Surendra Panwar: अवैध खनन में लगाई थी अधिकारियों की फटकार, अब खुद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे 'माननीय'; ED का कसा शिकंजा
विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ खनन मामले में ईडी ने शिकंजा कसा हुआ है। जबकि सुरेंद्र पंवार विधानसभा की लेखा समिति के साथ 21 जून को अवैध खनन की जांच के लिए यमुनानगर खनन क्षेत्र का दौरा करने आए थे। उन्होंने अवैध खनन के विरुद्ध आवाज बुलंद करने के साथ ही अधिकारियों की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा करते हुए काफी खिंचाई कर गए थे।
पोपीन पंवार, यमुनानगर। ED Raid MLA Surendra Panwar: सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ खनन मामले में ईडी ने शिकंजा कसा हुआ है। जबकि कुछ समय पहले वह मामले की जांच करने आए थे।
सुरेंद्र पंवार विधानसभा की लेखा समिति के साथ 21 जून को अवैध खनन की जांच के लिए यमुनानगर खनन क्षेत्र का दौरा करने आए थे। उन्होंने अवैध खनन के विरुद्ध आवाज बुलंद करने के साथ ही अधिकारियों की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा करते हुए काफी खिंचाई कर गए थे।
खनन सामग्री की गाड़ियों पर पांवर ने खुद उठाए सवाल
समिति के अध्यक्ष विधायक वरुण मुलाना थे। यह 10 विधायकों की कमेटी थी, लेकिन दौरे पर तीन ही विधायक आए थे। रास्ते में भी खनन सामग्री से भरे वाहनों की जांच भी की गई थी। नाकों पर भी विधायक ने खुद सवाल उठाए थे। अब वही कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग में प्रवर्तन-निदेशालय (ईडी) के शिकंजे में आ गए हैं।
खनन मामले में की छापेमारी
पिछले दिनों उनके आवास पर छापामारी की गई थी। उसके करीबियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। विधायक जब इस समिति में शामिल होकर पहुंचे थे। उस समय भी विरोध हुआ था।
इनके यहां हुई ईडी की छापेमारी
चार जनवरी को ईडी ने प्रदेश के जिला करनाल के भाजपा नेता मनोज वधवा, यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह व करीबी कारोबारियों पर, सोनीपत में कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार और सुरेश त्यागी समेत 20 स्थानों पर फर्जी ई रवाना व अवैध खनन के कारण छापेमारी की थी। सबसे ज्यादा लंबी छापेमारी इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के निवास पर चली।
सवा पांच करोड़ की नकदी और सोना बरामद
उसके बाद ईडी पूर्व विधायक व करीबी खनन कारोबारी कुलविंद्र सिंह को गिरफ्तार कर ले गई। दोनों ईडी के रिमांड पर चल रहे हैं। इस छापे में ईडी ने सवा पांच करोड़ की नकदी व एक करोड़ 89 लाख का सोना, देश व विदेश की संपत्ति के दस्तावेज, पांच विदेशी हथियार, 138 शराब की बोतलें व 294 गोलियां बरामद की थी। हालांकि किसके यहां से कितनी रकम मिली। यह स्पष्ट नहीं किया गया।
विधायक के करीबी रिश्तेदार पर सरकार को नुकसान पहुंचाने का आरोप
वर्ष 2021 में कांग्रेस के विधायक के करीबी रिश्तेदार दो लाख 60 हजार मीट्रिक टन की फर्जी खरीद दिखाने के आरोप लग चुके हैं। फर्जी ई रवाना परचेज जम्मू-कश्मीर मणिपुर,महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार सहित 25 से अधिक राज्यों की दिखाई गई थी। तत्कालीन डीजीएम खनन विभाग मोहम्मद शाइन द्वारा जुलाई 2021 ने फर्म का पोर्टल बंद करा दिया था। उससे आगे कार्रवाई नहीं हुई।
पंवार ने अधिकारियों व ठेकेदारों पर लगाए थे फर्जीवाड़े के आरोप
गत जून में लोक लेखा समिति के सदस्यों ने पहले अधिकारियों के साथ बैठक की थी। अधिकारियों से ई-रवाना पोर्टल, अवैध खनन को रोकने के लिए लगे सात चेक पोस्ट और पोस्ट के आस-पास सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने तक की विस्तार से रिपोर्ट ली। उसके बाद समिति के सदस्य कनालसी व धनौरा में चल रहे खनन जाने में जांच के लिए पहुंचे।
45 लाख एमटी खनन बेचने में लगाए थे फर्जीवाड़े के आरोप
कनालसी के पहले लगे चेक पोस्ट पर विधायक सुरेंद्र सिंह ने समिति के सदस्यों के साथ जांच की। वहां पर बाहर के व्यक्ति को बैठने का विरोध किया। उसके बाद विधायक ने कनालसी व धनौरा में हुई खनन पर सवाल उठाए। सुरेंद्र पंवार ने बीबीपुर घाट पर 45 लाख एमटी खनन सामग्री बेचने में फर्जीवाड़े के आरोप लगाए थे। बैठक में डिस्ट्रिक्ट सर्वे रिपोर्ट एक्सपायर होने पर 14 विभाग के अधिकारियों के सामने काफी विरोध दर्ज कराया था। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि वह अपने कर्तव्यों को समझे।