सोनीपत की रबर फैक्ट्री में आग के बाद फटे सॉल्वेट ड्रम, 40 लोग झुलसे; श्रमिकों के साथ मालिक के परिजन अस्पताल में भर्ती
Sonipat Factory Fire राई औद्योगिक क्षेत्र में रबर की फैनबेल्ट बनाने वाली एक फैक्ट्री में मंगलवार दोपहर बाद आग लग गई। 10 मिनट बाद ही साल्वेंट ड्रम में भयानक विस्फोट हो गया। इस विस्फोट की जद में श्रमिक फैक्ट्री मालिक के दो भाई व भतीजा और राई औद्योगिक एसोसिएशन के प्रधान भी आ गए। हादसे में करीब 40 लोग झुलस गए।
जागरण संवाददाता, सोनीपत। राई औद्योगिक क्षेत्र में रबर की फैनबेल्ट बनाने वाली एक फैक्ट्री में मंगलवार दोपहर बाद आग लग गई। 10 मिनट बाद ही साल्वेंट ड्रम में भयानक विस्फोट हो गया। इस विस्फोट की जद में श्रमिक, फैक्ट्री मालिक के दो भाई व भतीजा और राई औद्योगिक एसोसिएशन के प्रधान भी आ गए। हादसे में करीब 40 लोग झुलस गए।
सूचना पर दमकल विभाग की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया। झुलसे लोगों तुरंत अस्ताल पहुंचाया गया। सामान्य अस्पताल से आठ लोगों को पीजीआई रेफर कर दिया गया। 23 लोगों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पाकर डीसी डॉ. मनोज कुमार ने हादसे की जांच के आदेश जारी करते हुए घायलों का उचित इलाज करने के आदेश दिए।
फैक्ट्री के मालिक नहीं थे मौके पर
राई औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्ट्री नंबर 329 में सांवरिया एक्सपोर्ट में रबर से गाड़ियों व अन्य मशीनों की फैनबेल्ट बनाई जाती हैं। मंगलवार को फैक्ट्री में दोपहर बाद तीन बजे के करीब भीषण आग लग गई। फैक्ट्री मालिक अयोध्या अपार्टमेंट, सेक्टर-13 रोहिणी दिल्ली के रहने वाले दुलीचंद अग्रवाल हादसे के समय मौके पर नहीं थे।
भाइयों की भी हैं फैक्ट्रियां
उनके भाई गोविंद मित्तल, नंदगोपाल मित्तल की राई में ही फैक्ट्रियां हैं, सूचना पर दोनों भाई व भतीजा अंशुल मित्तल और राई औद्योगिक एसोसिएशन के प्रधान राकेश देवगन भी फैक्ट्री पहुंचे और अंदर से सामान निकलवाने के साथ बचाव कार्य शुरू करवाया। आगजनी के करीब 10 मिनट बाद फैक्ट्री के साल्वेंट ड्रम में भीषण धमाका हो गया।
धमाके के बाद कर्मचारी और मालिक के भाई आए चपेट में
इसकी जद में वहां मौजूद कर्मचारी, श्रमिक व बचाव दल के साथ मालिक के स्वजन व प्रधान राकेश देवगन भी आकर झुलस गए। धमाके के बाद मौके पर हाहाकार मच गया। इसके थोड़ी देर बाद ही अग्निशमन मंडल अधिकारी मौके पर पहुंचे। पांच गाड़ियों ने मौके पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू किया। झुलसे हुए लोगों को सोनीपत के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया।
हादसे की सूचना मिलते ही सिविल सर्जन डॉ. जयकिशान ने सभी डॉक्टर्स को इमरजेंसी में बुलाया और झुलसे लोगों का इलाज शुरू कराया। गंभीर झुलसे आठ लोगों को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। वहीं, कुछ घायलों को प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हादसे की सूचना पाकर अस्पताल पहुंचे डीसी डॉ. मनोज कुमार और एसडीएम सोनीपत अमित कुमार ने हादसे की जांच के आदेश जारी किए। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियों में बॉयलरों की जांच की जाएगी।
पड़ोसी फैक्ट्री मालिक ने बताया- बॉयलर नहीं, साल्वेंट टैंक फटा
सांवरिया एक्सपोर्ट फैक्ट्री के पड़ोस में फैनबेल्ट की फैक्ट्री चलाने वाले भूषण वासुदेव ने बताया कि फैक्ट्री में आग लगने के 10 मिनट बाद अधिक तापमान होने के कारण साल्वेंट टैंक फट गया। इसके कारण ही फैक्ट्री में मौजूद लोग झुलस गए। वहीं मंडल अग्निशमन अधिकारी राजेंद दहिया ने बताया कि शाम को साढ़े छह बजे फैक्ट्री में आग बुझा ली गई है।
नक्शे के विपरीत निर्माण से बचाव कार्य में बाधा
अधिकतर फैक्ट्री मालिकों ने नक्शे के नियमों का उल्लंघन कर फैक्ट्रियों के पूरे क्षेत्र को कवर कर रखा है। अधिकतर फैक्ट्रियों में टीनशेड से अवैध निर्माण किए गए हैं। जगह-जगह स्टोरेज के लिए निर्माण किए गए हैं। हादसा होने के बाद यही अवैध निर्माण बचाव कार्यों में बाधा बनते हैं। सांवरिया एक्सपोर्ट में भी मालिक ने पूरी फैक्ट्री को कवर कर रखा है।
फैक्ट्री मालिकों पर नहीं होती कार्रवाई
15 मई को प्याऊ मनियारी की श्री गणेश कत्था फैक्ट्री में केमिकल का ड्रम फटने से छह लोगों की मौत हो गई थी और 21 लोग घायल हो गए थे, लेकिन पुलिस अभी तक हादसे के जिम्मेदार मालिकों, मैनेजर व ठेकेदार को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इससे पहले गांव जाहरी में स्प्रिट टैंक फटने से कर्मचारी की मौत पर फैक्ट्री मालिक या मैनेजर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।