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Haryana News: 'इंदिरा हटाओ' पर भारी पड़ा 'गरीबी हटाओ' का नारा, फिर भी इस सीट पर हुई थी कांग्रेस की हार

साल 1970 का वो समय जब कांग्रेस पार्टी दो हिस्सों में बंट गई थी। इंदिरा गांधी ने जब 1971 में मध्यावधि चुनाव कराने का फैसला लिया तो कांग्रेस से अलग हुए गुट ने इंदिरा हटाओ का नारा दिया। वहीं दूसरी ओर गांधी ने गरीब हटाओ का नारा दिया। इंदिरा हटाओ पर गरीबी हटाओ का नारा भारी पड़ा और देश में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी।

By Omparkash Vashisht Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Mon, 11 Mar 2024 03:44 PM (IST)
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Rohtak News: 'इंदिरा हटाओ' पर भारी पड़ा 'गरीबी हटाओ' का नारा।

जागरण संवाददाता, रोहतक। देश में 70 के दशक में कांग्रेस दो फाड़ हो गई। इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने 1971 में मध्यावधि चुनाव कराने का निर्णय लिया। कांग्रेस (Congress Party) से अलग हुए गुट ने इंदिरा हटाओ का नारा दिया। उधर इंदिरा गांधी ने गरीब हटाओ का नारा इस चुनाव में दिया।

इंदिरा हटाओ नारे पर गरीब हटाओ का नारा पड़ा था भारी 

इंदिरा हटाओ नारे पर गरीब हटाओ का नारा भारी पड़ा और देश में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी। अखिल भारतीय जनसंघ को मात्र 22 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। देश में इंदिरा गांधी की लहर के बावजूद रोहतक (Rohtak News) में जनसंघ ने रोहतक लोकसभा क्षेत्र (Lok Sabha Elections 2024) से जीत दर्ज की।

जनसंघ के प्रत्याशी मुख्तियार सिंह जीते

जनसंघ के प्रत्याशी मुख्तियार सिंह ने कांग्रेस पार्टी के चौधरी रणधीर सिंह को हराया। हालांकि जीत का अंतर बहुत कम रहा। रोहतक लोकसभा क्षेत्र में 514278 मतदाता थे। जनसंघ के प्रत्याशी मुख्तियार सिंह को 143409 वोट मिले। जबकि कांग्रेस के चौधरी रणधीर सिंह को 138738 वोट प्राप्त हुए।

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छह प्रत्याशियों की हुई थी जमानत जब्त

322537 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। कुल मतदान 64.4 प्रतिशत हुआ था। चुनाव में कुल आठ प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई थी, लेकिन सीधा मुकाबला जनसंघ और कांग्रेस के बीच हुआ। छह प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। चौधरी रणधीर सिंह इससे पहले 1967 में कांग्रेस पार्टी से सांसद थे, जिन्होंने जनसंघ के ही प्रत्याशी से जीत हासिल की थी।

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