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Sonipat News: संविधान विरोधी पाठ पढ़ाने वाले यूएलसीटी के कमांडर की हुई पहचान

जीटी रोड स्थित भिगान टोल पर 30 अक्टूबर की शाम को चार कार में सवार दस लोगों ने हंगामा किया था। उन्होंने टोल मैनेजर को हथकड़ी लगाकर अपहरण करने का प्रयास किया था और कर्मचारियों से मारपीट की थी। उन्होंने पुलिस टीम से भी मारपीट की थी।

By Jagran NewsEdited By: Prateek KumarUpdated: Sun, 06 Nov 2022 08:55 PM (IST)
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यूएलसीटी प्रमुख ने आरोपित प्रशांत झा को सौंपी थी चार राज्यों के कमांडर की जिम्मेदारी
सोनीपत [डीपी आर्य]। यूनिवर्सल कम्युनिटी ला ट्रस्ट (यूएलसीटी) के सदस्यों को कानून-संविधान का विरोध करने का पाठ पढ़ाने वाले एक कमांडर की पुलिस ने पहचान कर ली है। वह संगठन के सदस्यों की आनलाइन मीटिंग लेता था। उसने ही सदस्यता के फार्म भरवाए थे। उसने एक सदस्य से आगरा के रामबाग में और तीन से गाजियाबाद के एक होटल में मुलाकात की थी। इसके आधार पर सीआइए की तीन टीम उसकी तलाश में आगरा और गाजियाबाद में छापामारी कर रही हैं। उसकी महिला साथी की भी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।

30 अक्टूबर को भिगान टोल पर किया था हंगामा 

जीटी रोड स्थित भिगान टोल पर 30 अक्टूबर की शाम को चार कार में सवार दस लोगों ने हंगामा किया था। उन्होंने टोल मैनेजर को हथकड़ी लगाकर अपहरण करने का प्रयास किया था और कर्मचारियों से मारपीट की थी। उन्होंने पुलिस टीम से भी मारपीट की थी। खुद को संविधान और कानून से ऊपर बताते हुए देश के सिस्टम को मानने से इन्कार कर दिया था। आरोपितों ने अपनी कारों पर यूएलसीटी की सिरीज वाली नंबर प्लेट लगा रखी थीं। कारों के चेसिस नंबर खुरचकर उनको भी यूएलसीटी सिरीज का बना लिया था।

क्या होता है एमोवेन का मतलब

पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उनकी पहचान ग्रीस के संगठन यूएलसीटी के सदस्यों के रूप में हुई थी। वह खुद को मिनिस्टर एमोवेन (खुद पर शासन करने वाला और देश का कानून नहीं मानने वाला) कहते हैं। पकड़े गए आरोपितों ने पुलिस को बताया कि यूएलसीटी प्रमुख ने भारत को छह भागों में बांटकर कमांडर नियुक्त किए थे। इनमें दिल्ली-एलसीआर का कमांडर प्रशांत झा है।

प्रशांत ने ही भरवाया था एंट्री फार्म 

वह दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब में यूएलसीटी के सदस्य बना रहा था। गिरफ्तार किए गए आरोपित आगरा का रहने वाला नीरज सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने आगरा के रामबाग में प्रशांत से मुलाकात की थी। वहीं पर उसे एंट्री फार्म भरवाया था। उसके अनुसार प्रशांत आगरा के रामबाग का रहने वाला है। वहीं, गिरफ्तार दूसरे आरोपितों दिल्ली के राहुल मेहरा व नोएडा के टीकम सिंह और परमिंदर की मुलाकात प्रशांत झा से गाजियाबाद के एक होटल में हुई थी। इसके आधार पर सोनीपत क्राइम ब्रांच की तीन टीम आगरा और गाजियाबाद में छापामारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ से भी मदद ली जा रही है।

अब तक का घटनाक्रम

  • 30 अक्टूबर : चार कार में सवार दस लोगों ने मुरथल टोल को जाम कर मैनेजर को हथकड़ी लगाईं।
  • 31 अक्टूबर : आरोपितों को न्यायालय में पेश करके पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। सभी ने खुद को यूएलसीटी का सदस्य बताया, जिसके मुखिया का ग्रीस में होने की जानकारी दी।
  • 01 नवंबर : परिवहन विभाग की टीम ने यूएलसीटी सिरीज की कारों का निरीक्षण किया।
  • 02 नवंबर : टीम ने पाया कि कारों की चेचिस नंबर खुरचकर यूएलसीटी बनवाया गया है।
  • 03 नवंबर : पुलिस ने आरोपितों पर नंबर टैंपरिंग के तहत और कार्रवाई की।
  • 04 नवंबर : आरोपितों ने देश में संगठन की सक्रियता व 500 सदस्य बनने की जानकारी पुलिस को दी।
  • 05 नवंबर : पुलिस ने सभी 10 आरोपितों को न्यायालय में पेश करके जेल भेजा गया।

रात को लेते थे मीटिंग

यूएलसीटी के एक प्रमुख की पहचान हो गई है। उसका नाम प्रशांत झा बताया जा रहा है। वह गाजियाबाद या आगरा का रहने वाला हो सकता है। हमारी तीन टीम उत्तर प्रदेश गई हुई है। प्रशांत झा की महिला साथी की पहचान के प्रयास भी किए जा रहे हैं। वह दोनों यूएलसीटी के सदस्यों की रात को आनलाइन मीटिंग लेते थे।

इंस्पेक्टर रवि कुमार, एसएचओ, थाना मुरथल।

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