Haryana News: कल रात 12 बजे तक सिरसा में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, जानिए क्या है वजह
Haryana News हरियाणा सरकार ने सिरसा में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस की सेवाएं बंद कर दी है। सरकार ने बताया कि अस्थायी रूप से इन सेवाओं को बंद किया गया है। 8 अगस्त रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस की सेवाएं बंद रहेंगी। नायब सरकार ने बताया कि सिरसा में तनाव दंगे और सार्वजनिक-निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
डिजिटल डेस्क, सिरसा। हरियाणा सरकार ने सिरसा में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस की सेवाएं बंद कर दी है। सरकार ने बताया कि अस्थायी रूप से इन सेवाओं को बंद किया गया है। 8 अगस्त रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस की सेवाएं बंद रहेंगी।
नायब सरकार ने बताया कि सिरसा में तनाव, दंगे और सार्वजनिक-निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचने की आशंका है। इस दौरान झूठी अफवाहों और भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने कह कदम उठाया है।
Mobile internet and bulk SMS services are temporarily suspended in Sirsa district till 8th August, 23:59 hrs: Government of Haryana
— ANI (@ANI) August 7, 2024
"...There is an apprehension of causing tension, annoyance, agitation, damage of public & private property and disturbance of public peace &… pic.twitter.com/mcLdb0b1UC
हाईकोर्ट ने सरकार को दिया आदेश
बता दें कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा पुलिस को निर्देश दिया है कि वह सिरसा जिले में श्री शाह मस्ताना बलूचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली के प्रमुख के गुरु की ‘रसम पगड़ी’ (अंतिम समारोह) के दौरान गुरुवार को सिरसा में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखे।गद्दी को लेकर विवाद
70 साल पहले स्थापित डेरा के उत्तराधिकार को लेकर पहले ही विवाद छिड़ चुका है। जस्टिस विनोद एस भारद्वाज ने अपने आदेश में हरियाणा सरकार और कुछ निजी व्यक्तियों को नोटिस जारी कर बीरेंद्र सिंह द्वारा दायर याचिका पर जवाब मांगा है, जो खुद को डेरा का उत्तराधिकारी होने का दावा कर रहे हैं।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने की मांग
हरियाणा के जींद जिले के निवासी याचिकाकर्ता ने श्री शाह मस्ताना बलूचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली के गुरु के असामयिक निधन और गुरुवार को होने वाले रस्म पगड़ी समारोह के कारण सिरसा जिले के कालांवाली के गांव जगमालवाली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के निर्देश देने की मांग की है।जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए मांगे निर्देश
जहां पंथ के तीन लाख से अधिक अनुयायियों के एकत्र होने की उम्मीद है। डेरा के कुछ दोषी सदस्यों के हाथों किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए आगे के निर्देश भी मांगे गए हैं। इस मामले में याचिकाकर्ता ने आश्रम में एकत्रित अनुयायियों और लोगों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए भी निर्देश मांगे हैं। 17 फरवरी, 2023 की पंजीकृत वसीयत के अनुसार आश्रम के सिंहासन के उत्तराधिकारी होने के नाते याचिकाकर्ता के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए भी निर्देश मांगे गए हैं।
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