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Hathnikund Barrage पर पानी के बहाव की स्थिति सामान्य, यमुना में कटाव भी नियंत्रित; ग्रामीणों को मिली राहत

ग्रामीण विकास राणा सरपंच प्रतिनिधि सुभाष राणा व मोहन सिंह का कहना है कि बचाव कार्य में तेजी जरूर आई है लेकिन इसमें तेजी और लाने की जरूरत है। क्योंकि यदि बारिश होने पर यमुना नदी में बहाव बढ़ता है तो दोबारा कटाव बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा कटाव से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाने की जरूरत है।

By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 17 Jul 2023 05:33 PM (IST)
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हथनीकुंड बैराज पर पानी के बहाव की स्थिति सामान्य, यमुना में कटाव भी नियंत्रित
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। हथनीकुंड बैराज पर पानी के बहाव की स्थिति अब सामान्य है। सोमवार को अधिकतम बहाव सुबह नौ बजे 63522 क्यूसेक रहा। उसके बाद गिरावट आई है। यमुना नदी में 36 से 40 हजार क्यूसेक बहाव है। यमुना में बहाव सामान्य होने से आसपास बसे ग्रामीणों को राहत मिली है।

गांव टापू कमालपुर में भी कटाव अब नियंत्रण में है। 250 मजदूर व ग्रामीण बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। जान जोखिम में डालकर गहरे पानी में उतरकर किनारों पर मिट्टी से भरे कट्टे रखे जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि बहाव सामान्य रहा तो कटाव भी कम होगी। अब से पहले करीब 150 एकड़ जमीन यमुना में समा चुकी है।

पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज ने भी गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उधर, ग्रामीणों का प्रतिनिधि मंडल डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिलने पहुंचा।

'कटाव से बचाव के हों पुख्ता प्रबंध'

ग्रामीण विकास राणा, सरपंच प्रतिनिधि सुभाष राणा व मोहन सिंह का कहना है कि बचाव कार्य में तेजी जरूर आई है लेकिन इसमें तेजी और लाने की जरूरत है। क्योंकि यदि बारिश होने पर यमुना नदी में बहाव बढ़ता है तो दोबारा कटाव बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा कटाव से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाने की जरूरत है। जहां-जहां कटाव होता है, वहां पक्के तटबंध बनाए जाएं। ताकि भविष्य में नुकसान की संभावना कम हो सके।

'कटाव के कारण हुआ भारी नुकसान'

उन्होंने बताया कि कटाव के कारण भारी नुकसान हो चुका है। सरकार द्वारा इस नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए। विधायक ने लिया नुकसान का जायजा विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने विधानसभा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र लापरा, क़ैत, मंडी, साबापुर, भोगपुर, कनालसी, मुकारमपुर, बीबीपुर, महमूदपुर में जाकर फसलों का जायजा लिया।

'घबराने की आवश्यकता नहीं है'

विधायक अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ से फसलों व सड़कों का काफी नुकसान हुआ है। यह विषय मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखेंगे व प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का प्रयास करेंगे। सरकार इस संकट की घड़ी में प्रदेशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। घबराने की आवश्यकता नहीं है। केंद्र सरकार ने प्राथमिक तौर पर हरियाणा को बाढ़ राहत के लिए 216 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है। मौके पर विशेष कांबोज, नीतीश दुआ, रोहित हरजाई, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग, थाना प्रभारी भूपेंद्र राणा उपस्थित रहे।

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