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नौकरी सरकार की...चाकरी कोठियों में! अफसरों-नेताओं के घर काम रहे थे सफाई कर्मी, MLA ने किया मुआयना तो खुला राज

डबवाली में सफाई कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। 24 कर्मचारी सड़कों की सफाई करने के बजाय नेताओं और अधिकारियों की कोठियों में पर्सनल ड्यूटी कर रहे थे। विधायक आदित्य चौटाला ने निरीक्षण के दौरान इस बात का खुलासा किया। सभी कर्मचारियों को वापस बुला लिया गया है। इन कर्मचारियों में नियमित पे रोल तथा ठेकेदार के कर्मचारी शामिल थे।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 09 Nov 2024 11:55 AM (IST)
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डबवाली विधायक आदित्य चौटाला ने कर्मचारियों की हाजिरी चेक की, खुलासे के बाद 24 कर्मचारियों को वापस बुलाया (फाइल फोटो)
संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा)। सफाई के लिए भर्ती किए गए 24 कर्मचारी अपना काम न करके नेताओं और अधिकारियों की कोठी में पर्सनल ड्यूटी कर रहे हैं। सब्जी लाना हो या बच्चों को स्कूल छोड़ना हो यह सब जिम्मेदारी सफाई कर्मचारियों के सिर पर रहती है।

इस बात की पुष्टि खुद सफाई निरीक्षक ने की है। निरीक्षण करने पहुंचे डबवाली विधायक आदित्य चौटाला ने सफाई कर्मचारियों के बारे में पूछा तो सफाई निरीक्षक ने कहा, एक आपकी कोठी में भी काम करता है। इसके बाद सभी को वापस बुला लिया गया।

उपस्थिति लगा कोठियों में चले जाते थे कर्मचारी

दरअसल, डबवाली नगर परिषद के 24 सफाई कर्मचारी डबवाली शहर की गलियों तथा रोड पर झाड़ू लगाने की बजाए एसडीएम, डीएसपी कार्यालय, तहसील, पूर्व विधायक तथा वर्तमान विधायक की कोठियों में काम कर रहे हैं।

इन कर्मचारियों में नियमित, पे रोल तथा ठेकेदार के कर्मचारी शामिल थे। सुबह साढ़े छह बजे कर्मचारी रेलवे डिग्गी रोड पर स्थित सफाई शाखा में उपस्थिति दर्ज करवाकर कोठियों में चले जाते थे।

विधायक ने चेक कर दी हाजिरी

वीरवार सुबह जब डबवाली विधायक आदित्य चौटाला ने नगर परिषद में जाकर हाजिरी चेक की तो इसका पता चला। सभी को बुला लिया गया। फैसला लिया गया कि कोई कर्मचारी सरकारी अधिकारियों की कोठियों या कार्यालयों में काम नहीं करेगा।

इस मौके पर नगरपरिषद चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा, पार्षद दीपक बाबा, समनदीप सिंह बराड़, सुनील कुमार, हरजिंद्र सिंह मौजूद थे। बता दें, डबवाली नगरपरिषद में 39 नियमित सफाई कर्मचारी हैं। जिनमें से एक निलंबित है 38 काम कर रहे हैं। जबकि 25 पे रोल सफाई कर्मचारी हैं। 50 सफाई कर्मचारी ठेके पर हैं।

विधायक और एसआई शिव कुमार के बीच बातचीत के अंश

  • विधायक: अफसरों के घरों पर भी लगे हुए हैं?
  • एसआई: सभी अफसरों के घरों पर सफाई कर्मचारी लगे हुए हैं।
  • विधायक: कितने कर्मचारी हैं ऐसे?
  • एसआई: यह सूची रही। 24 ऐसे कर्मचारी हैं।
  • विधायक: सभी कर्मचारी विथ्ड्रॉ करो। ये कर्मचारी जनता के लिए हैं, अफसरों के लिए नहीं।
  • एसआई: जी सर।
  • विधायक: पूर्व में विधायक था, उसके घर भी लगे हुए हैं?
  • एसआई: पूर्व और वर्तमान विधायक, दोनों के घरों पर लगे हुए हैं।
  • विधायक: वर्तमान, मतलब मेरे?
  • एसआई: हां।
  • विधायक: किसको भेज रखा है, बताओ?
  • एसआई: सुंदर को लगा रखा है। जोकि रोज आपकी कोठी में जाता है।
  • विधायक: मैंने तो किसी से कर्मचारी नहीं मांगा, मैंने कभी कहा आपको?
  • एसआई: प्रधान जी ने कहा था, इसलिए भेज दिया।
  • विधायक: जब मैंने मांगा नहीं, मैंने कहा नहीं तो आपने कैसे भेज दिया।
  • एसआई: प्रधान के कहने पर भेजा था।

जब मैं चेयरमैन बना था तो मेरे संज्ञान में यह मामला आया था। मैंने नगरपरिषद अधिकारियों पर दबाव बनाया था कि अधिकारियों की कोठियों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को वापस बुलाया जाए। लेकिन नप अधिकारी आनाकानी करने लगे, शायद वे अधिकारियों से डरते थे।

-टेकचंद छाबड़ा, चेयरमैन, नगरपरिषद डबवाली

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हाउस बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था का उठा था मुद्दा

बुधवार को नगरपरिषद कार्यालय में हाउस की बैठक हुई थी। जिसमें शहर की सफाई व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा हुई थी। विधायक आदित्य चौटाला ने पार्षदों की पांच सदस्यीय कमेटी गठित की थी। वीरवार सुबह कमेटी सदस्यों के साथ विधायक सफाई शाखा में पहुंचे।

वहां मोबाइल कैमरे के आगे सफाई निरीक्षक शिव कुमार तथा मोहित से जवाब तलबी की। मोहित ने बताया कि ठेकेदार के जरिए 50 कर्मचारी तैनात हैं, जबकि 40 आ रहे हैं। आदित्य ने सवाल किया कि 10 कर्मचारी कहां हैं? यह भी पता चला कि 10 कर्मचारियों में से किसी को हटा दिया गया है या फिर अनुपस्थित हैं।

सात साल से काम कर रहे थे कर्मचारी

डबवाली में अधिकारियों की कोठियों में सफाई कर्मचारी कई साल से काम कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक एक कर्मचारी सालों से एसडीएम की कोठी पर तैनात था। जबकि अन्य दो-तीन नियमित कर्मचारी पांच से सात साल से अधिकारियों की कोठियों में तैनात थे।

पे रोल या फिर ठेका कर्मचारियों की ड्यूटी बदल-बदलकर लगाई जाती थी।ये कर्मचारी कोठियों की सफाई किया करते थे, साथ ही अधिकारियों के घरों में बने गार्डन की देखभाल करते थे। अधिकारी अन्य घरेलू कार्य भी उक्त कर्मचारियों से लेते थे।

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