Haryana News: सैटेलाइट से पकड़े गए पराली जलाने के मामले, 12 जगहों पर लगाई गई थी आग; किसानों पर लगा जुर्माना
हरियाणा के कृषि विभाग व ग्राम सचिवों की निगरानी के बावजूद पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। इनकी चेतावनी के बावजूद भी इन मामलों में कमी नहीं आ रही है। इसको लेकर कृषि विभाग के अधिकारी गंभीर हो गए हैं। बता दें कि जिले में 12 जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आई और इसमें से आठ पराली की हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। Stubble Burning News कृषि विभाग व ग्राम सचिवों की निगरानी के बावजूद पराली जलाने के मामले नहीं रूक रहे हैं। इसको लेकर कृषि विभाग के अधिकारी गंभीर हो गए हैं। पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहने पर वीएलसी (विलेज लेवल कमेटी) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जिले में 12 जगह आग लगने की घटनाएं सामने आई, जिसमें से आठ पराली की हैं। इन सभी घटनाओं के बारे में सैटेलाइट से जानकारी मिली है। जिन किसानों के यहां पराली जली है, उन किसानों पर जुर्माना लगाया गया।
पिछले वर्ष पराली जलाने के 195 मामले आए थे सामने
बता दें कि गत वर्ष जिले में 195 मामले पराली जलाने के सामने आए थे। इन दिनों धान की कटाई का सीजन चल रहा है। ऐसे में किसान खेतों में पराली जलाने लगे हैं। जिसे रोकने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। वीएलसी का गठन कर पराली जलाने वालों पर निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं।
वीएलसी में ग्राम सचिव, पटवारी व ब्लाक कृषि अधिकारी शामिल हैं। साथ ही गांव के सरपंच व नंबरदारों को भी निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद जिले में आठ जगहों पर पराली जला दी गई। यह भी सैटेलाइट से पता लगा।
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इन जगहों पर जली पराली
सरस्वतीनगर के जागधौली, झाड़ चांदना, कूलचंदू, रादौर के सतगौली, मोहड़ी, छछरौली के कनालसी, चाऊवाला, सलेमपुर बांगर में पराली जलने की घटनाएं हुई है। बिलासपुर व साढौरा ब्लाक में अभी तक कोई मामला आग लगने की घटना का पकड़ में नहीं आया। जिन किसानों के खेतों में पराली जली है। उन पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। नियमानुसार पांच एकड़ तक 2500 रुपये और उससे ऊपर 15 हजार रुपये जुर्माना का प्रविधान किया गया है।
डीसी ने आग लगने की घटना पर जताई नाराजगी
पराली में आग लगने की घटना का पता लगते ही डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने आग लगने की घटनाओं पर कड़ी नाराजगी जताई। अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी गई कि पराली में आग लगने की घटनाओं को रोकना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए। यहां तक निर्देश दिए गए कि जिन किसानों के यहां पर पराली में आग लगाई गई है। उन्हें सरकारी योजनाओं का भी लाभ न दिया जाए।
वहीं उप कृषि निदेशक डा. आत्माराम गोदारा ने बताया कि ब्लॉक कृषि अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें पराली की घटनाओं को रोकने के स्पष्ट आदेश दिए गए हैं। आठ जगहों पर पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। वहां की वीएलसी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
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