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Sonipat Sugar Scam: चीनी घोटाले में सात कर्मचारी दोषी, अब निलंबन की लटकी तलवार; ये है पूरा मामला

सोनीपत जिले में स्थित द सोनीपत सहकारी चीनी मिल में फरवरी में सामने आए चीनी घोटाले में सात कर्मचारियों को दोषी माना गया है। 950 से अधिक कट्टे बिना रिकॉर्ड एंट्री के मिले थे। 50 किलो चीनी वाले इन कट्टों की बाजार में कीमत 21 लाख रुपये से अधिक आंकी गई थी। कर्मचारियों ने मिलीभगत कर इन कट्टों को रिकॉर्ड में दर्ज ही नहीं किया चोरी से बेचे जाने थे।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Fri, 19 Jul 2024 08:54 AM (IST)
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सोनीपत शुगर मिल के गोदाम में चीनी के कट्टो की जांच करते गन्नौर के एसडीएम डॉक्टर निर्मल नगर।

नंदकिशोर भारद्वाज, जागरण सोनीपत। (Sonipat Sugar Scam Hindi) कामी रोड स्थित द सोनीपत सहकारी चीनी मिल (The Sonipat Cooperative Sugar Mill) में फरवरी में सामने आए चीनी घोटाले में सात कर्मचारियों को दोषी करार दिया गया है। इस संबंध में बनाई गई जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इन कर्मचारियों पर मिलीभगत, लापरवाही और अपनी ड्यूटी सही प्रकार से नहीं करने के आरोप सही पाए गए हैं।

कमेटी के अध्यक्ष गन्नौर के एसडीएम डा. निर्मल नागर ने जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है। जल्द ही इसे चीनी मिल के अध्यक्ष उपायुक्त डा. मनोज कुमार को सौंपा जाएगा। इसके बाद वे इन कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।इन दोषी सात कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा सकता है।

यह था मामला

द सहकारिता चीनी मिल के गोदाम नंबर चार में रिकॉर्ड में इसी साल फरवरी में बिना एंट्री के 950 कट्टे मिलने से हड़कंप मच गया था।पेराई सत्र 2022-23 में उत्पादित यह चीनी गोदाम में ही मौजूद थी लेकिन इसका रिकॉर्ड में कहीं जिक्र नहीं था।

इसकी कुल कीमत 21 लाख से अधिक बताई गई थी। मामला सामने आने पर आशंका जताई जा रही थी इसे गुपचुप तरीके से गोदाम से निकालकर बाजार में बेचा जाना था।इसमें बड़े घोटाले की आशंका जताई जा रही थी क्योंकि यह चीनी एक दिन या महीने में जमा नहीं की गई थी।

इसे धीरे-धीरे रोजाना के उत्पादन में से चुराकर गोदाम में जमा किया जा रहा थो। शुगर मिल के एमडी संजय कुमार ने अपने स्तर पर टीम का गठन कर जांच करवाई तो गोदाम में अतिरिक्त चीनी के कट्टे मिले।

मामला तूल पकड़ने पर मिल के अध्यक्ष उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने गन्नौर के एसडीएम डा. निर्मल नागर की अध्यक्षता में सोनीपत के सहायक खाद्य आपूर्ति नियंत्रक, सोनीपत के जिला परिषद के लेखा अधिकारी को शामिल करते हुए तीन सदस्यी जांच कमेटी बनाकर जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा। जांच कमेटी ने मार्च, अप्रैल में नोटिस जारी करते 15 कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे।

इन तत्कालीन कर्मचारियों से की गई पूछताछ

1. ड्रायर हाउस क्लर्क प्रदीप कुमार, अरुण कुमार, बलराज सिंह, कृष्ण कुमार व राजेंद्र कुमार

2. मैन्यू केमिस्ट बलबीर सिंह, राजीव कुमार, विनय कुमार और महेंद्र सिंह

3. गोदाम कीपर विनोद कुमार, प्रदीप कुमार

4. स्टोर इंचार्ज बृजमोहन

5. ममसंख्य रसायनज्ञ अजीत सिंह पुंडीर

6. चीनी विक्रय प्रबंधक संजीव हुड्डा

जांच कमेटी ने इन्हें पाया दोषी

1. तत्कालीन ड्रायर हाउस क्लर्क, तत्कालीन गोदाम कीपर, शुगर हाउस क्लर्क और तत्कालीन चीनी विक्रय प्रबंधक के पदों पर रहे सात कर्मचारियों को जांच में दोषी पाया गया है।

अन्य सदस्यों के साथ मामले की गहनता से जांच की गई है।जिन कर्मचारियों के इस मामले में संलिप्त हाेने का शक था, उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। मामले में कुल 15 कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए थे। आरोपित कर्मचारी व अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहे। अब रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। इसमें सात कर्मचारियों को दोषी पाया गया है। रिपोर्ट जल्द ही जिला उपायुक्त को सौंपी जाएगी।वे इन कर्मचारियों पर आगामी कार्रवाई करेंगे।

- डा. निर्मल नागर, जांच कमेटी के अध्यक्ष व एसडीएम गन्नौर

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