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आरएसएस कार्यकर्ता की बेटी से लव जिहाद, मामला दिल्ली पहुंचा तो एडीजीपी भी पहुंचे

हमीदा निवासी आरएसएस कार्यकर्ता की 18 वर्षीय लड़की का अपहरण दूसरे समुदाय के नबील ने कर लिया। वह ईद पर कुवैत से आया था। लड़की के गायब होने का पता लगते ही रात को परिजन हमीदा चौकी पहुंचे।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 13 Jun 2019 06:32 AM (IST)
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आरएसएस कार्यकर्ता की बेटी से लव जिहाद, मामला दिल्ली पहुंचा तो एडीजीपी भी पहुंचे

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

हमीदा निवासी आरएसएस कार्यकर्ता की 18 वर्षीय लड़की का अपहरण दूसरे समुदाय के नबील ने कर लिया। वह ईद पर कुवैत से आया था। लड़की के गायब होने का पता लगते ही रात को परिजन हमीदा चौकी पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई नहीं की। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन देकर घर भेज दिया। पुलिस की सुस्त कार्रवाई से नाराज कार्यकर्ता ने दिल्ली में संघ के बड़े पदाधिकारी और भाजपा दिल्ली के प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी से संपर्क साधा और आपबीती सुनाई। तब मंगलवार को एडीजीपी अंबाला रेंज आलोक राय, कुरुक्षेत्र एसपी आस्था मोदी और अंबाला की सीआइए की टीम और महिला थाना प्रभारी शीलावंती के साथ मुख्यालय पर पहुंचे। उन्होंने यमुनानगर पुलिस को बंद कमरे में कड़ी फटकार लगाई। करीब 45 मिनट तक बैठक चली। वहीं, हिदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में एसपी और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की और इसे लव जिहाद का मामला बताते हुए लड़की जल्द बरामद करने की बात कही। साथ ही चेतावनी दी कि यदि पुलिस जल्द लड़की को बरामद नहीं करती तो आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी। हमीदा में तनाव की स्थिति

एसपी कुलदीप यादव अवकाश पर है। इसलिए कुरुक्षेत्र की एसपी के पास यहां का अतिरिक्त कार्यभार है। इस घटना से हमीदा में तनाव की स्थिति है। सुरक्षा के लिए एसपी मोदी ने पुलिस बल तैनात किया हुआ है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। नहीं बदल रहा पुलिस का रवैया : गगन प्रकाश

बजरंग दल के संयोजक गगन प्रकाश का कहना है कि पुलिस का रवैया नहीं बदल रहा है। कार्रवाई के लिए गिड़गिड़ाना पड़ता है। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर रोष जताया और आंदोलन की चेतावनी दी है। ऐसे हालात के लिए पुलिस जिम्मेदार : विहिप

विश्व हिदू परिषद के उदयवीर शास्त्री का कहना है कि इस तरह के हालात की जिम्मेदार संबंधित पुलिस है। यदि पुलिस ने इस बार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो संघर्ष किया जाएगा। पक्षपात करने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ सीएम मनोहर लाल को लिखा जाएगा। लड़की को बहलाया गया है : पिता

पुलिस को दी शिकायत में पिता ने बताया कि सोमवार की सुबह उनकी 19 वर्षीय बेटी घर से भगा ली गई है। जब वे घर पर पहुंचे, तो बेटी घर पर नहीं थी। उसे बहुत तलाश करने पर पता चला कि नबील, उसकी बहन नाबिया और उनके साथी परवेज, जावेद ये सब और जिस ब्यूटी पार्लर में कार्य करती थी। वहां की लड़कियां और उसके साथ गुड्डी उनकी लड़की को भगाने में सहयोगी हैं। लड़की को बहलाफुसलाकर ले जाया गया है और घर से सामान भी चोरी कराया गया। इसमें छह-सात तोले सोने के गहने और 50 हजार रुपये कैश है। शक है कि नबील ने उनकी लड़की को अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के आगे कहीं किसी गांव या दूसरे शहर में भेज दिया है। पुलिस ने मामले में 366, 120बी, 379 के तहत केस दर्ज कर लिया है। बेटी विदेश पहुंच गई तो नहीं करेंगे पुलिस को माफ : पिता

पीड़ित पिता का कहना है कि शाम के साढ़े आठ बजे उनकी बेटी घर से गायब हुई, वे तुरंत भाजपा नेता को साथ में लेकर पुलिस चौकी में पहुंचे। उन्होंने पुलिस को कॉल डिटेल और बेटी तलाश की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने एक भी बात नहीं सुनी। भाजपा नेता भी पुलिस का पक्ष ले रहे थे। थाने में भी गए। यहां भी केवल आश्वासन ही मिला। आरोप है कि पुलिस आरोपितों को लाभ पहुंचने के लिए सुस्ती दिखा रही थी। यदि पुलिस तत्काल कार्रवाई करती तो उनकी बेटी आसपास से बरामद हो जाती। पुलिस से परेशान होकर हाईकमान से संपर्क करना पड़ा। तब एडीजीपी आलोक राय अपनी टीम के साथ यहां पर पहुंचे। अब लग रहा है कि उनके मामले में कार्रवाई हो रही है। उनको शक है कि आरोपित उनकी बेटी को विदेश भी ले जा सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो पुलिस को कभी माफ नहीं करेंगे। दूसरों की बेटियों को लगाने के लिए कई दफा जा चुके है जेल

बजरंग दल के नेता ने बताया कि 1990 से दल और संघ में जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा हूं। इस दौरान जब भी हिदू की लड़की दूसरे समुदाय का लड़का बहकाकर ले गया तो उन पर कार्रवाई के लिए उन्होंने संघर्ष किया। कई दफा पुलिस की लाठियां खाई। जेल भी काटनी पड़ी। वर्ष 2014 में भी आंदोलन करते हुए पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया था। पहले प्रताड़ित किया और बाद में जेल काटनी पड़ी थी। वे हमेशा हिदुत्व के लिए संघर्ष करते रहे हैं। किताबों से मिला एक पत्र

सूत्रों के मुताबिक लड़की जाने से पहले पत्र लिखकर गई है। परिजनों को उसकी किताबों से ये पत्र लिया। इसमें लिखा गया है कि वह अपनी मर्जी से जा रही है, लेकिन इस पर परिजनों को यकीन नहीं हो रहा कि उनकी बेटी ऐसा कर सकती है। हो सकता है कि साजिश के तहत ये पत्र घर पर रखा गया हो। पुलिस ने पत्र को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही पीड़ि़ता की सहेलियों की लिस्ट बनाकर भी पूछताछ की जा सकती है। कोट्स :

एडीजीपी आलोक राय ने बताया कि तनाव की कोई बात नहीं है। स्थिति को बातचीत कर नियंत्रण में किया गया है। लोग भी समझदार हैं, उन्हें सभी नियम और कानून की जानकारी है। हमारी पुलिस परिवार के संपर्क में है। जैसे ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली, तुरंत कार्रवाई की गई। युवती को तलाशने के लिए टीमें गठित की गई हैं।

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