Heavy Rain in Haryana: यमुनानगर में सोम और नकटी नदी के तटबंध टूटे, 15 गांवों में घुसा पानी; किसान की मौत
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश हरियाणा (Flood in Haryana) के लोगों के लिए आफत बन गई है। सोम नदी में 24 हजार क्यूसेक पानी का रिकॉर्ड दर्ज किया गया। वहीं यमुना नदी में 65 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है। नकटी नदी में पानी भरने से नजदीक का गांव वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण टीम, यमुनानगर। पहाड़ों पर बारिश होने और हिमाचल के सिरमौर में बादल फटने से नकटी और सोम नदी टूट गई। पहली बार सोम नदी में 24 हजार क्यूसेक पानी आने से 15 से अधिक गांवों में पानी घुस गया। नकटी नदी के उफान पर आने से साढौरा की गलियों में पांच फीट तक पानी भर गया।
डूबने से 34 वर्षीय किसान की मौत
चिंतपुर में खेतों में गए 34 वर्षीय किसान सतपाल डूब गया। एनडीआरएफ की टीम ने शव बरामद कर लिया है। घरों में पानी भरने से सामान खराब हो गया है। फसलें बर्बाद हो गई हैं। साढौरा कस्बे में पांच फीट पानी जमा है। पुलिस ने रेस्क्यू अभियान भी चलाया। प्रशासन की मदद नहीं मिलने से लोग नाराज है।
कई हजार एकड़ फसलों में भर गया पानी
सोम नदी का तटबंध टूटने से आसपास के गांव ज्यादा प्रभावित हुए हैं। गांवों में राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। यमुना नदी में 65 हजार जल बहाव दर्ज किया गया है।सोम नदी में 24 हजार क्यूसेक पानी हो गया था। यह अब तक सबसे ज्यादा पानी है। जिले में 21 एमएम बरसात हुई। खंड साढौरा में 80 एमएम वर्षा दर्ज की गई। कई हजार एकड़ फसलों में बाढ़ का पानी जमा है।
ग्रामीण बोले- तटबंधों पर नहीं हुआ काम
प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि जहां पर तटबंध बनाने की आवश्यकता होती है। वहां पर सिंचाई विभाग के अधिकारी तटबंध नहीं बनाते। जहां पर आवश्यकता नहीं हैं वहां पर तटबंध बना दिए गए हैं। इस कारण दिक्कत आ रही है।बाढ़ बचाओ के कार्य भी सिंचाई विभाग के द्वारा अभी तक पूरे नहीं किए गए। मलिकपुर बांगर, रूकाली, बसातियावालां समेत कई गांवों के किसान लंबे समय से सोम नदी पर बने अवैध तटबंध को हटाने की मांग कर रहे हैं।
यह मामला कष्ट निवारण समिति की बैठक तक पहुंच गया, लेकिन अधिकारियों ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया। एक किसान की दो एकड़ फसल बचाने के चक्कर में हजारों एकड़ फसल किसानों की खराब हो रही है।वहीं कुछ किसानों ने अवैध रूप से बने तटबंध को हटाने का प्रयास भी किया, लेकिन बीच में उनको रोक दिया गया।
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