भाजपा से कटा टिकट, निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते और भाजपा प्रत्याशी की करा दी जमानत जब्त; जानिए कौन सी है हरियाणा की यह सीट
Ganaur Vidhan Sabha Chunav 2024 Result हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ गए हैं। गन्नौर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 35 हजार 209 मतों से हराया। देवेंद्र कादियान को 77 हजार 248 मत मिले जबकि कुलदीप शर्मा 42 हजार 39 मतों पर सिमट गए।
जागरण संवाददाता, गन्नौर। भाजपा से टिकट कटा तो देवेंद्र कादियान ने इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव में ताल ठोकी। पूरे हलके के लोगों ने उनका साथ दिया तो उन्होंने जिले में सबसे बड़े मार्जिन की जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा को 35 हजार 209 मतों से पराजित किया।
देवेंद्र कादियान को 77 हजार 248 मत मिले, जबकि कुलदीप शर्मा 42 हजार 39 मतों पर सिमट गए। भाजपा से इस्तीफा देने के बाद भी भाजपा का वोटबैंक उनके साथ शिफ्ट हो गया, इसलिए भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई।
तब भाजपा के माने जा रहे थे दावेदार
गन्नौर विधानसभा क्षेत्र से देंवेंद्र कादियान भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, वह लगातार तीन महीने से जनसंपर्क अभियान चला कर लोगों को अपने साथ जोड़ रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर भाजपा ने उन्हें टिकट न देकर पूर्व सांसद रमेश कौशिक के छोटे भाई देवेंद्र कौशिक को चुनावी मैदान में उतार दिया जिसके बाद देवेंद्र कादियान ने निर्दलीय चुनावी मैदान में ताल ठोक दी।
भाजपा के वोट बैंक पर पड़ा असर
देवेंद्र कादियान को टिकट नहीं मिलने से भाजपा के वोट बैंक पर काफी असर पड़ा और काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता देवेंद्र कादियान के साथ जुड़ गए। इसकी वजह थी कि वह देवेंद्र कादियान को भाजपा टिकट न मिलने पर नाराज थे।
इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कौशिक को मात्र 17 हजार 605 मत मिले, जबकि पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी निर्मल चौधरी को 57 हजार 830 मत मिले थे। इस चुनाव में देवेंद्र कौशिक को 40 हजार 225 मतों का सीधा-सीधा नुकसान झेलना पड़ा। भाजपा वोट बैंक शिफ्ट होने की वजह से निदर्लीय प्रत्याशी बड़े मार्जिन के साथ चुनाव जीत गए।
आठ साल से जनसेवा में सक्रिय रहे देवेंद्र कादियान
निर्दलीय विधायक देवेंद्र कादियान आठ साल से क्षेत्र के जरूरतमंद वर्ग के लोगों की मदद करने में जुटे हैं। देवा सोसायटी के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करने के लिए निशुल्क कोचिंग क्लास, एंबुलेंस चलवाना, जगह-जगह वाटर कूलर लगवाना, बुजुर्गों व महिलाओं की सुविधाओं के लिए शहर में निशुल्क ई-रिक्शा चलवाना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई मशीनें भेंट करना, हर वर्ष बोर्ड की परीक्षाओं में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करना सहित अन्य समाज हित कार्य करती आ रही है। यह जनसेवा भी उनकी जीत का बड़ा कारण बनी।
कांग्रेस वोट बैंक में भी लगी सेंध
इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा को 42 हजार 39 मत मिले हैं जबकि 2019 के चुनाव में कुलदीप शर्मा को 47 हजार 550 मत मिले थे। इस चुनाव में कुलदीप शर्मा कोे 5511 मतों का नुकसान झेलना पड़ा। इसकी बड़ी वजह कांग्रेस का जाट वोट बैंक का देवेंद्र कादियान की तरफ शिफ्ट होना रही। भाजपा छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान करने के बाद लगभग सभी बिरादरी के लोगों के साथ-साथ कांग्रेस के कई जाट वोटर देवेंद्र कादियान के साथ जुड़ गए।
पिछले चुनाव में कुलदीप शर्मा जाट बहुल गांवों में जीतकर आए थे, लेकिन इस बार उन्हें कई गांवों में हार का सामना करना पड़ा। यहां भी देवेंद्र कादियान बड़े मार्जिन के साथ जीते। खदरे के गांवों व शहरी क्षेत्रों से देवेंद्र कादियान को अच्छे वोट मिले। यह भी उनकी बड़ी जीत का कारण बनी।
जीत का श्रेय 36 बिरादरी को
देवेंद्र कादियान ने कहा कि गन्नौर हलके की 36 बिरादरी ने इतिहास रचा है। जीत का श्रेय केवल और केवल गन्नौर की छत्तीस बिरादरी को है। उन्होंने जीत के लिए अपने राजनीतिक गुरू पूर्व सांसद जितेंद्र मलिक का आभार जताया है। देवेंद्र कादियान ने कहा कि अब केवल गन्नौर के विकास की बात होगी। सबसे बड़ा कदम युवाओं के लिए रहेगा।
युवाओं के लिए रोजगार के अवसर के लिए योजना बनाई जाएगी। छोटा कार्यालय बनाएंगे, जहां जन समस्याओं की सुनवाई होगी। कादियान ने कहा कि किस पार्टी में जाएंगे, यह गन्नौर की छत्तीस बिरादरी तय करेंगी।
जनादेश स्वीकार, लोगों के लिए दरवाजे खुले रहेंगे: कुलदीप शर्मा
कुलदीप शर्मा ने कहा कि गन्नौर का जनादेश स्वीकार है। 42 हजार 39 मतदातों का उन्हें आशीर्वाद मिला उनके लिए भी धन्यवादी हूं। गन्नौर के लोगों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। गन्नौर के विकास के मुद्दे वह लगातार उठाते रहेंगे।