NHM Workers Strike: एनएचएम कर्मचारियों ने शहर में निकाला रोष मार्च, पर्चे बांटकर मांगी भीख; सरकार से रखीं ये मांगें
हरियाणा में एनएचएम कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी है। कल एनएचएम कर्मचारियों ने मुंडन करवा कर लिखा कि एनएचएम को पक्का करो और आज उन्होंने अपनी मांग लिखे हुए पर्चे बांट कर भीख मांगी। एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बिगड़ रही हैं। कर्मचारायिों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है तब तक वो हड़ताल जारी रखेंगे।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। सरकार एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को नहीं मान रही है। कर्मचारी भी हड़ताल खत्म करने को तैयार नहीं है। मंगलवार को कर्मचारियों ने सिविल सर्जन कार्यालय से विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के आवास तक रोष मार्च निकाला। मांगों से संबंधित पर्चे बाजार में दुकानदारों को बांटे और भीख मांगी।
इसके साथ एनएचएम कर्मचारियों (NHM Workers Protest) ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, पानीपत में एनएचएम कर्मी के आकस्मिक निधन पर भी शोक जताया गया। सिविल सर्जन कार्यालय के सामने धरनास्थल पर दो मिनट का मौन रखा गया।
मांग पूरी होने तक जारी रहेगी हड़ताल
एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान अमित गुर्जर ने बताया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती। तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इसके तहत कर्मचारियों ने भीख मांगकर रोष जताया, क्योंकि सरकार कर्मचारियों का हित नहीं सोच रही है। कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा नहीं दे रही है। कर्मचारियों के पास आंदोलन के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं बचा है। इसलिए ही रोष मार्च निकाला जा रहा है।यह हैं कर्मचारियों की मुख्य मांगें
एनएचएम कर्मचारियों को नियमित किया जाए। नियमित किए जाने तक एलटीसी, ग्रेच्यूटी, अर्जित अवकाश, शीशु देखभाल अवकाश, अनुकंपा सहायता व हरियाणा सिविल सर्विस रूल 2016 लागू करते हुए सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए।ये भी पढ़ें: Accident News: वीडियो बनाने के चक्कर में हुआ बड़ा हादसा, नहर में गिरी कार; एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत
एनएचएम कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ प्रदान करने की सैद्धांतिक मंजूरी दो नवंबर 2021 सरकार द्वारा प्रदान दी गई है लेकिन वित्त विभाग द्वारा इस समेकित किए जाने के बारे में तुगलकी फरमान जारी किए गए हैं। उन आदेशों को निरस्त कर कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ दिया जाए।
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- वर्ष 2017 से 2022 तक एनएचएम कर्मचारियों द्वारा आंदोलन किए गए, हड़ताल की अवधि का वेतन ड्यूटी अवधि मानते हुए स्वास्थ्य विभाग के अन्य संगठनों की भांति जारी किया जाए।
- कर्मचारियों को कैशलैस मेडिकल सुविधा का लाभ प्रदान की जाए।
- कर्मचारियों के सेवा नियमों मे बहुत से वर्गों की वेतनमान में विसंगजि को दूर किया जाए।
- एनएचएम के तहत लगे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु हरियाणा सरकार के नियमानुसार 60 वर्ष की जाए।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर के एसओपी को लागू किया जाए। बांड प्रथा को समाप्त किया जाए।