पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता की मां से लिखवाया, छात्रा क्यों नहीं दे रही मजिस्ट्रेट को बयान
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार छात्रा बयान नहीं दे पाई। इस पर पुलिस ने छात्रा की मां से लिखकर लिया कि छात्रा बयान क्यों नहीं दे रही है।
जेएनएन, रोहतक । सामूहिक दुष्कर्म की शिकार छात्रा के बयान कराने के लिए शुक्रवार को पहले डीएसपी पहुंची और बाद में महिला थाना प्रभारी। दोनों अफसरों को छात्रा के परिवार बालों ने अभी सेहत ठीक नहीं होने की बात बोलकर बयान दिलाने से इन्कार कर दिया। परिवार वालों का कहना है कि छात्रा कोर्ट में जाकर बयान नहीं दे सकती। यदि पीजीआइ में बयान लेने हैं तो ले सकते हैं। छात्रा को चलने फिरने में दिक्कत आ रही है और वह ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही। इसके बाद महिला थाना प्रभारी ने छात्रा की मां से लिखकर लिया कि छात्रा बयान क्यों नहीं दे रही है।
छात्रा के भाई ने बताया कि शुक्रवार दोपहर के समय जांच अधिकारी डीएसपी पुष्पा खत्री पीजीआइ के वार्ड 26 में पहुंची। यहां पर उन्होंने परिजनों से बातचीत की और छात्रा के बयान कोर्ट में दिलाने के लिए कहा। इस पर छात्रा की मां ने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि उसकी बेटी की अभी सेहत ठीक नहीं है। उसे बेड से उतारकर चलाया जाता है तो उसे पसीने आते हैं और फिर नीचे गिर जाती है। हालांकि मां ने कहा कि यदि कोई अफसर पीजीआइ में आकर उसके बयान लेना चाहे तो ले सकता है। इसके बाद डीएसपी पुष्पा खत्री वहां से चली गई।पढ़ें : सामूहिक दुष्कर्म की शिकार छात्रा से फिर की आरोपियों ने दरिंदगी
मामले की जांच अधिकारी व डीएसपी पुष्पा खत्री का कहना है कि मैं पीजीआइ में छात्रा के बयान के लिए पहुंची थी, लेकिन उसके परिजनों ने सेहत ठीक नहीं होने का कारण बताकर कोर्ट में बयान दिलाने से इन्कार कर दिया। इसके बाद हमने उनसे लिखकर भी लिया है कि बयान किस कारण नहीं दे रहे हैं।
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