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Haryana News: गैंगस्टर सूर्य प्रताप और सचिन पंडित फर्जी पासपोर्ट बनवाकर हुए विदेश फरार, 15 अप्रैल को जानू वाल्मीकि की हत्या को दिया था अंजाम

Haryana News गैंगस्टर सूर्य प्रताप और सचिन पंडित फर्जी पासपोर्ट की मदद से विदेश फरार हो गए हैं. दोनों पर कई गंभीर केस दर्ज हैं। सचिन पंडित जानू वाल्मीकि हत्याकांड का मुख्य आरोपी है तो वहीं सूर्य प्रताप पर पूर्व विधायक के भतीजे पर फायरिंग करने के आरोप लगे हैं। वहीं अब पुलिस ने दोनों बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

By Avneesh kumar Edited By: Jagran News NetworkUpdated: Wed, 24 Jul 2024 06:49 PM (IST)
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फर्जी पासपोर्ट के जरिए गैंगस्टर सूर्य प्रताप और सचिन पंडित विदेश फरार (जागरण फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। जानू वाल्मीकि हत्याकांड सहित कई अन्य जघन्य वारदातों में पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा गैंगस्टर सुढैल निवासी सचिन पंडित फर्जी पासपोर्ट पर विदेश पहुंच गया। उसने दिल्ली के शाहदरा भोलेनाथ नगर निवासी विकास कुमार के नाम पर यह पासपोर्ट बनवाया। फरवरी 2023 में उसका पासपोर्ट बना।

अब उसके विरुद्ध फर्जी पासपोर्ट बनवाने का एक और मामला विशेष कार्यबल अंबाला यूनिट के एसआई दलजीत सिंह की शिकायत पर दर्ज हुआ। इसी तरह से गैंगस्टर काला राणा के भाई सूर्य प्रताप उर्फ नोनी पर फर्जी पासपोर्ट बनवाने का केस दर्ज हुआ है।

वह भी फरार होकर विदेश पहुंच चुका है। हालांकि दोनों बदमाशों के फरार होकर विदेश जाने की सूचना काफी पहले से मिल रही थी, क्योंकि लंबे समय से पुलिस को इनकी तलाश थी। अब दोनों बदमाशों के विरुद्ध केस दर्ज हुए हैं।

15 अप्रैल को जानू वाल्मीकि की हुई थी हत्या

सचिन पंडित ने 15 अप्रैल 2022 की रात समाजसेवी राजेंद्र वाल्मीकि के बेटे जानू वाल्मीकि की हत्या की थी। वारदात को उसने अपने कई अन्य साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। इस वारदात में शामिल अन्य आरोपितों को काबू कर लिया गया लेकिन सचिन पंडित फरार हो गया।

वह पुलिस के हाथ नहीं आया। उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन भी हुए। यहां तक कि राजेंद्र वाल्मीकि को पुलिस सुरक्षा दी गई। उनके आवास के बाहर पुलिस पिकेट अब भी तैनात रहती है। जानू वाल्मीकि की हत्या के बाद से ही सचिन पंडित की तलाश चल रही थी।

13 गंभीर केसों में आरोपित है सचिन पंडित

सचिन पंडित पर लड़ाई झगड़ा से लेकर आर्म्स एक्ट, हत्या का प्रयास और हत्या के 21 मामले दर्ज हुए थे। इनमें से आठ में वह बरी हो चुका है। जबकि कई केसों में वह भगौड़ा घोषित है। अभी 13 केसों में वह आरोपित है। यह केस भी कोर्ट में विचाराधीन हैं। आर्म्स एक्ट, हत्या का प्रयास व हत्या के केस में वह गिरफ्तार तक नहीं हो सका।

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फरारी के दौरान बनवाया फर्जी पासपोर्ट

वर्ष 2016 में सचिन को जमानत मिली। इसके बाद वह लगातार अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा। उसकी गैंगवार चलती रही। कई वर्ष पहले गांव सुढैल में सचिन पंडित व उसके विरोधी विपिन महंत गुट के बीच फायरिंग हुई। जिसमें सचिन को एक गोली लगी। इस मामले में सचिन की ओर से ही केस दर्ज किया गया था।

जिसके बाद उसने जानू वाल्मीकि की हत्या का प्रयास किया। उस पर गोली चलाई लेकिन वह बच गया। इसके बाद 15 अप्रैल को उसने वारदात को अंजाम दिया। फरारी के दौरान सचिन पंडित इधर-उधर छिपता रहा। उस तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके और फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश से फरार हो गया।

पूर्व विधायक के भतीजे पर फायरिंग में आरोपित है सूर्य प्रताप

फरवरी 2019 में पूर्व विधायक के भतीजे दिलराज पर गैंगस्टर काला राणा के भाई सूर्य प्रताप उर्फ नोनी ने अपने साथियों के साथ फायरिंग की। इसके अलावा उस पर जेल में झगड़ा करने के आरोप सहित कई केस दर्ज है। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने भी फर्जी पासपोर्ट बनवाया।

गांधीनगर थाना पुलिस को विशेष कार्यबल अंबाला यूनिट के सहायक उप निरीक्षक राजन ने बताया कि सूर्य प्रताप उर्फ नोनी जघन्य अपराध में संलिप्त है। वह बेल पर आने के बाद से ही फरार है। उसने फरारी के दौरान फर्जी दस्तावेज तैयार कर करनाल के मुहल्ला नौगजा पीर वाली निवासी गुरमीत के नाम से 15 फरवरी 2024 को पासपोर्ट बनवाया और फरार होकर विदेश पहुंच गया। गांधीनगर थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है।

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