Move to Jagran APP

पेंशनधारकों के लिए खुशखबरी! जीवित प्रमाणपत्र के लिए नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, घर बैठे मिलेगी सुविधा

अब बुजुर्ग पेंशनधारकों के खुशखबरी है। उनका घर बैठे ही डिजिटल जीवित प्रमाणपत्र बनेगा। डाक विभाग ने घर-घर जाकर प्रमाणपत्र देने की व्यवस्था शुरू कर दी है। प्रमाणपत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन करते ही डाक सेवक व डाकिया पेंशनधारकों के घर पहुंचकर उन्हें इसकी सुविधा देने पहुंच रहे हैं। इस सेवा का लाभ लेने के लिए पेंशनभोगियों को केवल आधार संख्या और पेंशन का विवरण देना होगा।

By Popin kumar Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 20 Nov 2024 01:03 PM (IST)
Hero Image
अब डाकिया घर-घर जाकर बनाएंगे पेंशनर्स के डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र
दीपक प्रजापति, यमुनानगर। बुजुर्ग पेंशनधारकों को जीवित प्रमाणपत्र के लिए अब इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। दरअसल, डाक विभाग ने घर-घर जाकर प्रमाणपत्र देने की व्यवस्था शुरू कर दी है। प्रमाणपत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन करते ही डाक सेवक व डाकिया पेंशनधारकों के घर पहुंचकर उन्हें इसकी सुविधा देने पहुंच रहे हैं। हालांकि, इसके लिए 70 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है। इस सुविधा के तहत जिले भर में अब तक 200 के करीब जीवन प्रमाण पत्र बन चुके हैं।

पेंशनर्स को देनी होगी सिर्फ ये जानकारी

भारतीय डाक विभाग की ओर से पेंशन भोगियों की सुविधा के लिए एक नई डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र सेवा शुरू की है। यह सेवा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के सहयोग से संचालित की जा रही है।

डाकिया पेंशनभोगी के दिए गए पते पर जाकर आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रणाली के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करेंगे। यह सेवा पेंशनभोगियों के लिए सरल और सुविधाजनक है और उनके लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो वृद्ध हैं या जिन्हें कार्यालय तक जाना मुश्किल होता है।

इस सेवा का लाभ लेने के लिए पेंशनभोगियों को केवल आधार संख्या और पेंशन का विवरण देना होगा। प्रमाण पत्र बनने के बाद पेंशनभोगी को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक पुष्टिकरण संदेश प्राप्त होगा।

यह भी पढ़ें- दिल्ली से सटे इस शहर में अब वर्क फ्रॉम होम, प्राइवेट और कॉरपोरेट दफ्तरों के लिए एडवाइजरी जारी

नजदीकी डाकघर से कर सकते हैं संपर्क

इसके माध्यम से केंद्रीय, राज्य और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सभी पेंशन भोगियों को अब जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस सेवा लाभ लेने वाले पेंशनभोगी नजदीकी डाकघर से संपर्क कर सकते हैं या अपने क्षेत्र के डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक से जानकारी कर सकते हैं।

विभाग की ओर से पेंशन भोगियों के लिए एक नई पहल की गई है। यह बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। इसका लाभ लेने के लिए लोगों को आगे आना होगा। यह एक अच्छी सेवा है जिसे डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र का नाम दिया गया है।

सुरेंद्र सिंह, पोस्ट मास्टर, मुख्य डाकघर यमुनानगर।

चेहरे के आधार पर हो रहा सत्यापन

आवेदन के समय कई बार बुजुर्ग होने चलते पेंशनधारकों का अंगूठा से सत्यापन नहीं हो पाता है। ऐसे में उनके चेहरे से सत्यापन किया जा रहा है। इससे सत्यापन प्रक्रिया अधिक बेहतर व आसान बन गई है। शाखा प्रबंधक ने बताया कि जिले भर के ग्रामीण शाखा डाकघर, तहसील व कस्बों में उप डाकघर व यमुनानगर में मुख्य डाकघर है।

सभी जगह से पेंशनधारकों को सुविधा दी जा रही है। अब तक 200 से अधिक जीवन प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए हैं। बताया कि सभी ग्रामीण डाक सेवक और डाकिये मोबाइल फोन से लैस हैं। इनका उपयोग फिंगर बायोमैट्रिक व चेहरा सत्यापन तकनीक का उपयोग कर प्रमाणपत्र जारी करने के लिए किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें- विधानसभा में गूंजा चंडीगढ़ में नई विधानसभा भवन के विरोध का मामला, CM नायब सैनी बोले- जल्द बुलाएंगे सर्वदलीय बैठक

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।