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Haryana Election 2024: भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला, राई और गन्नौर बनी हॉट सीट

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में राई और गन्नौर सीटें भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही हैं। राई से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली के चुनाव मैदान से हटने के बाद नए प्रत्याशी मजबूती से दावेदारी कर रहे हैं। इसके अलावा सोनीपत समेत खरखौदा गोहाना बरोदा में कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुकाबला होता नजर आ रहा है।

By Nand kishor Bhardwaj Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 09 Sep 2024 12:30 PM (IST)
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राई और गन्नौर सीट पर दिलचस्प हुआ मुकाबला। फाइल फोटो

निरंजन कुमार, सोनीपत। जीटी रोड बेल्ट की राई सीट ने भाजपा और कांग्रेस हाईकमान की धड़कनें बढ़ा रखी हैं। राई से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और विधायक मोहनलाल बड़ौली के चुनाव मैदान से हटने के बाद नए टिकटार्थी मजबूती से दावेदारी कर रहे हैं तो गन्नौर में वर्तमान विधायक निर्मल चौधरी और ढाबा उद्यमी देवेंद्र कादियान अपनी अपनी टिकट के लिए अड़े हुए हैं।

राई से कांग्रेस की बात करें तो राई से पूर्व विधायक जयतीर्थ, दो बार के विधायक सूरजमल आंतिल के बेटे बिजेंद्र आंतिल समेत 39 लोग टिकट की कतार में है। अन्य सीटों पर बगावत के सुर देखकर दोनों ही पार्टी के बड़े नेता इन दोनों सीटों पर टिकट देने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं।

भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं दोनों सीटें

दरअसल राई और गन्नौर पंजाब, हिमाचल, जम्मू एवं कश्मीर की तरफ आने के लिए दिल्ली का एंट्री प्वाइंट है। ऐसे में भाजपा के लिए ये दोनों ही महत्वपूर्ण सीट हैं। किसानों के आंदोलन का गढ़ रहा कुंडली बॉर्डर राई विधानसभा के अंतर्गत आता है। जबकि गन्नौर जीटी रोड बेल्ट की दिल्ली से दूसरी और महत्वपूर्ण सीट है।

दोनों सीटों पर ज्यादातर कांग्रेस के विधायक रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस भी मजबूत और जिताऊ उम्मीदवार उतारना चाहती है। सोनीपत समेत खरखौदा, गोहाना, बरोदा में कांग्रेस और भाजपा में सीधा मुकाबला होता नजर आ रहा है।

प्रत्याशी भी तय नहीं

जिले की छह विधानसभा सीटों में से भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने पांच सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, लेकिन राई सीट पर प्रत्याशी तय करने में पसीने छूट रहे हैं। नामांकन के चार दिन गुजरने के बाद अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं होने से टिकटार्थियों की धड़कनें भी बढ़ी हुई है।

भाजपा में गन्नौर में देवेंद्र कादियान और निर्मल चौधरी टिकट के लिए अपने अपने संबंधों पर पकड़ बनाए हुए हैं। 12 सितंबर तक नामांकन दाखिल होने हैं। ऐसे में आज दोनों पार्टियां अपने अपने प्रत्याशियाें के नाम का एलान कर सकती हैं।

जानिए चार सीटों का हाल?

सोनीपत- यहां कांग्रेस के वर्तमान विधायक सुरेंद्र पंवार और भाजपा के निखिल मदान के बीच सीधा मुकाबला बनता नजर आ रहा है। निखिल मदान शहर के मेयर भी हैं और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। हालांकि पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन और उनके पति राजीव जैन ने खुलकर इस टिकट को लेकर विरोध जताया है।

खरखौदा- तीन बार के विधायक जयवीर सिंह चौथी बार कांग्रेस की टिकट पर मैदान में है। भाजपा से पवन खरखौदा उन्हें चुनौती देने के लिए तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे। 2014 में निर्दलीय और 2019 में वे जजपा की टिकट पर चुनाव में थे, लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा।

गोहाना- यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता जगबीर मलिक लगातार पांचवीं बार विधायक बनने के लिए टिकट लेकर आएं हैं। जबकि उन्हें राजनीतिक चाणक्य कहे जाने वाले डा. अरविंद शर्मा भाजपा से चुनौती दे रहे हैं। डॉ. शर्मा सोनीपत से निर्दलीय सांसद रह चुके हैं और 2019 में रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को हरा कर सांसद बने थे।

बरोदा- कांग्रेस के वर्तमान विधायक इंदुराज भोलू को यहां से टिकट मिली है। जिसका विराेध भी हो रहा है। भाजपा ने अभी तक टिकट की घोषणा नहीं की है। संभावना जताई जा रही है कि टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के स्थानीय बड़े नेता को टिकट दी जा सकती है। उनके पास एक बड़ा वोट बैंक माना जाता है।