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Paris Olympics 2024: भारतीय हॉकी टीम की जीत पर जश्न में डूबा सोनीपत, सुमित का भाई बोला- ब्रांज ही 'गाेल्ड' जैसा

Paris Olympics 2024 में भारतीय हॉकी टीम द्वारा कांस्य पदक जीतने पर पूरे देश में खुशी का माहौल है। वहीं हॉकी टीम में शामिल सुमित कुमार और अभिषेक नैन के गांवों में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं सुमित के भाई ने कहा कि टीम इंडिया का ब्रांज ही गाेल्ड जैसा है। पढ़िए आखिर उन्होंने और क्या-क्या कहा है?

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 08 Aug 2024 10:47 PM (IST)
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भारतीय हॉकी टीम के पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने पर खुशी का माहौल। जागरण फोटो

नंदकिशोर भारद्वाज, सोनीपत। Paris Olympics 2024 भारतीय हॉकी टीम के पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतते ही शहर में हॉकी प्रेमी खुशी से झूम उठे। टीम में शामिल सोनीपत के सुमित कुमार और अभिषेक नैन ने शानदार खेल दिखाया।

हालांकि, मैच में अभिषेक को दो मिनट का ग्रीन कार्ड भी झेलना पड़ा, लेकिन उनका उत्साह कम नहीं हुआ। मैच जीतने के बाद गांव कुराड़ में सुमित के भाई जय ने भारतीय टीम के कांस्य पदक को गोल्ड मेडल जैसा बताया।

भारत की जीत पर झूम उठे स्वजन

वहीं, अभिषेक के स्वजन भारत की जीत पर झूम उठे। अभिषेक के कोच शमशेर दहिया ने बताया कि मैच से पहले अभिषेक ने फोन पर उनसे बात की थी। इस पर कोच ने उसे टीम भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। दोनों खिलाड़ियों के स्वजन ने स्वदेश लौटने पर उनका जोरदार स्वागत करने की बात कही है।

गांव कुराड़ के रहने वाले सुमित कुमार और मयूर विहार की गली नंबर 25 के रहने वाले अभिषेक के घर पर उनके स्वजन ने टीवी पर मैच देखा। इस दौरान दोनों के हर शाट पर स्वजन ने जमकर अपने लाडलों और टीम इंडिया के खिलाड़ियों की तारीफ की।

गांव कुराड़ में सुमित के बाद ने बताया कि टीम इंडिया शानदार तरीके से खेली। टीम इंडिया का यह ब्रांज मेडल गोल्ड से कम नहीं है। सुमित का गांव लौटने पर भव्य स्वागत किया जाएगा।

वहीं, सुमित ने मैच के बाद अपने कोच नरेंद्र गौतम से वीडियो कॉल पर बात की। उन्होंने उनका आभार जताते हुए कहा कि आज लगातार दो ओलिंपिक ब्रांज मेडल विजेता टीम इंडिया का हिस्सा होने पर उसे गर्व है।

सुमित ने कोच से कहा कि आज वह जो कुछ भी है, इसमें नरेंद्र गौतम का महत्वपूर्ण रोल है। वह सदा ही कोच और अपने स्वजन का आभारी रहेगा।

वहीं, अभिषेक के स्वजन हरियाणा पुलिस में उनके पिता सतनारायण, उनकी मां, भाई व भाभी मैच शुरू होने से पहले ही टीवी के सामने जम गए थे। बेटे की जीत पर सतनारायण ने कहा कि आज बेटे ने देश का मान बढ़ाकर उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है।

बेटे का भव्य स्वागत किया जाएगा

उन्होंने बताया कि वापस लौटने पर बेटे का भव्य स्वागत किया जाएगा। वहीं, अभिषेक के कोच शमशेर सिंह दहिया ने बताया कि ब्रांज मेडल का मैच शुरू होने से पहले अभिषेक ने उन्हें फोन किया। वह थोड़े चिंतित थे, अभिषेक ने कहा उनसे गोल नहीं हो पा रहे हैं। इस कोच ने उन्हें प्रेरित करते कहा कि उसे ज्यादा प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है, उसे टीम के लिए खेलना है। खुद गोल नहीं कर पाए तो काेई नहीं उसे टीम के दूसरे खिलाड़ियों के साथ मिलकर टीम भावना से खेलना है। 

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ओलिंपिक में अभिषेक ने किए दो शानदार गोल

कोच शमशेर दहिया ने बताया कि अभिषेक ने ओलिंपिक में बैल्जियम व ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो शानदार गोल किए। बैल्जियम के खिलाफ 12वें और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 18वें मिनट में शानदार फील्ड गोल किए। अभिषेक ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार और आक्रामक खेल दिखाया। ब्रांज मेडल मैच में कप्तान ने उन्हें लेफ्ट की बजाय राइट साइड में खिलाया। वहां अभिषेक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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