Haryana News: चौपटा में पहुंचे 'रेगिस्तानी जहाज', खरीदारों की लग गई भीड़; लाखों में लग रही बोली
हरियाणा के नाथूसरी चौपटा में बड़ी संख्या में ऊंटों के पहुंचने पर खरीदारों की होड़ लग गई। भिरडाना गांव के मोहनलाल ऊंट खरीदने और बेचने का काम करते हैं। राजस्थान में ज्यादा गर्मी और चारे की कमी के कारण ये लोग ऊंटों को लेकर हरियाणा पहुंचते हैं। वास्तव में ऊंट अपने डील-डौल की खूबियों की बदौलत ऐसे वातावरण को आसानी से सह लेते हैं।
संवाद सहयोगी, नाथूसरी चौपटा। नाथूसरी चौपटा में बड़ी संख्या रेगिस्तान के जहाज सोमवार को पहुंचे। क्षेत्र के किसानों को इस बारे में सूचना मिली तो रेगिस्तान के जहाज को खरीदने के लिए पहुंच गए। भिरडाना गांव के मोहनलाल अपने साथियों के साथ चौपटा पहुंचे। इसके बारे में आसपास के गांवों के किसानों को सूचना मिली तो वे भी पहुंच गए।
60 हजार रुपये से एक लाख रुपये की कीमत
मोहनलाल ने बताया कि वह ऊंट खरीद-बेच का कार्य करते हैं। इसके लिए वो जगह-जगह घूमते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास 60 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक छोटे बड़े ऊंट हैं। राजस्थान में गर्मी ज्यादा है। इसी के साथ चारे की कमी है, जिसको लेकर हरियाणा में जगह-जगह इनको चराने के लिए पहुंचते हैं। इसी के साथ खरीद बेच का भी कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि वास्तव में ऊंट अपने डील-डौल की खूबियों की बदौलत ऐसे वातावरण को आसानी से सह लेते हैं और वहां के जन-जीवन के मुख्य ट्रांसपोर्ट भी हैं।
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12 से 14 महीने बाद मादा देती है बच्चे को जन्म
बता दें कि विशाल स्तनधारी पशुओं में जिराफ के बाद ऊंट दूसरे नंबर पर आता है। एक ऊंट औसतन 40-45 वर्ष तक जिंदा रह सकता है। गर्भवती ऊंटनी 12-14 माह के बाद बच्चे को जन्म देती है। जन्म के समय नवजात ऊंट 50-70 किलोग्राम वजन का और तकरीबन 90 सेंटीमीटर लम्बा होता है। आमतौर पर नवजात ऊंट जन्म के दो घंटे के बाद खड़ा हो जाता है। वह अपनी मां का दूध एक साल तक पीता है और फिर चरने लगता है।
बैक्ट्रीयन ऊंट अधिक भारी और मजबूत
इसी के साथ आपको बता दें कि एक वयस्क ऊंट तकरीबन सात फीट लंबा होता है। उसका वजन 450 से 650 किलोग्राम तक होता है। अरेबियन ऊंट बैक्ट्रीयन ऊंटों की तुलना में अधिक लम्बा होता है, लेकिन बैक्ट्रीयन ऊंट उससे अधिक भारी और मजबूत होता है। वह अपनी पीठ पर 150-300 किलोग्राम वजन उठा सकता है। इसके शरीर पर छोटे-छोटे फरनुमा बाल होते हैं। बैक्ट्रीयन ऊंट के गले पर तो काफी लंबे और मोटे बाल होते हैं, जिनसे वो बर्फीले रेगिस्तान में अपना बचाव कर पाता है। इनकी रीढ़ की हड्डी के ऊपर पीठ पर, पिरामिड के आकार का कूबड़ होता है, जो ऊंट के हिसाब से छोटा-बड़ा होता है। एक स्वस्थ ऊंट की पीठ पर 20-25 इंच ऊंचा और 35 किलोग्राम वजन का कूबड़ होता है।ये भी पढ़ें: Haryana News: प्रॉपर्टी के लालच में युवती ने मां और भाई की कर दी हत्या, बेहोशी की दवा देकर घोंट दिया गला
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