Yamunanagar News: जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या हुई आठ, ठेका हुआ सील; पुलिस कर रही मामले की जांच
यमुनानगर के गांव मंडेबरी पंजेटे का माजरा और फूंसगढ़ में जहरीली शराब की वजह से आठ लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं लोग शराब का नाम लेने से भी डर रहे हैं। वहीं पुलिस ने एक आरोपी रमेश को हिरासत में लिया है। फॉरेंसिक टीम ने श्मशान घाट से अस्थियों को इकट्ठा किया है। वहीं जहरीली शराब के बाद गांव में डर का माहौल बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। गांव मंडेबरी, पंजेटे का माजरा और फूंसगढ़ में जहरीली शराब से आठ मौतों के बाद गमगीन माहौल है। गांव में हर कोई इस बारे में ही बात कर रहा है। श्मशान घाट से लेकर मृतकों के घरों तक मातम पसरा है। लोग शराब का नाम लेने से भी डर रहे हैं। गांव की महिलाएं पुलिस कार्रवाई पर संतोष जता रही है। उनका कहना है कि शराब का ठेका बंद हो गया है। इस ठेके की वजह से ही गांव के लोग शराब के आदी हो रहे हैं। ठेके पर इसी तरह से सील लगी रहे। गांव के हालातों का जायजा लिया गया तो हर कोई लगातार हो रही मौतों से दुखी दिखाई दिया।
गांव मंडेबर में सुबह लगभग साढ़े 11 बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम आई हुई थी। एक चौक पर टीम ग्रामीणों से बातचीत कर रही थी। उनसे लक्षणों के बारे में पूछ रही थी। स्वास्थ्य विभाग से डॉ. मधु टीम का नेतृत्व कर रही थी। हालांकि ग्रामीणों के सामने केवल जगमाल ने ही हालत बिगड़ने की बात कही, जिस पर उसे अस्पताल भिजवा दिया।
अन्य लोगों से भी पूछा गया कि शरीर में किसी तरह की कमजोरी, उल्टी या आंखों से कम दिखने की शिकायत है लेकिन किसी ने भी ऐसे लक्षण नहीं बताए। कई युवक घबराए हुए भी थे। उन्हें डर था कि यदि लक्षणों को बताया तो उनके स्वजन को शराब पीने का पता लग जाएगा।
सोनू के घर पर पसरा था मातम
जहरीली शराब से गांव मंडेबर के सोनू की मौत हुई। उसके घर पर मातम पसरा हुआ था। परिवार के लोग अधिक नहीं बोल रहे थे लेकिन ग्रामीणों से बात की तो पता लगा कि सोनू का भाई रमेश भिंडी भी अवैध शराब का धंधा करता है। उसने गांव के बाहर ही एक खेत में बने ट्यूबवेल के कमरे में अवैध खुर्दा बनाया हुआ था। पुलिस ने रमेश को भी हिरासत में लिया हुआ है। इसलिए ही उसके परिवार के लोग कुछ नहीं बोल रहे थे।
श्मशान में अस्थियां बीनते रहे ग्रामीण
सुबह गांव में फॉरेंसिक की टीम पहुंची थी, जो सीधा श्मशान घाट में गई। टीम के वहां पहुंचने का पता लगते ही कुछ ग्रामीण वहां पर पहुंच गए। वहीं पर फूंसगढ़ के भी ग्रामीण आए हुए थे, क्योंकि उनके यहां पर भी प्रवीण नाम के युवक की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने प्रत्येक चिता से अस्थियां एकत्र की और फोरेंसिक टीम को दी। अलग-अलग पालीथिन में नाम लिखकर यह अस्थियां रखी गई। कुछ देर बाद ही प्रवीण का शव लेकर ग्रामीण पहुंच गए।
उसका संस्कार कर दिया गया। श्मशान घाट में आए जरनैल सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने भी गांव से ही शराब लेकर पी थी। यह शराब पीने के बाद अगले दिन तबीयत खराब हो गई थी। उसके बाद से यहां से कभी शराब नहीं ली। यह जहरीली शराब है। ठेके से 30 से 40 रुपये कम में मिल जाती है। लालच में लोग खरीदकर पीते हैं।
गांव मंडेबरी में सन्नाटा
दोपहर लगभग डेढ़ बजे गांव मंडेबरी में पहुंचे तो वहां पर विशाल के संस्कार की तैयारी चल रही थी। उसका शव पोस्टमार्टम से वापस आ गया था। गांव के कोने पर कुछ महिलाएं बैठी मातम कर रही थी। जब गांव में अंदर गए तो गलियां सुनसान थी। यहीं पर एक मकान के बाहर खड़ी सुमन व सोना ने कहा कि शराब की वजह से गांव में मौतें हो रही हैं। पुलिस को रोक लगानी चाहिए। अभी ठेका सील हुआ है लेकिन यह कुछ दिन बाद खुल जाएगा। शराब की बिक्री व स्मैक की वजह से गांव में चोरियां हो रही है।
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