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मुसाफिरों को टिकट भी उपलब्ध नहीं करा पा रहा रेलवे

3000 यात्रियों को दो काउंटर से 30 मिनट में टिकट दे पाना संभव नहीं है।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 11 Mar 2021 04:53 PM (IST)
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मुसाफिरों को टिकट भी उपलब्ध नहीं करा पा रहा रेलवे

डीपी आर्य, सोनीपत

कोरोना संक्रमण के बाद अभी तक कम संख्या में ट्रेनों का संचालन हो रहा है। सोनीपत जंक्शन से होकर पहले जहां 70 ट्रेनों का संचालन होता था, अभी तक मात्र 10 ट्रेनें ही चल रही हैं। इनमें से मात्र एक ही पैसेंजर ट्रेन है। यात्रियों को जहां पर्याप्त ट्रेनें नहीं मिल रही हैं, वहीं एकमात्र ट्रेन में चढ़ना किसी संघर्ष से कम नहीं है। दो टिकट विडो पर यात्रियों की लाइनें लग रही हैं। इसी कारण ट्रेनों में ज्यादातर यात्री बेटिकट चल रहे हैं। रेलवे के अफसर उनसे रोजाना वसूली कर मनमानी कर रहे हैं। उधर रेलवे कम यात्री मिलने का रोना रो रहा है।

रेलवे ने एक पैसेंजर ट्रेन का संचालन फरवरी में किया था। ट्रेन के संचालन से करीब एक घंटे पहले टिकट काउंटर खुलते हैं। ज्यादातर यात्री आधे घंटे पहले ही स्टेशन पर पहुंचते हैं। टिकट देने के लिए केवल दो काउंटर खोलने की अनुमति है। वहीं टिकट जारी करने वाली दोनों मशीन फिलहाल खराब पड़ी है। ऐसे में यात्रियों में टिकट लेने के लिए मारामारी रहती है। पैसेंजर ट्रेन में करीब 3000 यात्री सोनीपत से सवार होते हैं। लाकडाउन से पहले स्टेशन से 49 हजार यात्री रोजाना सफर करते थे। 30 मिनट में 3000 टिकट देना संभव नहीं

3000 यात्रियों को दो काउंटर से 30 मिनट में टिकट दे पाना संभव नहीं है। रेलवे कर्मचारियों-अधिकारियों की टीम अधिकतम एक हजार यात्रियों को ही टिकट उपलब्ध करा पाती हैं। एमएसटी नहीं होने और टिकट न मिलने से परेशान यात्री मजबूरन बेटिकट ही ट्रेनों में सवार हो जाते हैं। स्टेशन से चढ़ने वाले तीन हजार यात्रियों में से एक हजार ही टिकट लेकर सफर करते हैं। रेलवे को टिकट लेने वालों का ही रिकार्ड भेजा जा रहा है। ऐसे में रेलवे कह रहा है कि यात्री कम मिल रहे हैं। यही कारण है कि मार्च में शुरू होने वाली दूसरी पैसेंजर को अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है और सुबह चलने वाली एक स्टाफ स्पेशल को भी बंद कर दिया गया है।

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दो हजार यात्री नहीं ले पाते टिकट

ऐसा नहीं है कि बेटिकट दो हजार यात्री फ्री में सफर करते हैं। यात्रियों के अनुसार बोगी में रेलवे के कर्मचारी मौजूद होते हैं। वह बेटिकट यात्रियों से वसूली करते हैं। दैनिक यात्री विनोद अरोड़ा ने बताया कि कर्मचारी दैनिक यात्रियों से 50 रुपये और अन्यों से 100 रुपये प्रति यात्री वसूल रहे हैं जबकि दिल्ली तक का टिकट मात्र 30 रुपये ही लगता है। यात्री जुर्माने और कार्रवाई से बचाने के लिए यह भुगतान करते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए दो टिकट विडो संचालित हैं। जल्द ही एटीवीएम (आटोमेटिक टिकट वेंडिग मशीन) को शुरू कर दिया जाएगा। यात्रियों को अपने मोबाइल में यूटीएस एप डाउनलोड कर लेना चाहिए। उससे स्टेशन के दो किमी के क्षेत्र में कहीं से भी टिकट लिया जा सकता है। मोबाइल पर आया मैसेज ही टिकट का काम करेगा। किसी हाल में बेटिकट यात्रा ना करें। बेटिकट मिलने पर जेल जाना पड़ सकता है।

- गजेंद्र सिंह, स्टेशन अधीक्षक, सोनीपत