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Haryana News: सालासर बालाजी के दर्शन करने जा रहे एक ही परिवार के 6 लोगों की दर्दनाक मौत, एक साथ जलीं चिताएं

Haryana News पंजाब के मंडी किलियांवाली में रहने वाले परिवार राजस्थान स्थित सालासार बालाजी के दर्शन करने जा रहे थे। इसी बीच भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में इतनी भयानक थी कि एक साथ छह लोगों की मौत हो गई। चावलों से भरे ट्राले को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इसी बीच हादसा हो गया। एक साथ छह चितााएं जलीं जिससे हर किसी के आंखें नम थीं।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Fri, 19 Jul 2024 11:22 PM (IST)
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haryana News: कार हादसे में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत।

संवाद सहयोगी, डबवाली (सिरसा)। राजस्थान में हुए भीषण सड़क हादसे में डबवाली के साथ लगती मंडी किलियांवाली (पंजाब) के छह लोगों की मौत हो गई। सभी एक ही परिवार के सदस्य थे। हादसा वीरवार रात करीब सवा नौ बजे भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बने अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे पर बीकानेर के महाजन पुलिस थाना अंतर्गत जैतपुर टोल के पास हुआ।

मृतकों की पहचान शिव कुमार गुप्ता (50), उसकी पत्नी आरती (48), बेटी सुनैना (24), भूमि (16), बेटा नीरज गुप्ता (22) और खेमंत उर्फ डुग्गू (12) के रूप में हुई है। सभी सियाज गाड़ी पर सवार थे। गाड़ी को नीरज चला रहा था। परिवार सालासर दर्शन करने जा रहा था। वीरवार शाम करीब सात बजे मंडी किलियांवाली से सालासर के लिए रवाना हुआ था।

ट्राले को ओवरटेक करने के दौरान हादसा

मंडी किलियांवाली में धागा फैक्टरी के समीप महाशा मोहल्ला में रहने वाले अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि देर रात करीब पौने दस बजे वह घर पर खाना खा रहा था। इसी दौरान भतीजे नीरज का दोस्त घर आया। उसने हादसे की जानकारी दी।

दरअसल सालासर जा रहे भतीजे नीरज ने आगे जा रहे चावलों से भरे ट्राले को ओवरटेक करने का प्रयास किया। गाड़ी 130 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच ओवरस्पीड होने के कारण अनियंत्रित होकर ट्राले के पीछे टकरा गई। मौके पर ही कार सवार पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि भतीजी भूमि की सांस चल रही थी।

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उपचार के लिए उसे पल्लू के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को महाजन के सरकारी अस्पताल में सभी शवों का पोस्टमार्टम हुआ।

उत्तर प्रदेश का मूल निवासी था परिवार

शिव कुमार गुप्ता का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के भीतिया गांव का रहने वाला था। करीब 50 वर्षों से मंडी किलियांवाली में रह रहा था। शिव ई-रिक्शा चालक था। उसकी पत्नी आरती घरों में काम करती थी। बड़ी बेटी सुनैना इंजीनियर थी।

वह बठिंडा में जॉब करती थी। बड़ा बेटा नीरज डबवाली में मलोट रोड पर चौधरी देवीलाल पार्क के सामने गुप्ता मेडिकोज के नाम से केमिस्ट शॉप चलाता था। भूमि ने डबवाली स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 11वीं में दाखिला लिया था। जबकि खेमंत अरोड़वंश हाईस्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र था।

डबवाली में एक साथ जलीं छह चिताएं

शिव के भाई अशोक ने बताया कि हादसा बेहद दर्दनाक था। पुलिस ने कार से सभी मृतकों को बाहर निकालने के लिए कार को काटा। शवों को बाहर निकालने में करीब दो से ढाई घंटे लगे। मौके पर बीकानेर की कलेक्टर नम्रता वृष्णि और एसपी तेजस्वनी गौतम भी पहुंची।

महाजन से शवों को एंबुलेंस के जरिए डबवाली की स्वर्गभूमि लाया गया। वहां एक साथ छह चिताएं जलीं। पूरे परिवार की एक साथ चिताएं जलती देख सभी की आंखें नम थीं।

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