सोनीपत से मेट्रो में सफर का कब मिलेगा मौका? विधायक सुरेंद्र पंवार ने मांगी रूट की जानकारी
सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार ने विधानसभा में मेट्रो रूट की जानकारी मांगी तो इसके निर्माण को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। DMRC के अधिकारियों ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से मंजूरी संबंधी अपडेट करने और डीपीआर को जल्द फाइनल किए जाने की जानकारी दी है। रिठाला-नाथूपुर लाइन बनने से बाहरी दिल्ली के एक बड़े हिस्से समेत सोनीपत जिले को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा।
By Niranjan KumarEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Wed, 20 Dec 2023 08:08 PM (IST)
जागरण संवाददाता, सोनीपत। दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन को रिठाला से बवाना, नरेला होते हुए सोनीपत के नाथूपुर तक विस्तार के प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है। जून, 2023 में डीएमआरसी ने दो तीन महीने में इस रूट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानि डीपीआर तैयार करके रिपोर्ट सौंपने की बात कही थी।
इसके बाद से यह प्रोजेक्ट फाइलों में दबा हुआ है। अब सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार ने विधानसभा में मेट्रो के इस रूट की जानकारी मांगी तो राज्य से लेकर केंद्र तक इसके निर्माण को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। डीएमआरसी के अधिकारियों ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से मंजूरी संबंधी अपडेट करने और डीपीआर को जल्द फाइनल किए जाने की जानकारी दी है।
मेट्रो से सोनीपत को होगा फायदा
रिठाला-नाथूपुर लाइन बनने से बाहरी दिल्ली के एक बड़े हिस्से समेत सोनीपत जिले को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा। जो दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा तक सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। एनएच 44 के रास्ते उत्तरी हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और जम्मू कश्मीर के यात्रियों को भी दिल्ली में प्रवेश से पहले ही मेट्रो की सुविधा मिलेगी और उन्हें दिल्ली के अंदरूनी गंतव्य तक जाने में आधा से एक घंटे तक का फायदा होगा। अभी लोगों को मेट्रो नेटवर्क के लिए जहांगीरपुर मेट्रो स्टेशन तक जाना पड़ता है, जिन्हें मुकरबा चौक से जीटी रोड के जाम में फंसना पड़ता है।स्टडी और सर्वे हो चुका
साल 2018 में डीएमआरसी की तरफ से टोपोग्राफिकल और ट्रैफिक सर्वे करवाया गया था। साथ ही पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव के आकलन के लिए स्टडी भी की थी। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने तकनीक खामियां बनाकर इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए दोबारा सर्वे करने को कहा था। बाद में कोरोना महामारी के कारण प्रोजेक्ट अटक गया। इस साल जून में फिर से इस पर काम शुरू किया गया।
सोनीपत को ये होगा फायदा
- दिल्ली और एनसीआर के शहरों की सीधी कनेक्टिविटी
- आइजीआइ एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी होगी
- बाहरी दिल्ली के बवाना, नरेला, नांगलाेई और नजफगढ़ जाने में कम समय लगेगा
- औद्योगिक क्षेत्र में दिल्ली से आने वाले 20 हजार से ज्यादा श्रमिकों को कम समय लगेगा
- दैनिक यात्रियों को दिल्ली के जाम से निजात मिलेगी, समय पर आफिस पहुंचेंगे
- दिल्ली के कालेजों में पढ़ने वाले 10 से 12 हजार विद्यार्थियों की राह आसान होगी
- 27.319 किमी का रिठाला-नाथूपुर का मेट्रो कारिडोर
- 30 हजार यात्रियों के पहले दिन से ही सफर करने की उम्मीद
- 22 स्टेशन होंगे, इनमें एक अंडरग्राउंड और 21 एलिवेटेड स्टेशन प्रस्तावित
- 05 किमी सोनीपत क्षेत्र में होगा मेट्रो रूट
- 02 स्टेशन कुंडली और नाथूपुर सोनीपत में होंगे
मेट्रो सुविधा से सोनीपत बचा हुआ
दिल्ली से सटे क्षेत्र में सोनीपत ही ऐसा शहर है, जहां मेट्रो की पहुंच नहीं है। हरियाणा के बहादुरगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा और गाजियाबाद तक मेट्रो लाइन है। ऐसे में अब सोनीपत तक मेट्रो पहुंचती है तो पांच लाख से ज्यादा आबादी को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा। क्योंकि जिले का एक बड़ा हिस्सा नरेला और बवाना से सटा हुआ है। जिसमें खरखौदा और राई ब्लाक के 50 से ज्यादा गांव शामिल हैं।ये स्टेशन होंगे
रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, सेक्टर 26, सेक्टर 31, सेक्टर 32, सेक्टर 36, बरवाला, सेक्टर 35, सेक्टर 34, बवाना औद्योगिक क्षेत्र - 1 सेक्टर 3, 4, बवाना औद्योगिक क्षेत्र - 1 सेक्टर 1, 2, बवाना जेजे कालोनी, सनोठ, न्यू सनोठ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर-5, कुंडली और नाथूपुर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।रिठाला-नरेला-नाथूपुर प्रोजेक्ट का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा जा चुका है, लेकिन अभी मंजूरी का इंतजार है। सर्वे का काम पहले ही पूरा हो चुका है। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आगे का कार्य शुरू करवाया जाएगा। - तोमोजीत भट्टाचार्य, प्रवक्ता, डीएमआरसी