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Haryana Vidhan Sabha Election 2024: कालांवाली विधानसभा सीट पर कांग्रेस, भाजपा और इनेलो में त्रिकोणीय मुकाबला

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कालांवाली विधानसभा सीट पर कांग्रेस भाजपा और इनेलो के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। कांग्रेस से मौजूदा विधायक शीशपाल केहरवाला सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। भाजपा से पूर्व विधायक बलकौर सिंह और राजेंद्र देसूजोधा एक-दूसरे की राह में रोड़ा हैं। इनेलो से मास्टर गुरतेज सिंह की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।

By sanmeet singh Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Thu, 22 Aug 2024 05:49 PM (IST)
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कालांवाली विधानसभा सीट पर कांग्रेस, भाजपा और इनेलो में होगा सियासी मुकाबला

मुकेश अरोड़ा, कालांवाली। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कालांवाली विधानसभा में कांग्रेस, भाजपा और इनेलो में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार है। इस सीट पर अभी तक इनेलो अकाली दल गठबंधन के उम्मीदवार दो बार और एक बार कांग्रेस के उम्मीदवार शीशपाल केहरवाला चुनाव जीते हैं। ऐसे में इस बार भी मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार है।

कांग्रेस से इस सीट पर मौजूदा विधायक मजबूत दावेदारकांग्रेस पार्टी से मौजूद विधायक शीशपाल केहरवाला सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि इस सीट पर 14 दावेदारों ने अपनी दावेदारी जताई है। कुछ माह पूर्व कुमारी सैलजा की अध्यक्षता में कांग्रेस में शामिल हुए सिख चेहरे निर्मल सिंह मलडी भी टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं। निर्मल सिंह मलडी जेजेपी की टिकट पर लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।

इसके अलावा जिला पार्षद कर्मजीत कौर वैदवाला, मंगत सिंह हस्सू ने भी आवेदन किया है।भाजपा से पूर्व विधायक बलकौर सिंह व राजेंद्र देसूजोधा एक दूसरे की राह में कांटाभाजपा में पूर्व विधायक बलकौर सिंह अपनी दावेदारी जता रहे हैं। वे 2014 में इनेलो- अकाली दल गठबंधन के विधायक चुने गए थे।

2019 में वे भाजपा में शामिल हो गए, तब पार्टी ने उन्हें कालांवाली से टिकट दिया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नजदीकी होने के चलते वे अपनी टिकट को मजबूत मान रहे हैं। दूसरी ओर राजेंद्र देसूजोधा 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे। साल 2019 में उनकी दावेदारी मजबूत थी, लेकिन तत्कालीन सीएम मनोहर लाल ने उन पर नशा बेचने के आरोप लगाए।

जिसके बाद वे पार्टी छोड़ गए और अकाली दल की टिकट पर चुनाव लड़े। चुनाव में वे दूसरे स्थान पर रहे और भाजपा उम्मीदवार बलकौर सिंह तीसरे नंबर पर रहे। दो माह पूर्व ही सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में वे दोबारा से भाजपा में शामिल हुए है। दोनों ही एक दूसरे की टिकट में कांटा है। पूर्व जिला पार्षद नक्षत्र सिंह झोरडरोही, सागर केहरवाला भी टिकट की दौड़ में है।

मास्टर गुरतेज सिंह ने टिकट के लिए ली सेवानिवृत्ति इनेलो से पूर्व जिला पार्षद बुध सिंह सुखचैन के बेटे मास्टर गुरतेज सिंह की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है, क्योंकि वर्ष 2014 में इनेलो ने बुध सिंह सुखचैन को कालांवाली की टिकट पक्की थी। लेकिन इनेलो अकाली दल गठबंधन के चलते यह सीट अकाली दल के खाते में जाने के कारण बुध सिंह से टिकट कट गई। अकाली दल ने बलकौर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा।

इनेलो हाईकमान के इशारे पर ही मास्टर गुरतेज सिंह ने सवा साल पूर्व ही अपने पद से सेवानिवृत्ति ले ली, ताकि चुनाव लड़ सके। मास्टर गुरतेज सिंह के अलावा मघर सिंह भी टिकट को लेकर दावेदारी जता रहे हैं।आप और हलोपा से ये दावेदार आम आदमी पार्टी से सरोज मानव, कविता नागर, जिला पार्षद जसदेव सिंह अपनी दावेदारी जता रहे हैं। हलोपा कालांवाली सीट पर दावेदारी जता रही है और संभावित प्रत्याक्षी हरमंद्र सिंह झोरडरोही ने अपना जनसंपर्क अभियान भी शुरू कर रखा है।

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