Haryana News: टीचर ने 9 वर्षीय छात्र को बेरहमी से पीटा, कान का पर्दा फटा; पेट में आई सूजन
सोनीपत के एक सरकारी स्कूल में एक शिक्षक ने पांचवी कक्षा के छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी जिससे उसके कान का पर्दा फट गया। शिक्षक ने छात्र को तीन घंटे तक कक्षा में बैठाए रखा और उसे इलाज के लिए नहीं भेजा। छात्र के पिता ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। गन्नौर के टेहा गांव स्थित विद्यालय का मामला है।
संवाद सहयोगी, गन्नौर। टेहा गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में एक शिक्षक ने पांचवी कक्षा के छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी। शिक्षक ने छात्र पर लात व थप्पड़ बरसाए। इस पिटाई के कारण छात्र के कान का पर्दा तक फट गया और कान से खून बहने लगा। इसके बावजूद छात्र का उपचार करवाने की बजाय उसे तीन घंटे तक कक्षा में बैठाए रखा।
छात्र ने घर पहुंचकर बताई आपबीती
छात्र के पेट में सूजन भी आ गई। जब छात्र घर पहुंचा तो उसने स्वजन को आपबीती बताई। जिसके बाद स्वजन ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। अब छात्र के स्वजन ने आरोपित शिक्षक के खिलाफ थाना बड़ी में शिकायत दी है। शिकायत में टेहा गांव के विनोद ने बताया कि उसका 9 वर्षीय बेटा वंश गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में में पांचवी कक्षा में पढ़ता है। उसका बेटा 4 सितंबर को स्कूल गया।
स्कूल में अध्यापक देवेंद्र ने उसके बेटे की बुरी तरह पिटाई कर दी। देवेंद्र ने उसके बेटे को थप्पड़ और पेट में लात भी मारी। जिस कारण उसके बेटे के कान का पर्दा फट गया और उसके कान से खून बहने लगा। पेट में लात लगने लगने की वजह से वंश के पेट पर सूजन भी आ गई।
आरोप है कि अध्यापक देवेंद्र ने उसके बेटे का न तो इलाज कराया और न ही उन्हें इस बारे में सूचना दी। उसका बेटा 3 घंटे दर्द के मारे स्कूल में तड़पता रहा। स्कूल से छुट्टी होने के बाद जब वंश घर आया तो आप बीती बताई। जिसके बाद स्वजन ने वंश को सामुदायिक अस्पताल में दाखिल कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने वंश को खानपुर मेडिकल रेफर कर दिया। पुलिस ने वंश के पिता विनोद की शिकायत पर आरोपित शिक्षक देवेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
खेलते समय अध्यापक की कुर्सी पर बैठ गया था वंश
विनोद ने बताया कि 4 सितंबर को उसका बेटा स्कूल में गया था। स्कूल में जब लंच हुआ तो लंच करने के बाद उसका बेटा वंश स्कूल में खेलने लगा। खेलते-खेलते वह अध्यापक की कुर्सी पर बैठ गया। वंश को अध्यापक की कुर्सी पर बैठा देख शिक्षक देवेंद्र ने उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी।इलाज कराने से मना किया
विनोद ने बताया कि वंश की पिटाई करने वाला शिक्षक देवेंद्र उन्हें वंश का इलाज करवाने का आश्वासन देता रहा। जब उन्होंने देवेंद्र से उसके बेटे के इलाज का खर्च उठाने के लिए शपथ पत्र देने को कहा तो देवेंद्र ने इलाज का खर्च देने से इंकार कर दिया।
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