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हरियाणा में यमुनानगर की केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, धुएं के गुबार से घिरा आसमान; कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू

Haryana News यमुनानगर में खुंडेवाला गांव में शनिवार (आज) को एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है और दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। केमिकल फैक्ट्री में आग विकराल रूप धारण कर लिया है। लोगों के बीच हड़कंप मच गया है। लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल हो गया है।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 13 Jul 2024 09:20 PM (IST)
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Haryana News: यमुनानगर में केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। गांव खुंडेवाला स्थित पेंट व लुब्रिकेंट ऑयल फैक्ट्री में शनिवार को आग लग गई। वहां पड़े केमिकल के ड्रमों में धमाके होने लगे। इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। आग की लपटें धुएं के साथ 300 मीटर ऊपर तक उठने लगी। लगभग एक किमी दूर से भी आग की लपटें धुएं के साथ उठती दिखाई दी।

आसपास के खेतों में खड़े पॉपुलर के पेड़ भी आग की लपटों से झुलस गए। इस आग से फैक्ट्री में पड़े केमिकल के ड्रम जलकर राख हो गए। दो ट्रक भी जल गए।

ट्रक ड्राइवर राजस्थान के जिला बाड़मेर के गांव चोहटा निवासी गोगाराम के पैर झुलस गए। फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियों ने लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यह फैक्ट्री फार्म हाउस की आड़ में चल रही थी।

ग्रामीणों ने कहा कि रात में आते थे ट्रक इसकी दीवारें इतनी ऊंची थी कि बाहर से कोई अंदर नहीं देख सकता। ग्रामीण मनजीत सिंह, कृपाल सिंह, चंदन सिंह ने बताया कि उनके मकान फैक्ट्री के पास ही हैं।

मालिक कोई गौतम बताया जा रहा है। ग्रामीणों को भी उसने यही बताया कि यहां पर फार्म हाउस बनाया हुआ है।

रात को ही यहां पर ट्रक आते हैं। ट्रक के अंदर जाते ही तुरंत गेट बंद कर दिया जाता। अब आग लगी तो पता लगा कि यहां पर फैक्ट्री बनाई हुई है। फैक्ट्री के बाहर भी कोई बोर्ड नहीं लगा हुआ है।

मौके से फैक्ट्री मालिक फरार

आरोप है कि जब आग लगी तब फैक्ट्री मालिक यहीं पर था, लेकिन वह तुरंत भाग निकला। एक ग्रामीण ने बताया कि उनकी फैक्ट्री के पास जमीन है। उन्हें मकान बनाना था, लेकिन जब तक फैक्ट्री यहां से नहीं हटेगी। मकान नहीं बनाएंगे।

दोपहर साढ़े 12 बजे लगी आग फैक्ट्री में नेफ्था (वॉर्निश बनाने के लिए प्रयोग होने वाला केमिकल) लेकर पहुंचे ड्राइवर गोगाराम ने बताया कि वह सुबह साढ़े पांच बजे फैक्ट्री में ट्रक लेकर आया। ट्रक में केमिकल कांडला पोर्ट गुजरात से लेकर आया था। 30 टन केमिकल था।

दोपहर साढ़े 12 बजे फैक्ट्री में चार-पांच कर्मी थे। वह ट्रक में बैठा हुआ था। कर्मचारी ट्रक से केमिकल को पाइप के जरिए निकालकर ड्रम में डाल रहे थे। इसी दौरान आग लग गई। कर्मचारी भागने लगे। वह भी शोर सुनकर ट्रक से उतरकर भागने लगा, लेकिन तब तक ड्रमों में आग लग चुकी थी।

वह जूते पहने हुआ था, लेकिन जूतों में आग लग गई। उसके पैर झुलस गए। पुलिस ही उसे अस्पताल में लेकर गई। अब छुट्टी मिल गई है। फैक्ट्री में जाकर क्या करूंगा।

500 मीटर तक फैली आग की तपिश

500 मीटर तक तपिश, घरों से कार निकाल ले गए ग्रामीण जिस समय फैक्ट्री में आग लगी। ग्रामीणों में दहशत फैल गई। खुंडेवाला के साथ-साथ कैल, काठगढ़ व कोतरखाना तक आग की लपटों के साथ उठता धुआं दिख रहा था।

ग्रामीणों की मानें तो आग की तपिश 500 मीटर तक थी। एक मकान में तापमान मापने का यंत्र लगा है। इसमें आग लगने पर 52 डिग्री तापमान दिखाई देने लगा। मकानों के शीशे तक गरम हो गए।

ग्रामीणों ने अपनी बाइकों व कारों को घरों से बाहर निकालकर दूर खड़ा किया। फैक्ट्री के अंदर से मिला गणेशा केमिकल का बोर्ड फैक्ट्री के बाहर कोई बोर्ड नहीं लगा था।

आग बुझने के बाद मौके पर पहुंचा फैक्ट्री मालिक का दोस्त

अंदर एक बोर्ड मिला है। जिस पर गणेशा केमिकल्स लिखा हुआ है। बोर्ड पर रबर, पेंट, मशीनरी ऑयल, लुब्रिकेंट ऑयल , स्टरिंग केमिकल लिखा है।

इस पर जीएसटी नंबर के साथ जेडटी गांव खुंडेवाला लिखा है। इस पर एक मोबाइल नंबर भी है लेकिन वह बंद आ रहा है। वहीं फैक्ट्री में आग बुझने के बाद एक व्यक्ति पहुंचा। वह खुद को फैक्ट्री मालिक का दोस्त बता रहा था।

जब उससे फैक्ट्री मालिक के बारे में पूछा तो उसने कोई जानकारी नहीं दी। बाद में गुस्साए ग्रामीणों ने फैक्ट्री पर जेसीबी चलवाने की बात कही तो उसने विरोध किया। जिस पर ग्रामीणों की उससे बहस हुई। पुलिस ने भी उसे फटकारा। जिसके बाद वह फैक्ट्री से निकल गया।

खुले कमरे में रखे थे थिनर के ड्रम

दमकल की छह गाड़ियां पहुंची आग लगने का पता लगते ही थाना छप्पर पुलिस व दमकल की गाड़ियां पहुंच गई। छह गाड़ियां दमकल की पहुंची। जब फैक्ट्री की आग बुझ गई तो अंदर जाकर देखा गया। अंदर एक खुले कमरे में पेंट व थिनर के ड्रम रखे हुए थे। वहां तक आग नहीं पहुंची।

अंदर बिजली का कनेक्शन भी था, लेकिन वहां तक आग नहीं पहुंची थी। दमकल अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता नहीं लग सका है।

थाना छप्पर प्रभारी रामपाल ने बताया कि शायद केमिकल के मिक्स होने या फिर किसी के जलती बीड़ी फेंकने से यह आग लगी होगी। फैक्ट्री मालिक का भी अभी पता नहीं लग सका है।

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