JEE Main Result: जेईई रिजल्ट में सोनीपत के छात्रों ने मारी बाजी, यशवर्धन मलिक को मिले 99.59 पर्सेंटाइल
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन सत्र-दो का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। जिले के विद्यार्थियों ने भी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया है। यशवर्धन मलिक ने 99.59 पर्सेटाइल और शिवा शिक्षा सदन की छात्रा कुंजल ने 97.81 पर्सेटाइल के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है।
सोनीपत, जागरण संवाददाता। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन सत्र-दो का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। जिले के विद्यार्थियों ने भी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया है। ब्राइट स्कालर स्कूल के छात्र यशवर्धन मलिक ने 99.59 पर्सेटाइल और शिवा शिक्षा सदन की छात्रा कुंजल ने 97.81 पर्सेटाइल के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है। अच्छे प्रदर्शन पर स्कूल प्रशासन ने विद्यार्थियों को बधाई दी।
जिले के 4 छात्रों ने उत्तीर्ण की परीक्षा
शिवा शिक्षा सदन के 12वीं कक्षा की छात्रा कुंजल सहित चार विद्यार्थियों ने जेईई मेन सत्र-2 की परीक्षा उत्तीर्ण की है। छात्रा कुंजल ने 97.81 पर्सेंटाइल, स्पर्श ने 93.12 पर्सेंटाइल, निमित ने 85.69 व चिराग ने 82 पर्सेंटाइल के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है। स्कूल संचालक विरेंद्र बंसल, निदेशक अरुण बंसल व प्राचार्य अलका विज ने विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने अध्यापकों व अभिभावकों के योगदान की भी सराहना की। बंसल ने कहा कि विद्यार्थियों की यह उपलब्धि अन्य विद्यार्थियों को भी मेहनत करने और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
यशवर्धन मलिक को मिले 99.59 पर्सेंटाइल
विद्यार्थियों ने जो सफलता प्राप्त की है, वह कड़ी मेहनत और लगातार समयबद्ध तरीके से की गई मेहनत का परिणाम है। सच्चे मन से की गई मेहनत का परिणाम भी हमेशा सुखद होता है और सफलता के अनेक मार्ग खोलता है। ब्राइट स्कालर स्कूल की प्राचार्य डा.किरण दलाल ने बताया कि स्कूल के चार विद्यार्थियों ने जेईई परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। परीक्षा में यशवर्धन मलिक (99.59 पर्सेंटाइल), आकाशी (97.98 पर्सेंटाइल) लक्ष दहिया (95.39 पर्सेंटाइल) और ईशान त्यागी (92.48 पर्सेंटाइल) ने परीक्षा पास की है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन बिना कड़ी मेहनत के नही हो सकता।
यशवर्धन ने लक्ष्य पाने के लिए आठ घंटे की पढ़ाई ब्राइट स्कालर स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्र यशवर्धन मलिक ने 99.59 पर्सेंटाइल प्राप्त किया है। ओमेक्स सिटी के रहने वाले यशवर्धन ने कहा कि बचपन से ही इंजीनियरिंग करने का सपना था। जेईई मेन्स की तैयारी करने के लिए दिल्ली से कोचिंग ली। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए दिन में आठ घंटे तक पढ़ाई की। तैयारी के दौरान विषय को अच्छी तरह से समझा।
इसका लाभ परीक्षा के दौरान मिला। यशवर्धन के पिता संदीप मलिक अधिवक्ता है और मां सीमा शिक्षिका है। मलिक ने बताया कि यशवर्धन ने 10वीं कक्षा में एनटीएसई स्टेज-2 नेशनल लेवल परीक्षा उत्तीर्ण की थी। साथ ही किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) भी क्लियर किया है। यशवर्धन अब अपना पूरा फोकस जेईई एडवांस पर बनाए हुए है।
बचपन से इंजीनियरिंग क्षेत्र में जाने का था सपना : कुंजल
शिवा शिक्षा सदन की छात्रा कुंजल ने 97.81 पर्सेंटाइल के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है। विकास नगर की कुंजल का कहना है कि सफलता पाने के लिए खुद पर भरोसा और एक लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए। बचपन में इंजीनियरिंग क्षेत्र में जाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। लक्ष्य पाने के लिए प्रतिदिन छह से सात घंटे तक पढ़ाई की। स्कूल में जो भी पढ़ाया गया, घर पर उसे दोहराती थी। यदि कोई विषय समझ में नहीं आता था तो अगले दिन कक्षा में जाकर टीचर से दोबारा समझती थी। इसका लाभ मिला। बचपन में जो सपना देखा था, वह पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि यदि लक्ष्य निर्धारित करके मेहनत करें तो सफलता अवश्य मिलेगी।