नफे सिंह राठी हत्याकांड के शूटरों की गिरफ्तारी की वजह बनी वाट्सएप कॉल, पुलिस ने ऐसे किया था ट्रेस
बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक व इनेलो के पूर्व अध्यक्ष नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दो शूटरों को गोवा से गिरफ्तार किया था। शूटरों की गिरफ्तारी के पीछे की वजह वाट्सएप कॉल बनी थी। सीबीआई की ओर से दाखिल पहली चार्जशीट में इस कहानी का विस्तार से जिक्र है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी हत्याकांड में गोवा से दो शूटरों की गिरफ्तारी के पीछे एक वाट्सएप कॉल ही अहम कड़ी बनी है। इसी कॉल के जरिये हरियाणा व दिल्ली पुलिस गोवा में पहुंची थी।
इस कॉल से पहले तो पुलिस शूटरों के पास जो एक मोबाइल नंबर था, उसी से उनका पीछा कर रही थी लेकिन उसकी अंतिम लोकेशन मुंबई में ही मिली। इसके बाद से संपर्क टूट गया था।
वाट्सएप कॉल से पता चला लोकेशन
अगर शूटरों में से एक के भाई के पास वह वाट्सएप कॉल न आती तो पुलिस को उनकी लोकेशन पता ही नहीं चलती। सीबीआई की ओर से दाखिल पहली चार्जशीट में इस कहानी का विस्तार से जिक्र है। इसमें बताया गया कि शूटरों में शामिल अतुल व नकुल तो टैक्सी लेकर बहादुरगढ़ पहुंचे थे।उन्होंने ऑनलाइन टैक्सी बुक की थी। उनके पास जो नंबर था, वह पुलिस को तब पता लगा जब बराही गांव के पास सीसीटीवी फुटेज में आई-20 कार में सवार एक शूटर मोबाइल पर बात करते हुए नजर आया था।
पुलिस ने इस तरह से किया ट्रेस
यहीं से पुलिस ने वह नंबर ट्रेस किया। फिर पुलिस ने उसकी लोकेशन पता लगाई तो वह केएमपी के रास्ते रेवाड़ी तक की मिली। केएमपी टोल व अन्य जगहों पर सीसीटीवी फुटेज चेक की तो उसमें शूटरों की कार भी नजर आई। इससे पुलिस को यकीन हो गया कि वह नंबर शूटरों के पास ही है।अगले दिन 26 फरवरी को उसी नंबर की अजमेर और गुजरात के अहमदाबाद की लोकेशन मिली। इससे पुलिस पीछा करते हुए पहुंची। इस नंबर की अंतिम लोकेशन मुंबई की मिली।
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