडियों की स्थिति को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। उठान धीमा होने के कारण मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने नाराजगी जताई और सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि 24 घंटे में 50 प्रतिशत गेहूं व सरसों को मंडियों से उठाकर सोमवार शाम तक गोदामों में रखवाएं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपायुक्तों की बैठक ले रहे मुख्य सचिव ने कहा कि रविवार को किसानों व आढ़तियों से तालमेल कर मंडियों में फसल की खरीद बंद रखें और ट्रकों व अन्य वाहनों के माध्यम से गेहूं और सरसों को गोदामों में पहुंचाएं। अगर गेहूं उठान के लिए आढ़ती अपने वाहन का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा तय रेट दे दिए जाएं।
मुख्य सचिव ने उपायुक्तों से कहा कि ओलावृष्टि से खराब फसलों का तुरंत सर्वे किया जाए, ताकि किसानों को समय पर इसकी भरपाई हो सके। जे-फार्म कटने के 72 घंटे के अंदर फसल का भुगतान किया जाए। प्रशासनिक सचिवों को मंडियों की विजिट करने का निर्देश देते हुए कहा कि आढ़तियों के साथ तालमेल करके श्रमिकों की व्यवस्था करें।
ताकि ट्रकों से गेहूं की लोडिंग व अनलोडिंग में दिक्कत न हो। किसानों को फसल की बिक्री करने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए। बैठक में सीएम की अतिरिक्त प्रधान सचिव आशिमा बराड़, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के निदेशक मुकुल कुमार ने सुझाव दिए।
स्थाई अनाज मंडी में रात्रि ठहराव की तैयारी
रोहतक के सांघी गांव की अस्थाई अनाज मंडी में उठान नहीं होने पर किसानों का गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। इसकी देखरेख के लिए किसानों ने रात बिताने के लिए गेहूं की ढेरी के ऊपर ही मच्छरदानी लगा दी और अपने रहने का अस्थाई आशियाना बनाया। किसानों ने बताया कि तीन से चार दिन हो गए, अभी तक गेहूं का उठान नहीं हुआ। रात को पहरा देना पड़ रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।